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एस्सार के इस नए टैप वाली भसड़ का सार क्या है?

फोन टैप किए गए . मामला पीएमओ पहुंचा. कर्मचारी ने खुद को किनारे किया. वकील ने कहा उसके पास सबूत हैं.

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ये केस इस फोटो से भी ज्यादा उलझा है
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पंडित असगर
18 जून 2016 (Updated: 18 जून 2016, 11:09 AM IST) कॉमेंट्स
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राडिया टैप के बारे में सुना है. वही जिसने राजनीतिक गलियारों, उद्योग-व्यवसाय जगत और पत्रकारिता में हलचल मचा दी थी. कुछ ऐसा ही नया मामला एस्सार का सामने आया है. जो हमारे सिस्टम की ऐसी-तैसी कर रहा है. ये टैप जाल बताता है कि किस तरह कानूनों को ताक में रखकर फैसले होते हैं. इस बार वीवीआईपी के फोन टैप करने का आरोप लगा है मल्टीनेशनल कंपनी एस्सार ग्रुप पर. ग्रुप ने 2001 से 2006 तक एनडीए और यूपीए सरकार के कई कैबिनेट मंत्रियों के फ़ोन टैप किए. इस कांड में अब जो नया मोड़ आया है, वो ये है कि जिस पर टैपिंग के आरोप थे, ग्रुप के उस पूर्व कर्मचारी ने बड़े ही नाटकीय ढंग से खुद को मामले से अलग कर लिया. उस कर्मचारी का नाम है अलबासित खान. खान का कहना है कि उन्होंने उस वकील को हायर नहीं किया, जिसने मामले का खुलासा किया और उसकी शिकायत पीएमओ से की. खुलासा करने वाले वकील सुरेन उप्पल का दावा खान का वकील होने का है. जानिए क्या है पूरा मामला. अंबानी से लेकर अटल बिहारी तक फोन टैपिंग रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सुप्रीम कोर्ट के वकील सुरेन उप्पल ने 1 जून को 29 पेज की एक शिकायत पीएमओ को भेजी है. उप्पल एस्सार ग्रुप के उस कर्मचारी के वकील हैं जिस पर टैपिंग का आरोप है. उप्पल के मुताबिक एनडीए सरकार में मंत्री रहे प्रमोद महाजन का भी फोन टैप हुआ है. कुछ फोन टैपिंग टेलिकॉम लाइसेंसिंग के सिलसिले में हुई. जिनके फोन टैप हुए उनमे शामिल हैं अटल बिहारी वाजपेयी के वक्त के पीएमओ के अलावा मौजूदा रेल मंत्री सुरेश प्रभु, पूर्व मंत्री प्रफुल्ल पटेल और राम नाइक, रिलायंस ग्रुप के मुकेश और अनिल अंबानी, अनिल की पत्नी टीना अंबानी और कई टॉप ब्यूरोक्रेट्स, सपा नेता अमर सिंह, तत्कालीन गृह सचिव राजीव महर्षि, IDBI बैंक के पूर्व चेयरमैन पीपी. वोहरा, IDBI बैंक के ही पूर्व सीईओ और एमडी केवी. कामथ और इसी बैंक की पूर्व ज्वाइंट मैनेजिंग डायरेक्टर ललिता गुप्ते. 'प्रशांत और रविकांत रूइया ने कहा था टैपिंग के लिए' सुरेन उप्पल के मुताबिक, खान एस्सार ग्रुप में सिक्युरिटी हेड था और उसने ये फोन टैपिंग अपने टॉप मैनेजमेंट के कहने पर की थी. वह बताते हैं 2001 में एस्सार के प्रशांत और रविकांत रूइया ने उसे फोन टेलिकॉम लाइसेंस से जुड़े मामले में फोन टैपिंग करने को कहा था. उप्पल की शिकायत में उन नंबरों का भी साफ तौर पर जिक्र किया गया है जिनके फोन टैप किए गए. खान मुकरे, उप्पल ने कहा- सबूत हैं अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में अलबासित खान ने कहा है कि उप्पल मनगढ़ंत कहानी रच रहे हैं. वो कॉर्पोरेट दिग्गजों से उगाही करना चाहते हैं. उप्पल का कहना है कि उन्हें खान के बयान का अंदाजा था. इसलिए उन्हें कोई हैरत नहीं हुई. उनके पास तमाम सबूत है, जिनसे साबित हो जायेगा कि खान संपर्क में थे और दोनों टैपिंग का खुलासा करने के लिए साथ काम रहे थे. 2जी मामले में एस्सार पर चल रहा मुकदमा चर्चित 2जी आवंटन घोटाला में एस्सार पहले ही मुकदमे का सामना कर रही है. आरोप है कि फोन टैपिंग से सत्ता की दलाली, कारोबार में भ्रष्टाचार, सरकार और कारोबारियों के बीच डील और ऐसे ही कई गहरे राज पर एस्सार की नजर थी. मामले को लेकर गर्माएगा राजनीति माहौल जिस दौरान ये फोन टैप हुए उसमें चार साल यूपीए के हैं तो एक साल एनडीए का है. जहां बीजेपी सारा दोष यूपीए पर डालना चाहेगी वहीँ कांग्रेस बीजेपी को घेरना चाहेगी, क्योंकि सवाल कमबख्त आने वाले चुनाव का है. जो अगले साल पांच राज्यों में होने हैं और राजनीतिक पार्टियां चुनाव का ख्याल देश के विकास से ज्यादा रखती हैं.

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