The Lallantop
Advertisement

श्रीनगर की मस्जिद में 'आजादी के नारों' के पीछे DGP ने किस प्लॉट का खुलासा किया?

इस वीडियो के वायरल होने के बाद से लोग सोशल मीडिया पर कश्मीरी पंडितों के 1990 के पलायन को याद कर कर रहे हैं

Advertisement
Jamia Masjid Srinagar
जामिया मस्जिद से शुक्रवार की नमाज के बाद वीडियो क्लिप सामने आई है. फोटो- स्क्रीनग्रैब आजतक
font-size
Small
Medium
Large
10 अप्रैल 2022 (Updated: 15 जून 2022, 18:54 IST)
Updated: 15 जून 2022 18:54 IST
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर से कथित तौर पर ‘आजादी के नारे’ लगाए गए हैं. सोशल मीडिया पर श्रीनगर के सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक जामिया मस्जिद (Jamia Masjid) का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो में लोगों को कथित तौर पर ‘हम क्या चाहते..आजादी’ जैसे नारे लगाते हुए देखा जा सकता है.

‘जुम्मे की नमाज के बाद का वीडियो’

वायरल वीडियो शुक्रवार, 8 अप्रैल का बताया जा रहा है. दावा है कि क्लिप में दिखाई दे रहे लोग रमजान के महीने में पहली सामूहिक नमाज अदा कर वापस लौट रहे थे. इंडिया टुडे से जुड़े अशरफ वानी की रिपोर्ट के मुताबिक, वीडियो क्लिप में आजादी के नारों के साथ, ‘नारा ए तकबीर, अल्लाहु अकबर’ जैसे नारे भी लगाए जा रहे हैं.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मस्जिद में 24 से 35 हजार नमाजी पहुंचे थे. इसी के बाद कथित तौर पर 25 लोगों ‘भारत विरोधी’ विवादित नारे लगाए. हालांकि, इस वीडियो में कितनी सच्चाई है, इसमें दिखाई देने वालीं और कही जाने वालीं बातें सच ही हैं, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.

‘पाकिस्तान शांति भंग की कोशिश कर रहा’

इस पूरे घटनाक्रम पर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह की प्रतिक्रिया आई है. उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने की कोशिश कर रहा है.  इससे पहले दक्षिण कश्मीर की सिक्योरिटी रिव्यू मीटिंग के दौरान DGP दिलबाग सिंह ने अधिकारियों को इस तरह के तत्वों से निपटने के लिए बेहतर सुरक्षा तंत्र विकसित करने के लिए कहा था. उन्होंने नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता बनाने के आदेश दिए थे. इधर बीते एक हफ्ते में जम्मू-कश्मीर में चार अलग-अलग आतंकी हमलों में पांच लोग घायल हुए हैं. इनमें एक कश्मीरी पंडित के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर के बाहर के लोग भी शामिल हैं.

वहीं इस वीडियो के वायरल होने के बाद से लोग सोशल मीडिया पर कश्मीरी पंडितों के 1990 के पलायन को याद कर कर रहे हैं. दरअसल, उस वक्त भी कुछ इसी तरह के नारे मस्जिदों से लगाए गए थे.

जामिया मस्जिद, दो सालों से कोरोना महामारी के कारण बंद थी. पिछले महीने इसे दोबारा खोला गया. ये मस्जिद कश्मीर की सबसे बड़ी मस्जिदों में से एक है. हुर्रियत के अलगाववादी यहां भाषण देते थे. इस मस्जिद में पहले भी इस तरह के नारे लगने की रिपोर्ट्स हैं.

thumbnail

Advertisement

Advertisement