The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • swaraj kaushal threatens Twitt...

कौशल स्वराज ने मिजोरम पर ट्वीट करने वाले को ऐसा हड़काया कि उसने ट्विटर ही छोड़ दिया

पूर्व राज्यपाल और सुषमा स्वराज के पति कौशल स्वराज अब कह रहे- प्लीज वापस आ जाओ.

Advertisement
Swaraj Kaushal Bharadwaj Speaks Twitter War
स्वराज कौशल ने 29 जुलाई की रात एक ट्विटर यूजर को FIR की धमकी दे दी. इसके बाद उस यूजर ने न सिर्फ ट्वीट डिलीट कर लिए बल्कि ट्विटर ही छोड़ दिया. (फोटो- ट्विटर)
pic
अमित
30 जुलाई 2021 (Updated: 30 जुलाई 2021, 09:43 AM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
मिजोरम और असम के बीच सीमा पर भारी तनाव बना हुआ है. मामला सुलझाने को कोशिशें हो रही हैं. लेकिन जमीन पर तनाव के साथ ही ऑनलाइन टेंशन भी बढ़ी हुई है. इस मामले पर ट्विटर पर छिड़ी बहस इतनी बढ़ी कि मामला एफआईआर लिखवाने तक पहुंच गया. 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर वाले एक ट्विटर यूजर ने अपना अकाउंट ही डिएक्टिवेट कर दिया. ये मामला इसलिए खास बन गया क्योंकि इसमें एक छोर पर हैं बीजेपी की दिवंगत नेता सुषमा स्वराज के पति और पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल. आइए जानते हैं कि क्या है पूरा मामला और गर्मा-गरमी इतनी ज्यादा कैसे बढ़ गई. एक 'थ्रेड' जो पहुंच गया FIR तक ट्विटर पर @BharadwajSpeaks नाम का एक पॉपुलर हैंडल था. तकरीबन 2 लाख से ज्यादा फॉलोअर थे. 'था' और 'थे' इसलिए लिख रहे हैं क्योंकि फिलहाल इस अकाउंट को यूजर ने डिएक्टिवेट कर लिया है. इस हैंडल से ज्यादातर ट्वीट दक्षिणपंथी विचारधारा को लेकर किए जाते थे. ऐसा ही ट्वीट्स का एक लंबा थ्रेड 29 जुलाई को किया गया. मुद्दा था मिजोरम का इतिहास और उनका भारत से कनेक्शन. पूरे थ्रेड में ये समझाने की कोशिश की गई थी कि असल में 'मिजो' नाम की कोई जनजाति थी ही नहीं. इतना ही नहीं, पूरे मिजोरम के गठन को ईसाई मिशनरियों की एक साजिश भी करार दिया गया था. मिजोरम के वर्तमान सीएम जोरमथांगा को उग्रवादी सिद्ध करने की कोशिश भी हुई. देखते ही देखते इस थ्रेड पर तीखी बहस शुरू हो गई. कुछ ने इसे आंख खोलने वाला करार दिया तो कुछ ने देश विरोधी बता दिया.
इस बीच थ्रेड पर मिजोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल की नजर पड़ी. उन्होंने थ्रेड में बताई गई कहानी को माहौल खराब करने वाला बताया. मिजोरम सरकार के साथ भारत सरकार के समझौते की भावना के खिलाफ बताया. यहां तक तो ठीक था लेकिन फिर उन्होंने एक ट्वीट कड़क अंदाज में किया. उन्होंने ट्वीट में लिखा-
"उम्मीद है तुम्हें पता होगा कि तुम क्या लिख रहे हो. एक FIR होते ही तुम्हें अपनी जिंदगी के कई बरस जेल में ट्रायल का सामना करते हुए गुजारने पड़ेंगे. इसलिए फिर सोच लो."
फिर क्या था @BharadwajSpeaks ने जवाब में लिखा-
"मुझे अपना मैसेज मिल गया है. भारत में अभिव्यक्ति की कोई स्वतंत्रता (FOE) ही नहीं है. सरकार की ताकत ही सबकुछ तय करती है. मैं अपना थ्रेड और अकाउंट दोनों डिलीट कर रहा हूं"

ये ट्वीट करने के बाद भारद्वाज स्पीक्स नाम से ट्विटर हैंडल चलाने वाले यूजर ने अपना हैंडल डिलीट कर दिया. लेकिन बात यहीं खत्म नहीं हुई. लोगों ने सोशल मीडिया पर उसे खोजना शुरू कर दिया, और #BharadwajSpeaks ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा.
Swaraj Bhardwaj Speaks Twitter
स्वराज कौशल ने एफआईआर की बात क्या कही, ट्वीट करने वाले ने ट्विटर ही छोड़ दिया. (फोटो-ट्विटर)


ट्विटर पर लोगों ने बवाल काट दिया
ये मामला 29 जुलाई की रात को चलता रहा. 30 जुलाई की सुबह होते-होते इसे लेकर सरगर्मी बढ़ गई. दोनों तरफ के लोगों ने अपने हिसाब से इस मामले पर बात रखनी शुरू की. अनुराग सक्सेना ने लिखा-
"सवाल इस बात का नहीं है कि @BharadwajSpeaks परफेक्ट है या नहीं. सवाल ये है कि क्या किसी को अपना दृष्टिकोण रखने का हक है या नहीं."

 


नितिन लिखते हैं-
"ऐतिहासिक तथ्य लिखना कोई अपराध नहीं है. अगर इतिहास की सच्चाई से सेक्युलरिज्म और शांति को धक्का पहुंचता है तो ये फर्जी सेक्युलरिज्म और शांति है."
एक यूजर का जवाब देते हुए स्वराज कौशल ने लिखा-
"मेरी चिंता इस बात की है कि मिजो क्या सोचेंगे. मैंने अपनी जिंदगी के बेहतरीन साल मिजो समझौते को दिए हैं. ये 35 साल से अच्छी तरह से चल रहा है. पूरी दुनिया मिजो समझौते की तारीफ करती है. इस तरह का लेखन इस समझौते को नुकसान पहुंचा सकता है."

 

स्वराज बोले, मिस कर रहा हूं @BhardwajSpeaks मामले की नज़ाकत को समझते हुए पूर्व गवर्नर स्वराज ने ट्वीट करके @BharadwajSpeaks से वापस आने का आग्रह किया. उन्होंने 29 जुलाई की देर रात ट्वीट किया-
"मेरे प्यारे @BharadwajSpeaks, मैं तुम्हें बहुत मिस कर रहा हूं. अगर तुम कहीं चले गए हो तो प्लीज वापस आ जाओ. अगर कोई तुम पर मुकदमा करता है जो मैं तुम्हारे बचाव में खड़ा हूंगा. मैं ऐसा तुम्हारे प्रति अपने स्नेह की वजह से कह रहा हूं. लेकिन याद रहे कि मैं अपने लिखे गए किसी भी शब्द के लिए खेद नहीं जता रहा हूं."

इस मैसेज को लिखने से पहले स्वराज कौशल ने मिजो जनजाति और भारत के बीच हुए समझौते को पवित्र बताया. उन्होंने कहा कि ये समझौता दिखाता है कि किस तरह हथियारों को छोड़कर एक संगठन मुख्यधारा का हिस्सा बन सकता है. उन्होंने कहा कि मिजोरम में रहने वाले सभी लोग भारतीय हैं.
खबर लिखे जाने तक #BharadwajSpeaks का हैशटैग ट्विटर पर ट्रेंड कर रहा था. स्वराज कौशल की तरह दूसरे लोग भी इस हैंडल की वापसी की उम्मीद कर रहे हैं.

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement