सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल का होगा खुलासा, ट्रंप ने एपस्टीन फाइल्स जारी करने का दे दिया आदेश
Jeffrey Epstein Files: अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट को 30 दिन के अंदर सर्च और डाउनलोड करने लायक फॉर्मेट में यह फाइल्स उपलब्ध करानी होंगी. इससे पहले ट्रंप के सपोर्ट के बाद यह बिल मंगलवार, 18 नवंबर को अमेरिकी कांग्रेस से पास हुआ था. जानिए क्या है इन फाइल्स पर पूरा विवाद.

अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने चर्चित 'जेफरी एपस्टीन फाइल्स' रिलीज करने की मंजूरी दे दी है. खुद ट्रंप ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उन्होंने फाइल जारी करने के बिल पर साइन कर दिए हैं. अमेरिका में लंबे समय से जेफरी एपस्टीन फाइल्स को रिलीज करने की मांग की जा रही थी. खासकर ट्रंप के 'MAGA' अभियान के सपोर्टर्स की यह प्रमुख मांग थी. पहले ट्रंप ने इन फाइलों को रिलीज करने से इनकार कर दिया था. लेकिन समर्थकों और अपनी ही पार्टी के सदस्यों के बढ़ते दबाव के बाद उन्होंने इसे रिलीज करने की मंजूरी दे दी.
बीबीसी के अनुसार ट्रंप के बिल पर साइन करने के बाद अब अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट को 30 दिन के अंदर सर्च और डाउनलोड करने लायक फॉर्मेट में ये फाइल्स उपलब्ध करानी होंगी. इससे पहले ट्रंप के सपोर्ट के बाद इससे जुड़ा बिल मंगलवार, 18 नवंबर को अमेरिकी कांग्रेस से पास हुआ था. हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव्स में यह 427-1 के बहुमत से पास हुआ था. वहीं सीनेट ने इसे एकमत से मंजूरी दे दी थी.
कौन था जेफरी एपस्टीन?जेफरी एपस्टीन यौन अपराधों का दोषी था. उस पर छोटी उम्र की लड़कियों की सेक्स ट्रैफिकिंग का आरोप था. बीबीसी के मुताबिक उस पर ट्रायल चलने से पहले ही 2019 में जेल में उसकी मौत हो गई थी. उसकी मौत को सुसाइड माना गया. जेफरी एपस्टीन के आपराधों की जांच में बहुत सारे डॉक्यूमेंट्स मिले थे. इनमें पीड़ितों और गवाहों के इंटरव्यू और उसकी अलग-अलग प्रॉपर्टीज पर जब्त की गई चीजें शामिल थीं. अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट के मुताबिक, FBI को अपने डेटाबेस, हार्ड ड्राइव और दूसरे स्टोरेज में 300 जीबी से ज्यादा डाटा और फिजिकल सबूत मिले थे.

जेफरी एपस्टीन की कई बड़ी हस्तियों के साथ जान पहचान भी थी. रिपोर्ट के अनुसार खुद ट्रंप से उनकी दोस्ती थी. हालांकि ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने बाद में जेफरी के साथ संबंध तोड़ लिए थे. कहा जाता है कि एपस्टीन की फाइलों में और भी कई बड़े-बड़े लोगों के नाम शामिल हैं, जिस वजह से उसे जानबूझकर छिपाया जा रहा है. ट्रंप के MAGA मूवमेंट के समर्थक भी लंबे समय से मानते रहे हैं कि अधिकारी एपस्टीन की ज़िंदगी और मौत के बारे में जरूरी सच छिपा रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि बच्चों का यौन शोषण करने वाला एक समूह अमेरिकी सोसाइटी के सबसे ऊंचे लेवल पर काम कर रहा है, जिसे सरकार बचा रही है.
केस से जुड़ी अलग-अलग जानकारियां पिछले कुछ सालों में जारी की गई हैं. पिछले हफ़्ते, अमेरिकी कांग्रेस ने एपस्टीन की संपत्ति से जुड़े हज़ारों डॉक्यूमेंट्स जारी किए थे. इनमें ज़्यादातर ईमेल थे, जिनमें से कुछ में सीधे डॉनल्ड ट्रंप का भी नाम था.
इससे पहले फरवरी में ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद FBI ने कुछ और डीक्लासिफाइड फाइलें रिलीज की थीं. बीबीसी की रिपोर्ट अनुसार पब्लिक डोमेन में मौजूद जानकारियों में एपस्टीन से जुड़े कई हाई-प्रोफाइल लोगों का जिक्र है. हालांकि इसका मतलब यह नहीं है कि उन लोगों ने कोई गलत काम किया है.
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किसका-किसका नाम जुड़ा है?रिपोर्ट के अनुसार 2024 में कोर्ट के डॉक्यूमेंट्स जारी होने पर दर्जनों नाम सामने आए, जिनमें ब्रिटेन के किंग चार्ल्स के भाई एंड्रयू माउंटबेटन-विंडसर, पूर्व US प्रेसिडेंट बिल क्लिंटन और माइकल जैक्सन शामिल हैं. क्लिंटन और विंडसर, दोनों ने एपस्टीन के अपराधों के बारे में किसी भी जानकारी से इनकार किया है. वहीं माइकल जैक्सन की 2009 में मौत हो गई थी. सितंबर 2025 में जारी कुछ फ़्लाइट लॉग्स में अरबपति एलन मस्क और मिस्टर माउंटबेटन-विंडसर का नाम था. इस पर विंडसर ने कहा कि उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया है. वहीं एलन मिस्टर ने कहा कि एपस्टीन ने उन्हें आइलैंड पर बुलाया था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था. 12 नवंबर को जारी किए गए ईमेल्स में क्लिंटन के पूर्व ट्रेजरी सेक्रेटरी लैरी समर्स और ट्रंप के पूर्व सहयोगी स्टीव बैनन का भी नाम सामने आया था.
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