यूपी: कानपुर पुलिस ने चोरी के आरोप में युवक को पकड़ा था, बाहर आते ही मौत हो गई
यूपी पुलिस पर हत्या का एक और आरोप लगा.
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मृतक कल्लू का फाइल फोटो (तस्वीर: आजतक)
"हमको फोन करके बुलाया था कि अपने भाई को ले जाओ. हम वहां पर गए. हमसे साइन करवाया. मेरा मोबाइल नंबर लिया. वो लेटा हुआ था. उसे लात मारकर उठा दिया. वो चल भी नहीं पा रहा था. वो कह रहा था कि पेट में बहुत तेज से दर्द हो रहा है. पुलिस वालों ने बहुत मारा है."
मानसी ने बताया कि पुलिस की पिटाई के कारण कल्लू की तबीयत बिगड़ गई. अगले दिन उसे अस्पताल ले गए लेकिन कल्लू ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया. मानसी का दावा है कि उन्हें और परिवार के दूसरे लोगों को कल्लू के पूरे शरीर पर पिटाई के निशान मिले थे. उसकी मौत के बाद मंगलवार 16 नवंबर की सुबह से ही कल्लू के परिजनों ने उसकी मौत पर हंगामा शुरू कर दिया. उनका कहना है कि उनकी कहीं भी सुनवाई नहीं हो रही है. पीड़ित के सबसे छोटे भाई कृष्णा ने कानपुर पुलिस पर परिवार को परेशान करने का भी आरोप लगाया. कृष्णा का कहना है,In UP's Kanpur, a youth was allegedly detained by the local police in a case of loot and was tortured in custody before he was released, claim family members. He succumbed to his injuries last night during treatment. pic.twitter.com/FMDEU4kCZP
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) November 16, 2021
"कल्याणपुर पुलिस काफी दिनों से हम लोगों को टॉर्चर कर रही थी. पहले बड़े भाई को ले गई. उसको छोड़ा तो कल्लू को ले गई जहां उसको पीटकर मार डाला."वहीं मानसी का आरोप है कि कानपुर पुलिस मामले को रफादफा करने में लगी है. हालांकि इलाके के एडीसीपी ने सफाई देते हुए कहा है,
"परिजनों की तहरीर पर मुकदमा लिखा जाएगा और दोषियों पर कार्रवाई होगी. लेकिन अभी परिजन पुलिस का नाम नहीं ले रहे हैं. वे जो भी कहेंगे वैसी एफआईआर होगी."इस बीच मामले पर राजनीति भी शुरू हो गई. युवक की मौत की खबर सुनते ही समाजवादी पार्टी समेत कई दलों के नेता कल्लू के परिवार से मिलने पहुंचे. सपा का आरोप है कि पुलिस ने कल्लू की हत्या की है, सरकार दोषियों पर कार्रवाई करे और मृतक के परिवार को मुआवजा दिया जाए.