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नीतीश-लालू की छवि हमने नहीं, इन 6 लोगों ने बिगाड़ी है

महागठबंधन के वे 6 रत्न, जो सरकार बनने के बाद क्राइम में फंसे और लालू-नीतीश की भी मिट्टीपलीद कर गए.

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कुलदीप
15 जून 2016 (Updated: 15 जून 2016, 11:51 AM IST) कॉमेंट्स
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बिहार में JDU-RJD और कांग्रेस की साझा सरकार है. नीतीश कुमार और लालू यादव इसके सबसे बड़े चेहरे हैं. जब से यह सरकार बनी है, सत्ताधारी गठबंधन के नेता नित नए क्रिमिनल केसों में फंसते जा रहे हैं. इनमें कुछ विधायक, एकाध MLC और एकाध पूर्व विधायक भी हैं. कुछ सीधे नामजद हुए, कुछ पर मामले को प्रभावित करने और आरोपियों को शह देने का आरोप लगा.
बिहार की विधानसभा कभी आपराधिक शूरवीरों से खाली नहीं रही. फिलवक़्त 243 सदस्यों की विधानसभा में से 142 पर क्रिमिनल चार्जेस हैं. कुल मिलाकर 58 फीसदी. इनमें सबसे ज्यादा आरजेडी के 46 विधायक हैं. पिछली विधानसभा का आलम भी अलग  नहीं था. तब 57 परसेंट विधायकों पर क्रिमिनल केस थे.
आइए देखें, ये सरकार बनने के बाद सत्ताधारी गठबंधन के किन नेताओं के दामन पर आरोपों के छींटे लगे:

1

मनोरमा देवी, पूर्व MLC, JDU

Manorama Devi आदित्य सचदेवा कार से जा रहा था. रॉकी यादव ने गोली मार दी क्योंकि उसकी कार को रास्ता नहीं दिया था. रॉकी यादव जेडीयू MLC मनोरमा देवी का बेटा है. मनोरमा के घर पुलिस ने छापा मारा तो वहां से शराब की बोतल मिली. शराब बिहार में बैन है. जेडीयू ने मनोरमा को पार्टी से बर्खास्त कर दिया. 17 मई को मनोरमा को सरेंडर करना पड़ा. एक्साइज एक्ट के तहत उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ. बीते 6 जून को उन्हें पटना हाईकोर्ट ने जमानत दे दी और आदित्य सचदेवा हत्याकांड की जांच में सहयोग करने को कहा. उनके पति बिंदी यादव और बेटे रॉकी यादव आदित्य मर्डर केस में अंदर हैं.

2

ललित यादव, विधायक,  RJD

दरभंगा के माधोपुर-मखनाही में 14 जून को प्रॉपर्टी डीलर हीरा पासवान की गोली मारकर हत्या कर दी गई. मरने वाले के भाई ने दरभंगा रूरल के विधायक ललित यादव पर आरोप लगाया. हीरा पासवान चक्का गांव का था जो प्रॉपर्टी डीलिंग के अलावा हार्डवेयर और बिस्किट का बिजनेस भी करता था. उसके भाई का आरोप है कि जमीन की खरीद-बिक्री को लेकर उसकी विधायक से रंजिश चल रही थी. अभी ललित यादव के  खिलाफ FIR दर्ज नहीं हुई है.

3

राज बल्लभ यादव, पूर्व विधायक, RJD

Raj ballabh yadav एक नाबालिग लड़की से रेप का आरोप लगा 53 साल के RJD विधायक राज बल्लभ यादव. पार्टी ने उन्हें निकाल दिया, लेकिन तब तक मिट्टीपलीद हो चुकी थी. पुलिस को दी गई शिकायत के मुताबिक, सुलेखा देवी नाम की एक महिला 10वीं में पढ़ने वाली एक लड़की नालंदा ले गई और वहां उसे शराब पिलाई. इसके बाद लड़की से कथित तौर पर राज बल्लभ यादव ने रेप किया. इसके बाद पीड़िता को सुलेखा देवी ने 30 हजार रुपये दिए. 6 फरवरी की घटना थी. मामला सामने आने के बाद राज बल्लभ फरार हो गए. एक महीने बाद सरेंडर किया.

4

शहाबुद्दीन, पूर्व सांसद, RJD

Shahabuddin बिहार के सीवान में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या के मामले में जिसे धरा गया, उसका नाम है लड्डन मियां. पुलिस पूछताछ के मुताबिक, लड्डन मियां ने ही पत्रकार की हत्या की सुपारी दी थी. लड्डन मियां बाहुबली आरजेडी नेता और पूर्व सांसद शहाबुद्दीन का करीबी है. शहाबुद्दीन का नाम FIR में नहीं था, लेकिन आरोपों के छींटे उनके दामन पर भी पहुंचे और बिहार सरकार के भी. पुलिस पूछताछ के दौरान लड्डन ने कहा, 'अगर मेरे बीवी बच्चों को जिन्दा देखना चाहते हैं तो मेरा मुंह न खुलवाएं.'

5

उषा सिन्हा, पूर्व विधायक, JDU

USha sinha बिहार के टॉपर स्कैम में फंसे हैं बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड के पूर्व चेयरमैन लालकेश्वर प्रसाद सिंह. इनकी पत्नी उषा सिन्हा जेडीयू में हैं और पहले विधायक भी रही हैं. उषा सिन्हा के एजुकेशनल सर्टिफिकेट भी फर्जी पाए गए हैं. 15 जून को ही लोअर कोर्ट ने लालकेश्वर और उषा सिन्हा के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया है.

6

सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी, विधायक, कांग्रेस

Sudhir kumar ऊपर की सारी घटनाएं दिल्ली के मीडिया तक पहुंचीं, लेकिन ये वाली नहीं. जबकि यह शायद सबसे वीभत्स घटना थी. अप्रैल 2016 में जमुई के भछियार गांव में पप्पू सिंह को कुछ लोगों ने जिंदा जलाकर मार दिया. मामले में जिनके खिलाफ FIR दर्ज हुई, उनमें क्रांति चौधरी का नाम था. ये क्रांति चौधरी सेक्स रैकेट में पकड़ा गया था, जेल-वेल होकर आया था. पास के सिकंदरा से कांग्रेस विधायक सुधीर कुमार उर्फ बंटी चौधरी इसका रिश्तेदार है. जैसे ही केस में महागठबंधन के नेताओं का नाम सामने आने लगा कि पुलिस की तफ्तीश थम सी गई. अब तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. बल्कि आरोप है कि पुलिस नामजद किए गए लोगों को बचाकर फाइनल रिपोर्ट देने की तैयारी कर रही है.

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