एक दिन में सरकार के लिए 'उड़ी बाबा' हो गए माल्या
बैंकों से कर्ज लेकर माल्या विदेश निकल लिए हैं. अब संसद में हंगामा चालू आहे.
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फोटो - thelallantop
सरकारी बैंक 'आज नकद, कल उधार' वाली पर्ची चिपकाए ही रह गए. और बिजनेसमैन विजय माल्या इंडिया से लंदन निकल लिए. करीब 9 हजार करोड़ रुपये का कर्ज है मल्या पर. बस तो विपक्ष वाले कहां चुप बैठने वाले हैं.
विजय माल्या के देश से भागने को लेकर राज्यसभा में फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने कहा, 'माल्या को लोन यूपीए सरकार के दौरान मिला था. जिस वक्त वो देश छोड़कर गए, तब उन्हें विदेश जाने से रोकने जैसा आदेश नहीं था. बैंकों की लीगल प्रोसेस शुरू करने में देर की. पैसों की रिकवरी के लिए बैंकों को कदम उठाने दीजिए.'हालांकि जेटली साहेब शायद ये भूल गए कि माल्या के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी हुआ था, ऐसे लोगों को एयरपोर्ट पर रोक लिया जाता है. राहुल गांधी भी फॉर्म में आ गए. बोले- मोदी नहीं चाहते कि विजय माल्या के मुद्दे पर बहस हो. सरकार मुझे बोलने नहीं देती.' जेटली ने कहा, राहुल गांधी याद रखें कि क्वात्रोची और माल्या के बाहर जाने में अंतर है. https://twitter.com/ANI_news/status/707844285761085441 अरुण जेटली ने कहा, 'जब ललित मोदी विदेश गए थे. तब कांग्रेस सत्ता में थी और केस दर्ज हुआ था FEMA के अंतर्गत. माल्या केस में ऐसा क्यों हुआ, सीबीआई इसकी जांच करेगी. ' अरुण जेटली ने लोकसभा में कहा, 'माल्या के खिलाफ देशभर में केस दर्ज हैं. बैंकों को हर कदम उठाने की छूट है.' https://twitter.com/ANI_news/status/707807357208797184 मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, 'माल्या कहीं भी शांति से नहीं रह सकते. उन्हें इंडिया वापस लाया जाएगा.' लेकिन विपक्ष वही जिसके हंगामा मन भाए. विपक्ष नेता गुलाम नबी आजाद बोले- माल्या कोई सुईं नहीं हैं, जिसे खोजा न जा सके. माल्या एक किलोमीटर दूर से भी साफ नजर आ सकते हैं. इस केस में केंद्र को पार्टी बनाया जाए. एक दिन में सरकार के लिए 'उड़ी बाबा' हो गए विजय माल्या सरकार इस केस में इसलिए ज्यादा घिर रही है. क्योंकि एक दिन पहले सरकार के वकील कोर्ट में माल्या को विदेश जाने से रोकने की गुहार लगा रहे थे. फिर एक दिन बाद वही वकील कोर्ट में बोले- विजय माल्या तो 2 मार्च को ही विदेश भाग गए थे.
