RBI ने HDFC बैंक के किस काम-काज पर ब्रेक लगा दिया है?
HDFC बैंक के साथ क्या गड़बड़ी चल रही है?
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पिछले दो साल में कई बार HDFC बैंक के डिजिटल सिस्टम के ठप पड़ने या डाउन होने की शिकायतें आ रही थीं. फोटो: India Today
HDFC बैंक की इंटरनेट बैंकिंग/पेमेंट यूटिलिटी में दो साल से दिक्कतें चल रही थीं. पिछले महीने 21-22 नवंबर को बैंक के कई ग्राहक अपनी डिजिटल बैंकिंग एक्सेस नहीं कर पाए. करीब 12 घंटे तक बैंक की UPI, ATM और डेबिट/क्रेडिट कार्ड सेवाएं पूरी तरह रुकी रहीं. हल्ला मचा तो बैंक ने कहा कि इसके प्राइमरी डेटा सेंटर में बिजली ठप हो गई थी. इससे पहले भी इस तरह की दिक्कतें आती रही हैं.
HDFC बैंक ने स्टॉक एक्सचेंज को भी RBI के आदेश की जानकारी दी है. 3 दिसंबर को बैंक ने एक बयान जारी कर कहा,
RBI ने HDFC बैंक लिमिटेड को 2 दिसंबर, 2020 को एक आदेश जारी किया है, जो पिछले दो साल में बैंक की इंटरनेट बैंकिंग/ मोबाइल बैंकिंग/पेमेंट बैंकिंग में हुई परेशानियों के संबंध में है, जिसमें हाल ही में 21 नवंबर, 2020 को प्राइमरी डेटा सेंटर में पॉवर फेल्योर हो जाना भी शामिल है.बैंक ने कहा,
RBI ने बैंक को सलाह दी है कि वो अपने कार्यक्रम डिजिटल 2.0 के तहत प्लान की गईं गतिविधियों, प्रस्तावित IT एप्लीकेशन और नए क्रेडिट कार्ड ग्राहकों की सोर्सिंग रोक दे. इसके साथ ही बैंक के बोर्ड से कहा गया है कि वो दिक्कतों को देखें और जवाबदही तय करें.

HDFC Bank का बयान.
बैंक ने कहा- हमने उठाए कई कदम
बैंक के IT ग्रुप हेड और CIO मुनीश मित्तल ने जुलाई, 2020 में इस्तीफा दे दिया था. नवंबर में रमेश लक्ष्मीनारायणन को बैंक का नया CIO बनाया गया है. ग्राहकों की तरफ से लगातार शिकायतें आ रही थीं कि बैंक का सर्वर डाउन रहता है और लेन-देन के लिए OTP और ट्रांजैक्शन में दिक्कतें आ रही हैं. इसके बाद बैंक की तरफ से आश्वासन दिया गया कि इसके IT सिस्टम को मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और बाकी काम भी तेजी से पूरा होगा. बैंक ने उम्मीद जताई कि इन कदमों से मौजूदा क्रेडिट कार्ड, डिजिटल बैंकिंग चैनलों और परिचालन पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ऐसा पहली बार है जब किसी बड़े प्राइवेट बैंक के डिजिटल ऑपरेशन पर RBI ने इस तरह ब्रेक लगाया हो.