'एकनाथ शिंदे के बंदे, नहीं रहे अंधे', महाराष्ट्र के राजनीतिक संकट पर अठावले की तुकबंदी वायरल
पत्रकार इस सियासी संकट पर रामदास अठावले से सवाल कर रहा था, उन्होंने अपने मजेदार अंदाज में जवाब दिया.

महाराष्ट्र (Maharashtra) में राजनीतिक संकट (Political Crisis) जारी है. सीएम उद्धव ठाकरे इस्तीफा देने को तैयार हैं. उनके संबोधन के बाद शरद पवार, सुप्रिया सुले और अन्य सहयोगी नेता उनसे मिलने पहुंचे हैं. आगे क्या होने वाला है इसे लेकर मीडिया-सोशल मीडिया जबर्दस्त बहस छिड़ी हुई है. सियासी जानकार अपने अनुमान लगा रहे हैं और आम लोग तुक्के. लेकिन इस सबके बीच एक तुकबंदी वायरल हो गई है.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) का एक क्लिप सामने आया है. इसमें वो एबीपी न्यूज के एक पत्रकार को इंटरव्यू दे रहे हैं. महाराष्ट्र के मौजूदा सियासी हालात पर अठावले से सवाल पूछा गया तो सीधा जवाब देने के बजाय उन्होंने अपने जाने-माने अंदाज में तुकबंदी कर दी. अठावले की जुगाड़ी कविता ऐसी थी कि इंटरव्यू कर रहा पत्रकार भी अपनी हंसी छिपा नहीं पाया. सोशल मीडिया पर अब वायरल ये कविता कुछ यूं है,
जिन्होंने उद्धव ठाकरे जी के राजनीति के बंद कर दिए धंधे
उनका नाम है एकनाथ शिंदे
एकनाथ शिंदे और जो सभी MLA हैं वो सारे बालासाहब ठाकरे के बंदे
अभी वो नहीं रह गए अंधे.
ट्विटर पर वीडियो क्लिप शेयर हुआ तो यूजर्स के रिएक्शन भी सामने आए. @basantkarshit नाम के यूजर ने अठावले की कविता आगे बढ़ाते हुए लिखा-
शिवसेना को डुबो दिया, क्योंकि सलाहकार थे गंदे... अब हालत ये है पार्टी की, मिलेंगे कि नहीं 4 कंधे.
@Civilian24 नाम के यूजर ने लिखा-
अपनी हंसी को कंट्रोल करने के लिए रिपोर्टर को सलाम.
@TheUnitedHindus ने लिखा-
जब भी मैं इनकी बात सुनता हूं, मुझे लगता है 'मुझे भी शायरी करना शुरू कर देनी है.'
बहरहाल, महाराष्ट्र का राजनीतिक संकट बुधवार सुबह से ही जारी रहा. शुरुआत हुई एकनाथ शिंदे के सभी बागी विधायकों के साथ गुवाहाटी पहुंचने से. शिंदे ने दावा किया कि उनके साथ कुल 40 विधायक हैं. इनमें शिवसेना के 33 विधायक शामिल हैं. इसके बाद महाराष्ट्र में घटनाक्रम तेजी से बदले. शिवसेना नेता संजय राउत ने महाराष्ट्र विधानसभा भंग करने के संकेत दे दिए. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा था-
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट विधानसभा भंग करने की ओर बढ़ रहा है.
हालांकि संजय राउत ने ये भी कहा कि पार्टी कोई रास्ता जरूर निकाल लेगी. लेकिन इसके बाद बड़ी आशंका जताई जाने लगी. कहा गया कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं. शाम को सीएम ने राज्य के लोगों और शिवसैनिकों को संबोधन दिया तो हर किसी की निगाह उन पर टिकी थी. संबोधन में उद्धव ने इस्तीफे का ऐलान तो नहीं किया, लेकिन उनकी बात से लगा कि हालात कुछ ऐसे ही हैं. सीएम ने कहा कि वे रिजाइन करने को तैयार हैं, अगर पार्टी का कोई भी विधायक उनसे कह दे कि वो उनके खिलाफ है. इसके बाद शरद पवार समेत कई नेता उद्धव से मिलने पहुंचे हैं. देखते हैं आगे क्या होता है.