The Lallantop
Advertisement

'अहमद पटेल के कहने पर तीस्ता ने गुजरात सरकार गिराने की साजिश रची थी', SIT के आरोप

SIT ने आरोप लगाया कि गुजरात दंगों के बाद अहमद पटेल के कहने पर तीस्ता को मिले थे 30 लाख रुपये.

Advertisement
Teesta Setalvad Ahmed Patel
बाएं से दाएं. Teesta Setalvad और Ahmed Patel. (फाइल फोटो)
font-size
Small
Medium
Large
16 जुलाई 2022 (Updated: 16 जुलाई 2022, 13:21 IST)
Updated: 16 जुलाई 2022 13:21 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

सामाजिक और राजनीतिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ (Teesta Setalvad) की जमानत याचिका का विरोध करते हुए गुजरात की एक SIT ने कहा कि वो एक बड़ी साजिश का हिस्सा थीं. SIT की तरफ से कहा गया कि कांग्रेस के दिवंगत नेता अहमद पटेल (Ahmed Patel) के कहने पर तीस्ता सीतलवाड़ 2002 गुजरात दंगों (Gujarat Riots) के बाद राज्य सरकार को गिराने की साजिश का हिस्सा बनी थीं. कोर्ट में दाखिल एफिडेविट में SIT ने कहा,

"तीस्ता सीतलवाड़ का उद्देश्य एक चुनी हुई सरकार को गिराना या अस्थिर करना था. निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए तीस्ता सीतलवाड़ ने विपक्षी राजनीतिक पार्टी से पैसे और दूसरे फायदे लिए."

SIT की तरफ से ये एफिडेविट 15 जुलाई को अहमदाबाद के एक सेशन कोर्ट में दाखिल किया गया. इस एफिडेविट में कहा गया कि अहमद पटेल के कहने पर ये पूरी साजिश की गई और उनके ही कहने पर तीस्ता सीतलवाड़ को दंगों के बाद 30 लाख रुपये मिले.

बीजेपी-कांग्रेस आमने सामने

SIT के इस दावे के बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि इस पूरी साजिश को सोनिया गांधी ने रचा था. एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पात्रा ने कहा कि गुजरात दंगे 2002 में जिस तरह से नरेंद्र मोदी को अपमानित करने की कोशिश की गई, परत दर परत उसकी सच्चाई सामने आ रही है. पात्रा ने आगे कहा कि SIT का एफिडेविट कहता है कि तीस्ता सीतलवाड़ और उसके सहयोगी राजनीतिक मंसूबे के साथ काम कर रहे थे.

इधर कांग्रेस पार्टी ने भी SIT के इस एफिडेविट पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. पार्टी की तरफ से कहा गया है कि दिवंगत अहमद पटेल के ऊपर लगाए गए इस तरह के शातिर आरोपों को कांग्रेस नकारती है. पार्टी ने कहा कि ये आरोप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उस रणनीति का हिस्सा हैं, जिसके तहत वो गुजरात में हुए सांप्रदायिक दंगों में अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं. कांग्रेस ने कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने तब गुजरात के मुख्यमंत्री को राजधर्म की याद दिलाई थी. पार्टी ने ये भी कहा कि SIT अपने राजनीतिक मालिकों के इशारों पर नाच रही है.

अहमद पटेल की बेटी का जवाब

SIT के इन आरोपों पर दिवंगत अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल ने भी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि विपक्ष को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. मुमताज ने कहा कि आखिर उनके पिता के जीवित रहते हुए उनके ऊपर मुकदमा क्यों नहीं चलाया गया. मुमताज ने ये भी कहा कि कॉन्सपिरेसी थ्योरी में अहमद पटेल का नाम घसीटकर उन्होंने गुजरात चुनाव के लिए कैंपेन शुरू कर दिया है.
 

इधर कोर्ट में दाखिल किए गए हलफनामे में SIT ने ये भी आरोप लगाया कि तीस्ता सीतलवाड़ बीजेपी सरकार के वरिष्ठ नेताओं को दंगा मामलों में फंसाने के लिए उस समय की सत्ताधारी राष्ट्रीय पार्टी के प्रमुख नेताओं से दिल्ली में मुलाकात करती थीं. हलफनामे में एक गवाह के हवाले से कहा गया कि सीतलवाड़ ने साल 2006 में कांग्रेस के एक नेता से पूछा था कि आखिर पार्टी उन्हें राज्यसभा में क्यों नहीं भेज रही है. 

वीडियो- गुजरात दंगों पर फैसले के बाद गिरफ्तार तीस्ता सीतलवाड़ के जुहू बीच पर 500 करोड़ के बंगले का सच!

thumbnail

Advertisement

Advertisement