यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में शताब्दी कार्यक्रम शुरू हो गया है. प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि एक वक्त था जब देश में मुस्लिम बेटियां पढ़ाई बीच में ही छोड़ देती थीं. इन्हीं स्थितियों में स्वच्छ भारत मिशन शुरू हुआ. अब जो बेटियां बीच में पढ़ाई छोड़ देती थीं, जो ड्रॉप रेट 70 फीसदी था, अब केवल 30 फीसदी बचा है. AMU में भी अब फीमेल स्टूडेंट्स की संख्या बढ़कर 35 फीसदी हो गई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि AMU की स्थापना की प्राथमिकताओं में ये बात शामिल थी कि देश का भला हो. तीन तलाक जैसी कुप्रथा का अंत करके देश ने इस बात को आगे बढ़ाया है. ऐसा माना जाता है कि महिला यदि शिक्षित होती है तो परिवार शिक्षित हो जाता है. पढ़ाई अपने साथ लेकर आती है नौकरी और बिजनेस. परिवार को डारेक्शन देने की बात हो या फिर देश को डारेक्शन देने की बात हो, महिलाओं को आगे रहना चाहिए.
PM मोदी ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में नए भारत की जरूरतों को समझा गया है. देश का युवा देश की परेशानियों का समाधान निकाल रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार सीटें बढ़ाने के लिए काम कर रही है. आज देश में 25 ट्रिपल आईटी हैं. IIM और IIT को लेकर भी बहुत काम किया गया है. AIIMS भी बढ़े हैं. सभी का जीवन बदले, हम इस लक्ष्य के साथ काम कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि AMU के छात्र एक रिसर्च कर सकते हैं. ऐसे क्रांतिकारियों को, फ्रीडम फाइटर्स को तलाश कर सकते हैं जिनके योगदान को अभी तक पहचाना नहीं जा सका है. AMU के पास ना जाने कितनी ही प्राचीन पांडुलिपियां हैं जो देश की धरोहर हैं. आप इनको ऑनलाइन ला सकते हैं. वोकल फॉर लोकल को सफल बनाने के लिए बहुत कुछ किया जाना बाकी है, अगर इसके लिए मुझे AMU से सुझाव मिले तो अच्छा होगा.
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PM मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज सभी का एक लक्ष्य होना चाहिए कि भारत को आत्मनिर्भर कैसे बनाएं. हम किस मत मजहब में पैदा हुए, उससे बड़ी बात ये है कि हम अब क्या करते हैं. समाज में वैचारिक मतभेद होते हैं लेकिन जब बात राष्ट्रीय लक्ष्यों की प्राप्ति की हो तो हर मतभेद किनारे रख देना चाहिए. ऐसी कोई मंजिल नहीं जिसे हम मिल कर हासिल ना कर सकें.
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उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी चीजें होती हैं जो हर नागरिक के लिए जरूरी होती हैं. यहां AMU में इन मुद्दों पर बात करना इसलिए स्वभाविक है, क्योंकि यहां से कई क्रांतिकारी निकले हैं. अपने अपने विचार थे लेकिन जब बात भारत की आजादी की आई तो सभी के लक्ष्य एक हो गए. जैसे आजादी एक कॉमन ग्राउंड थी, वैसे ही नए भारत के लिए कॉमन ग्राउंड होकर काम करना है. हमें ये समझना होगा कि सियासत सोसायटी का एक अहम हिस्सा है लेकिन सोसायटी में सियासत के अलावा भी और मसले हैं.
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उन्होंने कहा कि न्यू इंडिया के विजन की जब हम बात करते हैं तो उसके मूल में यही है कि चीजों को राजनीतिक चश्मे से ना देखा जाए. जब हम साथ आते हैं तो कुछ तत्व परेशान होते हैं. इनके अपने स्वार्थ होते हैं. ये अपने स्वार्थ को सिद्ध करने के लिए हर नेगेटिविटी फैलाएंगे. सोसायटी और राजनीति इंतजार कर सकती है लेकिन देश का विकास अब इंतजार नहीं कर सकता है. देश का युवा अब इंतजार नहीं करना चाहेगा. पिछले शताब्दी में मतभेदों के कारण बहुत वक्त जाया हो चुका है, अब और वक्त जाया नहीं करना है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आपके पास बहुत कुछ करने का अवसर है. 2047 तक का वक्त बहुत महत्वपूर्ण वक्त है. आपको हर वक्त देश के लिए सोचना है. आपका हर निर्णय देश के लिए होना चाहिए. हम सब मिल कर देश को नई ऊंचाईयों पर पहुंचाएंगे. आपको AMU के 100 साल पूरे होने पर बहुत बहुत बधाई देता हूं. भविष्य के लिए शुभकामनाएं देता हूं. ये विश्वास दिलाता हूं कि आपके सपने पूरा करने के लिए हमारी सरकार कभी पीछे नहीं रहेगी.