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PFI के नारों पर सीएम शिंदे बोले- 'शिवाजी की धरती पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' नहीं चलेगा'

PFI कार्यकर्ताओं पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' नारे लगाने का आरोप, पुणे पुलिस करेगी जांच.

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PFI workers accused of raising Pakistan Zindabad slogans
विरोध करते PFI समर्थक (साभार: Express Photo: Sushant Kulkarni)
24 सितंबर 2022 (Updated: 24 सितंबर 2022, 18:53 IST)
Updated: 24 सितंबर 2022 18:53 IST
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PFI के विरोध प्रदर्शन में 23 सितंबर को लगे कथित 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारों का मामला तूल पकड़ रहा है. इस मामले में महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि शिवाजी की धरती पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे. इससे पहले पुणे पुलिस ने भी कहा कि PFI समर्थकों द्वारा लगाए नारों की जांच की जाएगी. 

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 22 सितंबर, गुरुवार को 15 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के नेटवर्क पर छापे मारे. छापेमारी में PFI के अध्यक्ष ओएमएस सलाम समेत 106 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई. इस कार्रवाई के विरोध में 23 सितंबर, शुक्रवार को PFI समर्थकों ने 12 घंटों का बंद बुलाया. 

न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट में दावा किया गया कि PFI समर्थक पुणे में जिला कलेक्टर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे. इसी विरोध प्रदर्शन के दौरान कुछ PFI समर्थकों पर आरोप है कि उन्होंने 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाए.

PM Modi की रैली पर टारगेट

देशभर में हुई इस कार्रवाई में केरल से भी NIA ने 22 लोगों को गिरफ्तार किया था. NIA ने केरल से ही गिरफ्तार हुए PFI के मेंबर शफीक पैठ से पूछताछ की. इसमें अब बड़ा खुलासा हुआ है. शफीफ पैठ ने NIA को बताया कि उनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पटना रैली थी. 

आजतक की खबर के मुताबिक शरीफ ने NIA को बताया, 

“PFI लीडर रैली के दौरान माहौल बिगाड़ना चाहते थे. इसके लिए बाकयदा बैनर- पोस्टर भी बनाए गए थे. इसी साल 12 जुलाई को पीएम मोदी की पटना में रैली थी. ये रैली PFI के टारगेट पर थी. रैली का माहौल खराब करने वाले लोगों को PFI ने ट्रेनिंग भी दी थी.”

NIA की जांच में पता लगा है कि PFI के एकाउंट में एक साल में करीब 120 करोड़ रुपये डिपॉजिट किए गए थे. इसके साथ ही जितना पैसा अकाउंट में जमा किया गया था, उससे दोगुना रुपया कैश में जुटाया गया था. करोड़ों रुपये की ये रकम न सिर्फ भारत के साथ विदेशों से भी एकत्र की गई थी. आरोप है कि इस पैसे का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में किया जा रहा था.

Video: दी लल्लनटॉप शो: PFI पर हुई छापेमारी में NIA ने किसको-किसको पकड़ा?

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