किसानों से माफी मांगने के सवाल पर प्रेस कॉन्फ्रेंस छोड़कर चले गए मोदी के मंत्री
राव साहब दानवे चीन-पाकिस्तान भूल गए
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केंद्रीय मंत्री रावसाहब दानवे ने चीन-पाकिस्तान के किसान आंदोलन से कनेक्शन की बात से पल्ला झाड़ लिया है. उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत तरह से पेश किया गया. (फाइल फोटो)
माफी की बात पर प्रेस कॉन्फ्रेंस से उठकर चले गए
मंत्री राव साहब दानवे की इस बात पर जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि अगर ऐसा है तो क्या वह अपने पुराने बयान पर किसानों से माफी मांगने को तैयार हैं? इस पर मंत्री जी प्रेस कॉन्फ्रेंस से उठकर ही चले गए. इससे पहले वह पत्रकारों को तरह-तरह के तर्क देकर यह समझाते नजर आए कि वह खुद अपनी दिनचर्या के हिसाब से किसान हैं. उन्होंने कहा
मैं भी असली किसान हूं, कागज़ वाला किसान नहीं. आपने टीवी पर मुझे गाय का दूध निकालते, बैलगाड़ी चलाते, बैलों को चारा खिलाते, बैलों को नहलाते हुए देखा होगा. एक केंद्रीय मंत्री गाय का दूध निकालता है, बैलगाड़ी चलाता है, बैलों को नहलाता है, इसका मतलब मैं नकली किसान नहीं, असली किसान हूं. मुझे ऐसा लगता है कि मैं ही नहीं, किसान की बेइज्ज़ती कोई भी नहीं कर सकता. लेकिन अगर किसी बात का गलत मतलब निकाला जा रहा है, तो उसका मेरे पास कुछ इलाज नहीं है. मुझे ऐसा लगता है कि खेतीबाड़ी की दुनिया में जिसने जन्म लिया, वो आदमी कभी किसान विरोधी बयान नहीं दे सकता. मैंने अपनी राय आपको स्पष्ट रूप से बता दी है.

केंद्रीय मंत्री राव साहब दानवे ने खुद को असली किसान बताया लेकिन चीन-पाकिस्तान के बयान पर माफी नहीं मांगी.
क्या बोला था पहले
आंदोलन कर रहे किसानों से जब सरकार की बात हुई थी, तब औरंगाबाद में बीजेपी के मंत्री राव साहब दानवे ने ये बयान दिया था. केंद्रीय मंत्री दानवे ने 9 दिसंबर को औरंगाबाद में कहा था कि दिल्ली के पास चल रहे किसान आंदोलन के पीछे पाकिस्तान और चीन का हाथ है.
राव साहब दानवे ने 32 सेकेंड के वीडियो में कहा था,
ये जो आंदोलन चल रहा है, वो किसानों का आंदोलन नहीं है. इसके पीछे चीन और पाकिस्तान का हाथ है. पहले मुसलमानों को उकसाया, ये कहकर कि NRC और CAA आने के बाद 6 महीने के अंदर सारे मुसलमानों को देश छोड़कर जाना होगा. कोई मुसलमान गया बाहर? उनको जब लगा कि ये सक्सेस नहीं होगा तो अब किसानों को भड़का रहे हैं कि सरकार तुम्हारा नुकसान कर रही है. ये बाहर के देशों का षडयंत्र है. अपने देश के किसानों को ये सोचना चाहिए.

राव साहब दानवे (बाएं) मोदी सरकार में राज्यमंत्री हैं. किसानों के आंदोलन को उन्हें चीन और पाकिस्तान से जोड़ दिया था.
केंद्रीय मंत्री राव साहब दानवे जालना के तकली कोलतेगांव के प्राथमिक आरोग्य केंद्र के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे थे. वहीं ये बयान दिया था. इसे लेकर काफी हंगामा भी हुआ था, लेकिन उन्होंने कभी भी न तो बयान पर खेद जताया और न ही माफी मांगी.
बता दें, नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का दिल्ली के बॉर्डर पर प्रदर्शन 20वें दिन में पहुंच गया है. दिल्ली-एनसीआर में पारा लगातार गिरता जा रहा है, लेकिन किसानों की मांगों पर गतिरोध बढ़ता ही जा रहा है. सिंघु, टिकरी और गाजीपुर बॉर्डरों पर डटे किसान नए कानूनों को रद्द करने से कम पर राजी नहीं हैं.