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तालिबान लौटा रहा है हिन्दुओं से छीनी जमीन! अफगानिस्तान में माहौल बदल रहा है क्या?

Taliban सरकार ने अपने न्याय मंत्री की अध्यक्षता में एक आयोग बनाया है. Afghanistan में हिंदुओं और सिखों से छीनी गई जमीन लौटाने का प्लान तैयार किया जा रहा है.

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taliban returning land property to displaced hindus sikhs in afghanistan illegal warlords
तालिबान की बड़ी पहल (सांकेतिक फोटो- AP)
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ज्योति जोशी
11 अप्रैल 2024 (Updated: 11 अप्रैल 2024, 09:00 AM IST)
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तालिबान (Taliban) ने अफगानिस्तान (Afghanistan) के अल्पसंख्यकों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है. खबर है कि वहां रह रहे हिंदुओं और सिखों की जमीन और संपत्ति अब वापस लौटाई जाएगी. वो जमीन जो गलत तरह से उनसे छीनी गई थी. इतना ही नहीं तालिबान कुछ हिंदू-सिख परिवारों की देश में वापसी की तैयारी भी करवा रहा है. इन कामों की निगरानी के लिए आयोग भी बना लिए गए हैं.

तालिबान के राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख सुहैल शाहीन ने मामले पर द हिंदू को विस्तार से जानकारी दी है. बताया कि काबुल में तालिबान के 'न्याय मंत्रालय' ने हिंदू और सिख समुदायों के विस्थापित सदस्यों को संपत्ति वापस करना शुरू कर दिया है. सुहैल के मुताबिक, पूर्व शासन के दौरान हड़पी गई सभी संपत्तियों को उनके मालिकों को वापस करने के लिए न्याय मंत्री की अध्यक्षता में एक आयोग की स्थापना की गई है. 

सुहैल शाहीन ने बताया कि अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था में ऐतिहासिक भूमिका निभाने वाले हिंदू और सिख परिवारों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए एक आयोग का गठन भी किया गया है. उन्होंने याद दिलाया कि हाल ही में अफगानिस्तानी ‘संसद’ के पूर्व सदस्य नरेंद्र सिंह खालसा कनाडा से वापस अफगानिस्तान लौटे हैं. 

दरअसल, अगस्त 2021 में तालिबान के कब्जा करने के साथ ही देश की संसद को भंग कर दिया गया था. जिसके बाद कई अल्पसंख्यकों ने दूसरे देशों में शरण ले ली थी. नीदरलैंड स्थित अफगान टिप्पणीकार संगर पायखर ने बताया कि नरेंद्र सिंह खालसा और उनके परिवार की वापसी दिखाती है कि अफगानिस्तान, लौटने की इच्छा रखने वाले धार्मिक अल्पसंख्यकों से जुड़े नेताओं का स्वागत करता है. 

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान के एक अधिकारी ने कहा कि ये पहल देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों, के साथ होने वाले अन्याय के निवारण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. इधर, भारतीय अधिकारी तालिबान के इस फैसले को भारत के प्रति सकारात्मक संकेत के तौर पर देख रहे हैं.

ये भी पढ़ें- पाकिस्तान की अफगान पर एयरस्ट्राइक के बाद तालिबान ने कह दिया - 'नतीजे भुगतने को तैयार रहो'

जान लें कि हिंदू और सिख समुदाय अफगानिस्तान की आबादी का लगभग 1% हिस्सा हैं.

वीडियो: दुनियादारी: क्या भारत तालिबान सरकार को मान्यता दे सकता है?

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