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पीएम मोदी के भाषण पर विदेशी मीडिया ने क्या लिखा?

कई विदेशी अखबार ने भारत में बढ़ रही अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हिंसा पर चिंता ज़ाहिर की है.

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Prime Minister Narendra Modi addresses the nation from the ramparts of the Red Fort on the occasion of the 76th Independence Day. (PTI Photo)
76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित किया. (पीटीआई फोटो)
16 अगस्त 2022 (Updated: 16 अगस्त 2022, 20:34 IST)
Updated: 16 अगस्त 2022 20:34 IST
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भारत की आज़ादी के 75 साल पूरे हुए. इस मौके पर पीएम मोदी का लाल किले से भाषण हुआ. उन्होंने देश के भविष्य को लेकर कई अहम बाते कहीं. लेकिन इस अवसर पर  विदेशी मीडिया में क्या लिखा गया? आज ये जानेंगे.

सबसे पहले बात पाकिस्तान की.

पाकिस्तानी अखबार डॉन ने सुर्खी चलाई

In Independence Day address, PM Modi says India aims to become a developed nation in 25 years
स्वतंत्रता दिवस के भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि भारत अगले 25 सालों में विकसित राष्ट्र बनने की तरफ़ बढ़ रहा है.

डॉन ने पीएम मोदी के भाषण के कुछ हिस्से का ज़िक्र अपनी रिपोर्ट में किया है. इसमें पीएम मोदी के संकल्पों और भाषण की दूसरी ज़रूरी बातों को जगह दी गई है. इसमें मेक इन इंडिया के तहत बनी विशेष तोप को शामिल किया है. अखबार ने लिखा,

15 अगस्त के मौके पर मोदी की "मेक इन इंडिया" पॉलिसी के तहत बने हॉवित्जर के ज़रिए 21 तोपों की सलामी दी गई.

ब्रिटिश अख़बार गार्डियन ने सुर्खी लिखी  

‘Modi pledges to make India a developed country in 25 years on partition anniversary’
‘मोदी ने विभाजन की सालगिरह पर भारत को अगले 25 साल में विकसित देश बनाने का संकल्प लिया’

अखबार ने अपनी रिपोर्ट में लिखा,

मोदी ने अपने भाषण में अपने पड़ोसियों पाकिस्तान और चीन के साथ तनावपूर्ण संबंधों या उनके सुधार का जिक्र नहीं किया. पीएम मोदी ने भारत की एकता की बात तो की, लेकिन उन आलोचकों का जवाब नहीं दिया जो 2014 के बाद से भारत के कमज़ोर होते लोकतंत्र की बात कहते आ रहे हैं. ये आलोचक पीएम मोदी पर राजनितिक शक्ति का इस्तेमाल कर भारत की लोकतांत्रिक स्वतंत्रता को कमजोर कर, हिंदू राष्ट्रवादी एजेंडे को आगे बढ़ाने का आरोप भी लगाते हैं.

अरब न्यूज़ ने सुर्खी लगाई

PM Modi pledges to make India developed country in 25 years
पीएम मोदी ने 25 साल में भारत को विकसित देश बनाने का संकल्प लिया

अरब न्यूज़ ने भी पीएम मोदी के भाषण का कुछ अंश छापा. लेकिन इसके साथ कुछ विशेषज्ञों की टिप्पणी को भी अखबार में प्रमुखता दी. मसलन, लेखक भगवानदास मोरवाल ने मोदी के भाषण को दूरदृष्टिहीन बताया.  इतिहासकार आदित्य मुखर्जी ने अरब न्यूज़ से कहा कि भारत उस विपरीत दिशा में आगे बढ़ रहे हैं जिस दिशा में हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को स्थापित किया था.

इसके अलावा अरब न्यूज़ ने लिखा,

भारत में पिछले कुछ वक्त में अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हिंसा में वृद्धि देखी गई है, ऐसे ही कई हमले हिंदू राष्ट्रवादियों ने किए लेकिन पीएम मोदी ने 2014 में सत्ता संभालने के बाद ऐसी घटनाओं में चुप्पी साधी रही.

BBC ने सुर्खी लगाई,

Independence day speech: PM Narendra Modi calls on Indians to fight misogyny
पीएम मोदी ने भारतीयों से कुप्रथाओं से लड़ने का आह्वान किया

अमेरिकी अख़बार द वॉशिंगटन पोस्ट ने सुर्खी लगाई,

India celebrates 75 years since independence amid hope and tension
तनाव और आशा के बीच भारत ने आजादी के 75 साल पूरे होने का जश्न मनाया

अखबार ने लिखा,

आज़ादी के इस जश्न में भारत के राजनीतिक और धार्मिक तनाव छुपे हुए हैं. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है लेकिन ये कमज़ोर हुआ है. भारत में हिंदू राष्ट्रवाद पिछले कुछ वक्त में बढ़ा है. साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन का भारत के स्वतंत्रता दिवस पर दिया गया बयान भी छापा. बाइडन ने इस मौके पर कहा था,

अमेरिका, भारत की इस लोकतांत्रिक यात्रा का सम्मान करता है और उसके साथ खड़ा हुआ है, यात्रा जो महात्मा गांधी के सत्य और अहिंसा के संदेश के साथ आगे बढ़ी है.

अल-जज़ीरा ने सुर्खी दी,

As India turns 75, there is little to celebrate
भारत 75 वर्ष का हुआ, क्या इसका जश्न सही?

अल-जज़ीरा ने अपनी रिपोर्ट में लिखा,

भारत सरकार ने 12 मार्च, 2021 को "आज़ादी का अमृत महोत्सव” मनाना शुरू किया, इस अभियान में देश को ऊंचाइयों में ले जाने की प्रतिज्ञा ली गई, लेकिन भारत के रिपोर्ट कार्ड को करीब से देखने पर पता चलता है कि देश कई मोर्चों पर लड़खड़ा रहा है.

भारत की अर्थव्यवस्था संकट में है, और ये संकट कोरोना महामारी से पहले ही था. भारत की GDP सबसे पहले लॉकडाउन के समय 1975-76 के बाद से सबसे कम आंकी गई.

अल जज़ीरा ने इस मौके पर भारत में बढ़ रही अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ हिंसा पर भी लिखा है, इसमें CAA, कश्मीर सहित भारत में बढ़ रहे हिंदू राष्ट्रवाद का भी ज़िक्र है. साथ ही भारत के कमज़ोर होते लोकतंत्र पर भी कई बातें लिखीं हैं जिसमें स्पाइवेयर पेगासस के गलत इस्तेमाल का भी ज़िक्र है.

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