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ट्रेन की कपलिंग खोल रहा रेलकर्मी इंजन-बोगी के बीच दबा, मौके पर ही मौत, गलती किसकी?

Railway employee death: 35 साल के रेलकर्मी अमर कुमार राउत इंजन और बोगी के बीच पहुंचकर कपलिंग खोल रहे थे. इसी दौरान इंजन के बैक किए जाने पर वो दब गए.

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barauni junction death of railway employee
रेलवे कर्मचारी की मौके पर ही मौत हो गई. (फोटो: आजतक)
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सौरभ कुमार
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9 नवंबर 2024 (Published: 05:05 PM IST)
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बिहार के बेगूसराय के बरौनी जंक्शन पर अपनी ड्यूटी करते हुए एक रेल कर्मचारी की मौत हो गई. रेलकर्मी ट्रेन के इंजन और बोगी के बीच दब गया था. ये हादसा तब हुआ, जब रेलकर्मी बरौनी जंक्शन पर बरौनी-लखनऊ एक्सप्रेस ट्रेन का इंजन और बोगी अलग कर रहा था. आजतक से जुड़े सौरभ कुमार की रिपोर्ट के मुताबिक बरौनी जंक्शन पर ये दुर्घटना शनिवार, 9 नवंबर की सुबह करीब 9 बजे, प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर घटी.

मृतक रेलवे कर्मचारी की पहचान समस्तीपुर जिले के दलसिंह सराय इलाके के रहने वाले अमर कुमार राउत के तौर पर हुई है. जानकारी के मुताबिक 9 नवंबर को बरौनी-लखनऊ एक्सप्रेस बरौनी जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर आई थी. सभी पैसेंजर्स के उतर जाने के बाद ट्रेन को शंटिंग में ले जाने के लिए इंजन बदला जाना था. इंजन बदलने के लिए 35 साल के रेलकर्मी अमर कुमार राउत इंजन और बोगी के बीच पहुंचकर कपलिंग खोल रहे थे. इसी दौरान इंजन के बैक किए जाने पर वो दब गए. मौके पर ही उनकी मौत हो गई. 

रिपोर्ट के मुताबिक प्लेटफॉर्म पर मौजूद लोगों ने जब शोर किया, तो ड्राइवर इंजन को आगे करने की बजाए इंजन से उतरकर भाग गया.

किसकी गलती निकली?

इस दुर्घटना के बाद मौके पर बड़ी संख्या में रेल कर्मचारी और मृतक के परिजन घटनास्थल पर पहुंचे. रेलवे यूनियन के लोगों का आरोप है कि ये दुर्घटना स्टाफ की कमी के कारण हुई. बताया गया कि रेल इंजन और बोगी को अलग करने के लिए 4 कर्मचारियों की जरूरत होती है, लेकिन यहां ड्राइवर और एक रेलकर्मी के सहारे सारा काम कराया जा रहा था, जिस वजह से ये हादसा हुआ.

रेल यूनियन से जुड़े शिव प्रकाश ने कहा कि नियम के मुताबिक एक शंटिंग स्टाफ इंजन पर होना चाहिए. एक स्टाफ को सिग्नल देना चाहिए और एक स्टाफ को देखना चाहिए कि उनका आदमी क्लियर हुआ या नहीं. उनके मुताबिक घटना के दौरान सिर्फ दो लोग ही इस काम में लगे हुए थे. 

शिव प्रकाश के मुताबिक सिग्नल दिए बिना ही इंजन बैक हो गया, जिसके कारण अमर कुमार राउत इंजन और बोगी के बीच फंस गए और वो निकल नहीं पाए. बताया जा रहा है कि अमर कुमार राउत ने साल 2021 में अपने पिता के निधन के बाद अनुकंपा पर रेलवे में नौकरी पाई थी.

सोनपुर के DRM (डिविजनल रेलवे मैनेजर) विवेक भूषण ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही, मृतक के परिवार को मदद दी जा रही है. DRM ने कहा कि वो टीम के साथ एक मीटिंग करेंगे कि इस तरह की घटना दोबारा न हो.

वीडियो: ट्रेन के टॉयलेट के में सफर कर रहे लोग, रेल में बैठे लोगों की हालत देखकर दिल दुखेगा!

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