The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • sanitation workers died in up ...

सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान 4 लोगों की मौत, वाराणसी से महज 20 किमी दूर दर्दनाक हादसा

UP के Chandauli में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान 1 कर्मी बेहोश हो गया. इसके बाद जान बचाने के प्रयास में 3 और लोगों की मौत हो गई.

Advertisement
Sanitation workers died
पुलिस मामले की जांच कर रही है. (फाइल फोटो:PTI)
pic
रवि सुमन
9 मई 2024 (Updated: 9 मई 2024, 08:17 IST)
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली (Chandauli) जिले के दीनदयाल नगर में सेप्टिक टैंक की सफाई (Sanitation workers died) के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई. इनमें 3 सफाईकर्मी और 1 मकान मालिक का बेटा शामिल है. चारों ने एक-दूसरे की जान बचाने की कोशिश की थी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा कि तीनों सफाईकर्मी और मकान मालिक का बेटा सेप्टिक टैंक में बेहोश पड़े हुए थे. पुलिस ने उन्हें बाहर निकाला और जिला अस्पताल लेकर गए जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ये हादसा वाराणसी से करीब 20 किलोमीटर दूर मुगलसराय कोतवाली के दीनदयाल नगर में हुई है. दरअसल, वार्ड नंबर 20 में रहने वाले भरत जायसवाल के घर  8 से 9 मई की दरम्यानी रात को सेप्टिक टैंक की सफाई का काम चल रहा था. इस दौरान जैसे ही 1 सफाईकर्मी सेप्टिक टैंक में उतरा तो जहरीली गैस की वजह से बेहोश हो गया. उस सफाईकर्मी को बचाने के लिए दूसरा और फिर तीसरा कर्मी टैंक में उतरा. लेकिन जहरीली गैस का असर इतना अधिक था कि तीनों अंदर ही बेहोश हो गए.

ये भी पढ़ें: स्कूल का सेप्टिक टैंक 'दलित' छात्रों से साफ कराने का आरोप, प्रिंसिपल सस्पेंड

टैंक के अंदर उन्हें बेहोश देखकर मकान मालिक का बेटा अंकुर जायसवाल भी उन्हें बचाने के लिए सेप्टिक टैंक में उतर गया. जहरीली गैस की वजह से वो भी अंदर ही बेहोश हो गया. घटना की जानकारी होते ही अफरातफरी मच गई. फिर पुलिस को सूचना दी गई. लेकिन अस्पताल पहुंचने तक उनकी मौत हो चुकी थी.

पुलिस ने चारों शवों को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया है. मुगलसराय कोतवाली पुलिस ने इस घटना के संदर्भ में बयान जारी किया है. उन्होंने कहा है कि रात को करीब 1 बजे भरतलाल के यहां सीवर सफाई का काम हो रहा था. इस दौरान जहरीली गैस से 35 साल के विनोद रावत, 30 साल के लोहा और 40 साल के कुंदन की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि तीनों मजदूरों की जान बचाने के प्रयास में 23 साल के अंकुर जायसवाल भी जहरीली गैस की चपेट में आ गए और उनकी भी मौत हो गई.

इससे पहले 3 मई को भी उत्तर प्रदेश में नोएडा सेक्टर 26 में भी सेप्टिक टैंक की सफाई 2 सफाईकर्मी की मौत हो गई थी. पुलिस ने बताया था कि टैंक से जहरीली गैस निकलने की वजह से वो बेहोश हो गए थे. उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: PM मोदी ने अपने भाषण में अडानी-अंबानी का नाम क्यों लिया?

Comments
thumbnail

Advertisement

Advertisement