17 दिन से चल रहे किसान आंदोलन के बीच पीएम ने कृषि कानून पर कौन सी नई बात कही है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी FICCI के कार्यक्रम में बोल रहे थे.
Advertisement

मोबाइल दुकानदारों के संगठन ने मांग की है कि ऐमजॉन को फिलहाल भारत में हर एक्टिविटी से रोक दिया जाए. (फोटो-पीटीआई)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने FICCI यानी Federation of Indian Chambers of Commerce & Industry के 93वें वार्षिक वर्चुअल एक्सपो का उद्घाटन किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि साल 2020 ने सभी को मात दे दिया. लेकिन अच्छी बात ये है कि जितनी तेजी से हालात बिगड़े उतनी ही तेजी से सुधर भी रहे हैं. उन्होंने किसानों के मुद्दे पर भी बात की. पीएम मोदी ने कहा,
एक इंडस्ट्री से दूसरी इंडस्ट्री के बीच में बेवजह की दीवारें खड़ी कर दी जाएं, तब क्या होगा? कोई इंडस्ट्री उतनी तेजी से ग्रो नहीं कर पाएगी, जितनी उसमें ताकत है.अलग-अलग सेक्टर्स में इस दीवार ने देश की अर्थव्यवस्था का बहुत नुकसान किया है. अब देश में जो रिफॉर्म हो रहे हैं वो इन दीवारों को हटाने का काम कर रहे हैं. हाल ही में जो एग्रीकल्चर रिफॉर्म हुए हैं वो इसी की एक कड़ी हैं. एग्रीकल्चर सेक्टर और उससे जुड़े अन्य क्षेत्रों चाहे वो फूड प्रोसेसिंग हो, कोल्डचेन हो हमने इनमें दीवारें देखी हैं.
पीएम मोदी ने आगे कहा,We'd seen walls b/w agriculture sector & other areas associated with it - be it agriculture infrastructure, food processing, storage or cold chain. All walls & obstacles are being removed now. After reforms, farmers will get new markets, options & more benefits of technology: PM pic.twitter.com/IQQsHxGDLQ
— ANI (@ANI) December 12, 2020
अब सभी अड़चने हटाई जा रही हैं. इन रिफॉर्म के बाद किसानों को नए बाजार मिलेंगे. उन्हें टेक्नॉलोजी का लाभ मिलेगा. देश का कोल्ड स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर आधुनिक होगा. इन सबसे कृषि क्षेत्र में ज्यादा निवेश होगा. और इसका सबसे ज्यादा फायदा किसी को होने वाला है तो मेरे देश के किसान को होने वाला है. जो छोटे-छोटे जमीन के टुकड़ों पर जिंदगी पालता है उस किसान का भला होने वाला है. देश की अर्थव्यवस्था को अलग-अलग सेक्टर्स में दीवारें नहीं चाहिए. बीते वर्षों में इन दीवारों को तोड़ने के लिए रिफॉर्म किए गए हैं.पीएम मोदी ने और क्या कहा? #खेती में जितना निजी क्षेत्र के द्वारा निवेश किया जाना चाहिए था उतना निवेश नहीं किया गया. निजी क्षेत्र ने कृषि क्षेत्र को एक्सप्लोर नहीं किया. कृषि क्षेत्र में निजी कंपनियां अच्छा काम कर रही हैं, लेकिन उन्हें और भी अच्छा काम करने की जरूरत है. #भारत की मंडियों का आधुनिकीकरण हो रहा है. फसलों को मंडी के साथ बाजार में बेचने का विकल्प मिल रहा है. देश में चौतरफा रिफॉर्म्स किए गए हैं. आज भारत में कॉरपोरेट टैक्स दुनिया में सबसे कम है. #इंस्पेक्टर राज और टैक्स के जंजाल को पीछे छोड़कर भारत अपने उद्यमियों पर भरोसा कर रहा है. आगे बढ़ रहा है. जब एक सेक्टर विकसित होता है तो उसका विकास दूसरे सेक्टरों पर भी पड़ता है. जो सरकारें थीं वो ब्रेड से लेकर केक भी खुद बनाती थीं, जिससे नुकसान हुआ. #दुनिया का जो विश्वास बीते छह सालों में भारत पर बना था, वो बीते महीनों में और मजबूत हुआ है. FDI हो या FPI, विदेशी निवेशकों ने भारत में रिकॉर्ड निवेश किया है और निरंतर कर रहे हैं. #पहले की नीतियां जो भी रही हों लेकिन आज की नीतियां, ग्रामीण कृषि आधारित अर्थव्यवस्था विकसित करने के लिए बहुत अनुकूल है. नीति और नीयत से सरकार किसानों का हित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है.