The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Ram Mandir Inauguration Archit...

'रामलला' के सिंहासन में क्या खास है, आर्किटेक्ट ने बताया?

अयोध्या में बन रहे राम मंदिर में 22 जनवरी को भगवान की प्राण प्रतिष्ठा (Ayodhya Ram Mandir Udghatan) होनी है. इससे पहले मंदिर को लेकर तमाम जानकारियां सामने आ रही हैं. जानिए कि 'रामलला' का सिंहासन किसने डिज़ाइन किया है.

Advertisement
Dakshita Agarwal designing the Simhasan of Ram Mandir
बाएं- दक्षिता अग्रवाल. वो आर्किटेक्ट, जो रामलला का सिंंहासन डिज़ाइन कर रही हैं. दाएं- बनकर लगभग तैयार राम मंदिर की तस्वीर. (फोटो- India Today)
pic
अभिषेक त्रिपाठी
28 दिसंबर 2023 (Updated: 31 दिसंबर 2023, 06:38 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

अयोध्या में राम मंदिर की 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा होनी है. तमाम इंजीनियर्स और लेबर मंदिर बनाने में जुटे हैं. इन सबके बीच ‘रामलला’ का सिंहासन डिज़ाइन करने की ज़िम्मेदारी संभाल रही हैं आर्किटेक्ट दक्षिता अग्रवाल. आजतक ने दक्षिता अग्रवाल से बात की. उन्होंने कहा,

"ये सोचकर बहुत अच्छा महसूस होता है कि मैंने और मेरी टीम ने वो जगह डिज़ाइन की है, जहां कुछ दिन बाद भगवान विराजमान होंगे. हमने 10 दिन तक इसे डिज़ाइन किया, फिर इस पर काम हुआ. काम करीब-करीब पूरा है. अभी सिंहासन पर सोने की परत चढ़ाने का काम चल रहा है और ये काम भी कुछ दिन में पूरा हो जाएगा. मेरे लिए ये सौभाग्य ही है. सिंहासन पत्थर से बना है और करीब साढ़े 3 फीट ऊंचा है."

(ये भी पढ़ें: दीदी कॉन्ट्रैक्टरः वो आर्किटेक्ट जिन्होंने बिना ट्रेनिंग के वर्ल्ड क्लास इमारतें बना दीं)

दक्षिता ने ये भी बताया कि मंदिर में सभी दरवाजे सागौन की लकड़ी से बने हुए लग रहे हैं और इन पर सोने की परत चढ़ाई जा रही है. राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने ये भी बताया कि 15 जनवरी से 24 जनवरी तक अनुष्ठान चलेगा और इसी बीच 22 तारीख़ को प्राण प्रतिष्ठा होनी है. राम मंदिर परिसर में छह और मंदिर बनाए जा रहे हैं. सिंह द्वार से राम मंदिर में प्रवेश करने से पहले पूर्वी दिशा में एक मुख्य द्वार होगा, जहां से श्रद्धालु परिसर में आएंगे.

राम मंदिर से जुड़े कुछ और भी रोचक तथ्य हैं. मंदिर में लगाने के लिए 620 किलोग्राम का एक घंटा भी रखा गया है, जिसे रामेश्वरम से लाया गया है. इस घंटे की गूंज काफी दूर तक सुनाई देगी. राम मंदिर के शिखर की ज़मीन से ऊंचाई करीब 161 फीट है. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी भी प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे. इससे पहले प्रधानमंत्री 30 दिसंबर को अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन और श्रीराम इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भी फीता काटेंगे. उनके अलावा अलग-अलग क्षेत्रों के तमाम दिग्गजों को न्योता भेजा जा रहा है.

वीडियो: अयोध्या राम मंदिर में कैसी होगी 'रामलला' की मूर्ति

इस पोस्ट से जुड़े हुए हैशटैग्स

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement