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तमिलनाडु: पुलिस कस्टडी में पिटाई और टॉर्चर से एक और मौत का आरोप, दो पुलिसवालों पर FIR

परिवार का आरोप है कि मृतक ने पुलिस की धमकी की बात बताई थी.

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ऑटो ड्राइवर एन कुमारेसन (फोटो में) को अस्पताल में भर्ती करने के 15 दिन बाद उसकी मौत हो गई. परिवार ने पुलिस पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है. फोटो: India Today
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निशांत
28 जून 2020 (Updated: 28 जून 2020, 01:38 PM IST)
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तमिलनाडु में पिता-पुत्र पी जयराज और जे बेनिक्स की कथित तौर पर पुलिस कस्टडी में मौत का मामला चल ही रहा है कि राज्य में ऐसा ही एक और मामला सामने आया है. एक ऑटो ड्राइवर की अस्पताल में मौत हो गई. आरोप है कि पुलिस कस्टडी में उसे टॉर्चर किया गया. मामले में दो पुलिसवालों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. इंडिया टुडे के मुताबिक, ऑटो ड्राइवर एन कुमारेसन के परिवार वालों ने कहा कि उसे ज़मीन के एक विवाद में थाने बुलाया गया था. परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उसे कस्टडी में पीटा. एक दिन तक चली पूछताछ के बाद कुमारसन वापस घर आया. उसने ज्यादा बातचीत नहीं की. परिवार का कहना है कि बाद में उसे खून की उल्टियां होने लगीं. उसे सुरंदई के अस्पताल ले जाया गया. इसके बाद थिरुनवेली के सरकारी अस्पताल में शिफ्ट किया गया. किडनी और पेट का एक हिस्सा डैमेज्ड रिपोर्ट के मुताबिक, डॉक्टरों ने कहा कि कुमारेसन की किडनी और पेट के अंदर का एक हिस्सा डैमेज्ड था. परिवार का कहना है कि इसके बाद उसने पुलिस की कथित पिटाई की बात कही. उसने आरोप लगाया कि उसे पुलिस की तरफ से धमकी दी गई कि ये बात बाहर ना बताई जाए वरना उसके पिता को भी नुकसान पहुंचाया जाएगा. कुमारेसन के परिवार और रिश्तेदारों ने प्रदर्शन कर न्याय की मांग की है. दो सब-इंस्पेक्टर चंद्रशेखर और सिपाही कुमार के खिलाफ केस दर्ज किया गया है. पी जयराज और जे बेनिक्स का मामला तमिलनाडु में ही पी जयराज (59) और उनके बेटे जे बेनिक्स (31) की कथित तौर पर पुलिस कस्टडी में मौत का मामला सुर्खियों में है. 19 जून को तमिलनाडु के तूतिकोरिन में इन दोनों को पुलिस ने लॉकडाउन के उल्लंघन के लिए गिरफ्तार किया. इन पर आरोप था कि इन्होंने तय समय से ज़्यादा देरी तक मोबाइल एक्सेसरी की दुकान खुली रखी. पुलिस ने मैजिस्ट्रेट से इनकी रिमांड मांगी. कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मैजिस्ट्रेट ने बिना आरोपियों को देखे ही रिमांड दे दी, जबकि नियमों के मुताबिक रिमांड पर भेजने से पहले मैजिस्ट्रेट आरोपियों को खुद देखते हैं कि कहीं उन्हें किसी तरह की चोट तो नहीं लगी है. 22 जून को बेनिक्स को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया. एक दिन बाद उसके पिता की भी मौत हो गई. आरोप है कि इन दोनों के साथ पुलिस स्टेशन में मारपीट हुई. घटना के विरोध में तूतीकोरिन में एक प्रदर्शन हुआ. प्रदर्शन में शामिल 50 लोगों को भी लॉकडाउन तोड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. ट्विटर पर बाप-बेटे को न्याय दिलाने के लिए #JusticeForJeyarajAndFenix ट्रेंड करने लगा. मद्रास हाई कोर्ट की मदुरई बेंच ने मामले का स्वत: संज्ञान लिया है. तमिलनाडु सरकार ने मामले को CBI को सौंपने का फैसला किया है.
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