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'...तो फांसी दे दो', अडानी-अंबानी से 'दोस्ती' के आरोप पर क्या बोले PM मोदी?

PM मोदी से सवाल किया गया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बड़े-बड़े उद्योगपतियों से उनकी दोस्ती होने का आरोप लगाते हैं, उनकी छवि पर अडानी-अंबानी के साथ दोस्ती का स्टीकर चिपकाने की कोशिश करते हैं. इस पर PM मोदी ने जवाब दिया...

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pm modi on opposition accusation
पीएम मोदी ने कहा कि देश में जो सक्षम लोग हैं, उनकी प्रतिष्ठा बढ़नी चाहिए. (फोटो: आजतक)
16 मई 2024
Updated: 16 मई 2024 23:09 IST
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने इंडिया टुडे को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा है कि देश में वेल्थ क्रिएटर्स की इज्जत होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि देश के विकास के लिए पूंजीपतियों के पैसे, मैनेजमेंट करने वालों के दिमाग और श्रमिकों के मेहनत की जरूरत है. ये जवाब उन्होंने अडानी-अंबानी जैसे बड़े-बड़े उद्योगपतियों के साथ उनकी दोस्ती होने के आरोपों पर दिया है.

PM मोदी से सवाल किया गया कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बड़े-बड़े उद्योगपतियों से उनकी दोस्ती होने का आरोप लगाते हैं, उनकी छवि पर अडानी-अंबानी के साथ दोस्ती का स्टीकर चिपकाने की कोशिश करते हैं. इस पर PM मोदी ने जवाब दिया,

“इस परिवार की समस्या ये है कि ये बोझ में दबा हुआ परिवार है. नेहरू जी को गालियां पड़ती थीं, बिरला-टाटा की सरकार...संसद में देखेंगे तो टाटा-बिरला की सरकार...ये नेहरू जी लगातार सुनते आए थे. अब इस परिवार की प्रॉब्लम ये है कि जो गाली मेरे नाना को पड़ी, वो मोदी को पड़नी चाहिए.”

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PM मोदी ने आगे कहा,

"मैं लाल किले से बोलता हूं कि इस देश में वेल्थ क्रिएटर की इज्जत होनी चाहिए. मेरे देश में जो सक्षम लोग हैं, जो सामर्थ्यवान लोग हैं, इनकी प्रतिष्ठा बढ़नी चाहिए. जीवन के हर क्षेत्र में अचीवर्स की इज्जत होनी चाहिए. मेरे देश की मल्टीनेशनल कंपनियां क्यों नहीं होनी चाहिए? दुनिया में मेरे देश की कंपनियों की दुकानें क्यों नहीं होनी चाहिए? हां, अगर बेईमानी की है, तो फांसी पर लटका दो. गलत तरीके से दिया है, तो फांसी पर लटका दो, लेकिन मैं मेरे देश में वेल्थ क्रिएटर्स की इज्जत करूंगा."

पीएम ने कहा कि वो देश के भविष्य के लिए जितनी चिंता श्रमिकों के पसीने की करते हैं, उतना ही पूंजीपतियों के पैसे का भी महत्व समझते हैं. उन्होंने कहा कि पूंजीपति का पैसा हो, मैनेजमेंट करने वाले का दिमाग हो, परिश्रम करने वाले का पसीना हो, तब जाकर विकास होता है.

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