GS वाले खान सर या अमित सिंह? जानिए उनकी असली पहचान, उन्हीं की जुबानी
पटना के खान सर ने ऐसा क्या कहा कि लोग उनकी कुंडली खंगालने में जुट गए?

“ई रैली में ये बेचारा बचवा है. इसको क्या पता कि राजदूत क्या चीज होता है. कोई पता नहीं है. लेकिन फ्रांस को राजदूत को बाहर ले जाएंगे. इनको कुछ पता नहीं है. बाबू लोग, तुम लोग पढ़ लो. अब्बा के कहने पर मत आओ. अब्बा तो पंचर साट ही रहे हैं (माने बना ही रहे हैं). ऐसा ही तुम लोग भी करेगा तो बड़ा होकर तुम लोग भी पंचर साटेगा. तो पंचर मत साटो वरना तुमको तो पता ही है कि कुछ नहीं होगा तो चौराहा पर बैठकर मीट काटेगा तुम. बकलोल कहीं के. बताइए, ये उमर है बच्चों को यहां पर लाने का?”खान सर आगे बिना किसी जाति-धर्म का नाम लिए एक आबादी विशेष पर भी टिप्पणी कर जाते हैं.
“लेकिन क्या ही कीजिएगा? 18-19 पैदा होंगे तो किस काम में आएंगे? कोई बर्तन धोयेगा, कोई बकरी काटेगा, कोई पंचर बनाएगा.”खान सर की पूरी बात इस वीडियो में 5 मिनट 5 सेकंड से देख सकते हैं. #ReportOnKhanSir बस इसी वीडियो की क्लिप अब ट्विटर पर वायरल हुई तो इसे धर्म विशेष के ख़िलाफ जानकर #ReportOnKhanSir ट्रेंड होने लगा. सना खैर नाम की यूज़र ने लिखा खान सर तो कंगना रनौत का मेल वर्ज़न हैं. IAS की तैयारी करने वालों को सिखाया जाना चाहिए कि किस तरह नफरत फैलाने की जगह धार्मिक सद्भाव की बात करें. यूट्यूब से गुज़ारिश है कि इन्हें एंटरटेन करना बंद करें.
और भी ट्वीट्स देखिए -Khan Sir is the male version of Kangana Ranaut. IAS aspirants are supposed to be taught of communal harmony, not hatred.
We urge @YouTube to stop entertaining his communalised content.#ReportOnKhanSir — Sana Khair (@SanaKhair1) May 23, 2021
लोगों ने इन्हें संघी और इस्लामोफोबिक भी बता दिया.It's Rare when black &White r same#ReportOnKhanSir White Fungus Black Fungus pic.twitter.com/xJW9GmYhV6
— s u k o o n (@shab_a__b) May 23, 2021
Sañghi Khan Sir Right Now#ReportOnKhanSir pic.twitter.com/CQfEx2u2qM
— Md Sanaullah85 (@MSanaullah85) May 23, 2021
"Old variant" "New variant " pic.twitter.com/WW1nvT6T5Z — Thanos Pandit (parody) (@Thanos_pandith) May 22, 2021
वहीं कुछ लोगों ने लिखा कि वो खान सर को सपोर्ट करते हैं क्योंकि उन्होंने कुछ ग़लत नहीं लिखा.I am not sure if this person is a Muslim or not but he is clearly Islamophobic.
Need to sideline such vultures.#ReportOnKhanSir pic.twitter.com/IsI1bwaN5p — احمد غازي (@Ahmed_Brilliant) May 22, 2021
लोग उनके मोटिवेशनल वीडियो भी खोज लाए और एपीजे अब्दुल कलाम तक का ज़िक्र करके ट्वीट दागे गए.We support #khansir ✌#ReportOnKhanSir pic.twitter.com/7fEDKPiLrL
— Anshu Vats (@Anshu_Vats1) May 23, 2021
#ReportOnKhanSir They Hate APJ Abdul Kalam because Kalam sir always Reject their culture
Now they are targeting Khan sir because he telling their truth fearlessly I Support Khan sir #support pic.twitter.com/ALpYYzyrkq — Yami Yam Yam (@YamiYamYam1997) May 23, 2021
Yes report on report on KHAN SIR. Ye itni choti umar mai itne bade teacher kaise bann gaye... He is so knowledgeable report this.. He is so passionate towards teachin report this.. He is the Future of India♥️u don't have even 1% of khan sirs knowledge — Ishan Bhatia (@Himansh52533697) May 23, 2021
खान सर या अमित सिंह? लेकिन इन सबके बीच ट्विटर पर एक जनसंख्या और थी, जो खान सर की एक और वीडियो क्लिप खोज लाई. इसमें वो कह रहे हैं कि उनका असली नाम खान नहीं, बल्कि अमित सिंह है. वीडियो में वो कह रहे हैं -India needs educators like him. I have been following his channel for quite a time and his current affair videoes are the most researched and entertaining as well on the yt scene. Please refrain mixing religion with everything. #ReportOnKhanSir https://t.co/R3zGC3vKjR
— Ekansh Gupta (@mastamma) May 23, 2021
"मेरा 'खान सर' नाम नहीं है. तुम लोगों को एक मिस्ट्री बताता हूं. हम जब पढ़ाने गए थे, तो हम टीचर ही नहीं थे. एक कोचिंग थी, जिसने कमाने के लिए लड़कों को तो रख लिया, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए टीचर ही नहीं थे. तो हमें बुलाया गया कि सर आइए, एक बार क्लास लीजिए. पहले दिन 6 लड़के थे. अगले दिन 40-50, उसके अगले दिन 150. अब उन सबको (कोचिंग वालों को) डर हो गया कि अगर ये मास्टर यहां से हट गया तो सब लड़के इसके पीछे चले जाएंगे. तो उन्होंने हमसे कहा कि न आपको अपना नाम बताना है, न मोबाइल नंबर. हमने कहा कि हमको क्या मतलब इन सबसे. हमने न किसी को नाम बताया, न मोबाइल नंबर. हम अपना नाम GS टीचर बता देते थे. बाद में उन लोगों ने ही एक नाम जुगाड़ दिया - खान सर. जबकि ऐसे लोग हमको अमित सिंह कहकर बुलाते हैं. हम इसीलिए कहते हैं कि आप हमको समझ सको, इतनी आपमें समझ नहीं."इस क्लिप के आते ही ट्विटर पर जनता एक्टिव हो गई. समझ आना ही बंद हो गया कि कौन इनके पक्ष में रहा, कौन विरोध में. अब इससे जुड़े ट्वीट्स देखिए.
HE IS NOT MUSLIM but he was dangerous person for every indian #ReportOnKhanSir #KhanSirRealMuslimofIndia https://t.co/Q95hLgoj3z
— (تحسین رضا )Dr.Tahseen Nomani (@Nomani78692) May 23, 2021
एक यूजर ने लिखा कि ये आदमी लोगों के बीच नफरत फैला रहा है. ये खुद को टीचर कैसे कह सकता है.This is Amit Singh, not Khan sir
#ReportOnKhanSir pic.twitter.com/eRxnFwGQFu — Naved Khan (@NavedKh27846482) May 23, 2021
This is Amit Singh not Khan Sir. How one could be a teacher, if he is spreading the disgust among students (Future of Nation) about a religion. Stop calling him SIR , he is a pure SANGHI. Need to sideline such vulture from society.#ArrestKhanSir #ReportOnKhanSir pic.twitter.com/4ERGLjy5Cf
— HUSSΔIΠ (@aslihussain) May 23, 2021
एक ये क्लिप भी पोस्ट की गई, जिसमें वे सुरेश और अब्दुल नाम के सहारे हिंदी के समास समझा रहे हैं. लेकिन उदाहरण बिल्कुल ठीक नहीं रहा.Ye farzi musalman jo apne aap ko khan bolta tha ye to sanghi dalal nikla israel iska baap hai hamesha Israel ki chatukarita karta hai bahot bewaquf banaya musalmano ko..#ReportOnKhanSir pic.twitter.com/HdNfwMXXMd
— (@Sarwar6786) May 23, 2021
और भी क्लिप्स निकाली गईं."सुरेश ने जहाज़ उड़ाया मतलब सुरेश जहाज़ उड़ा रहा है और 'अब्दुल' ने जहाज़ उड़ाया मतलब जहाज़ को 'उड़ा दिया!"... मिलिए, 'अमित सिंह' उर्फ 'खान सर' पटना वाले से!! इस फ़र्ज़ी 'खान' की असलियत सबको बताओ और इसके यूट्यूब चैनल https://t.co/92A3fqQ7gG को रिपोर्ट करो...#ReportOnKhanSir pic.twitter.com/REHfjKBAss
— جاوید پٹیل (@JavedPatell) May 23, 2021
He is insulting India's presidential post calling as "Phupha Ji". He is saying India's President has no power. The president is the highest constitutional authority of our country. The president is the Supreme Commander of the IAF.@bihar_police @officecmbihar #ReportOnKhanSir pic.twitter.com/g0VIr55nLg
— Sheikh Mohammad Sabeer (@sheikhsabeer26) May 23, 2021
There is a new fraudsters on social media market. His is operating by the name of Khan sir, his real name is Amit Singh. Beware of him. Stop watching his videos ! All his videos are aimed at impressing the sanghi crowd and to promote the sanghi propoganda ! He is an Islamophobe .
— Wali Rahmani (@TheWaliRahmani) May 23, 2021
कौन हैं खान सर? खान सर के इर्द-गिर्द एक मिस्ट्री तो बुनी हुई है. इनके बारे में ज़्यादा जानकारियां इतनी आसानी से उपलब्ध हैं नहीं. इनके यूट्यूब चैनल पर जो परिचय दिया हुआ है, उसमें भी नाम में सिर्फ खान सर लिखा है. पटना का पता दर्ज है. 2 फोन नंबर दर्ज हैं. हमने दोनों नंबर मिलाए. एक भी नहीं लगा. जो जानकारियां पब्लिक फोरम में उपलब्ध हैं, वो ये कहती हैं कि पूरा नाम फैज़ल खान है. गोरखपुर, UP में पैदा हुए. NDA में जाना चाहते थे. फ़िज़िकल क्लियर नहीं हुआ तो लोगों को पढ़ाने के लिए यूट्यूब चैनल शुरू किया, जो इनके पढ़ाने के अच्छे अंदाज और अच्छे रिसर्च के चलते जमकर हिट हुआ. फिलहाल पटना में रहते हैं. एक लंबी-चौड़ी टीम खान सर के वीडियो प्रोडक्शन और रिसर्च के लिए काम करती है. 'खान सर तो बस एक टाइटल है' इस विवाद और खान सर व अमित सिंह की पहचान को लेकर द लल्लनटॉप ने उनसे बात की. उन्होंने हमें बताया-#KhanSir के नाम पर खुद को मुसलमान साबित करने वाले अमित सिंह पर करवाई होनी चाहिए। #ReportOnKhanSir
— @WAKEEL SIFAN (@WaKeELSiFaNBeI1) May 23, 2021
"नाम से किसी को नहीं जानना चाहिए. बस इतना समझना चाहिए कि मेरा नाम क्या है, वो अलग बात है. और लोग हमें क्या कहकर बुलाते हैं, वो अलग है. नेल्सन मंडेला को अफ्रीका का गांधी कहा जाता है. लेकिन इस आधार पर आप यह नहीं कह सकते कि वो गांधी हैं. मुझे क्या कहा जाता है, इसके ऊपर मैं बहुत ज्यादा ध्यान नहीं देता. कुछ लोग मुझे कई नामों से बुलाते हैं. जिसमें से एक अमित भी है. खान सर बस एक टाइटल है. मेरा मूल नाम नहीं है. मैंने अपना पूरा नाम कभी नहीं बताया. टाइम आएगा तो सबको पता चल ही जाएगा. नाम में कोई बहुत बड़ा रहस्य नहीं छुपा है. लेकिन एक ट्रेंड है तो उसे चलने दिया जाए."पंचर बनाने और एक समुदाय विशेष के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के आरोपों पर भी खान सर ने अपना पक्ष रखा. उन्होंने हमें बताया-
"अप्रैल का वीडियो है. उस वीडियो से अगर कोई समस्या होती तो ये विवाद अप्रैल में शुरू होता. वो फ्रांस का विवाद था. वहां के लोगों को मैंने बस इतना बोला था कि आपस में मिलजुलकर रहना चाहिए. अगर विवाद पर फ्रांस के राजदूत को निकालेंगे तो कल को कोई और देश बोलगा, तो आप कितने देशों के राजदूत को निकालते चले जाएंगे. उसमें कुछ प्रोटेस्ट की फोटो भी थीं, जिनमें छोटे बच्चे भी थे. मैंने बस जोर देकर ये कहा था कि बच्चों को स्कूल जाना चाहिए. उन्हें तो राजदूत का मतलब भी नहीं पता. ये सब पाकिस्तान के बारे में कहा था. पाकिस्तान के बारे में बोलने का मतलब यह नहीं है कि किसी धर्म के बारे में बोल रहे हैं. अगर कोई कहता है कि हिंदुस्तान के लोगों की शिक्षा को और बेहतर करना है, तो इसका मतलब यह नहीं कि वो किसी धर्म के बारे में बोल रहा है. अब कोई जबरदस्ती धर्म को बीच में ले आए तो हम क्या कर सकते हैं."खान सर ने आगे कहा कि उन्होंने बस उन बच्चों के लिए कहा था कि पढ़ाई लिखाई कर लो. नहीं पढ़ोगे तो कोई अच्छा काम नहीं कर पाओगे. इसी पर पंचर बनाने का उदाहरण दे दिया था. अब कोई पढ़ा-लिखा होगा तो भूखे तो मरेगा नहीं. इसमें यह कह देना कि इस्लाम धर्म को निशाना बनाया, सही नहीं है. खान सर ने बताया कि उन्होंने कभी भी हिंदू धर्म और इस्लाम धर्म को निशाना नहीं बनाया. खान सर ने यह भी कहा कि जिन लोगों को उस वीडियो से समस्या है, उनसे कहिए कि उस क्लिप के 10 मिनट पहले का हिस्सा और 10 मिनट बाद का हिस्सा भी चलाएं. क्योंकि आधा सच पूरे झूठ से ज्यादा खतरनाक होता है. उन्होंने कहा कि कोई अगर उस वीडियो को तोड़-मरोड़कर आधा-अधूरा देखेगा तो उसे तकलीफ होगी ही. लेकिन किसी को तकलीफ पहुंचाने का उनका इरादा कभी नहीं रहा. उन्होंने बताया कि उनका इरादा बस इतना है कि जो बच्चे सिविल सेवा परीक्षा में बैठ रहे हैं, उन्हें एग्जाम में अंतरराष्ट्रीय टॉपिक पर दो पेज लिखना होता है. जैसे इजरायल और फिलिस्तीन का मामला है. उसमें आपकी भावनाएं काम नहीं आएंगी. तो इस हिसाब से पूरा मामला विस्तार से बताना पड़ता है, ताकि बच्चों को समझ आ जाए. उन्हें याद रहे कहानी के तौर पर. खान सर ने यह भी कहा कि वह अभी तक 10 हजार घंटे से ज्यादा पढ़ा चुके हैं. उसमें से अगर किसी को 20 सेकेंड की क्लिप से समस्या हो रही है, तो इसका मतलब कि वो हकीकत से दूर है.