सावधान: आपकी फ्रेंडलिस्ट में कोई मोनिका कुमारी तो नहीं है
लड़का, लड़की बनकर वो सब कांड करता था, जो आप सोच भी नहीं सकते हैं.
Advertisement

फोटो - thelallantop
आप अपना जेंडर चेंज करा सकते हैं? सोचिये मत. ये सोचिये कि जेंडर चेंज कराके क्या-क्या कर सकते हैं. ये भी मत सोचिये. सोचने वाले सोचते रह जाते हैं करने वाले कर जाते हैं. पटना में एक लड़का था. अविनाश. वो अपना जेंडर बदल सकता था. जादू नहीं था. न एक्स मेन वाला मिस्टेक था. बस आईने के सामने बैठकर साड़ी पहनी, लिपस्टिक लगाई , बिंदी लगाई और लड़की बन गया. इसी गेटअप में क्राइम करता.
पुलिस को उसकी फोटो और सीक्रेट जानकारी मिली थी. जिसमें पता लगा ये आदमी, औरत बनकर अपना रैकेट चलाता है. पुलिस ने जब खोजा तो ये पता लगा.अविनाश, मोनिका बनकर शराब की अवैध तस्करी करता था. फर्जी आईडी बनवाता था. आधार कार्ड और सर्टिफिकेट बनवाया करता था. साथ-साथ शहर में कई तरह के रैकेट भी चलाया करता था. यहां रैकेट का बैडमिन्टन से कोई संबंध नहीं है. पटना की सुल्तानगंज पुलिस ने पटना के एसएसपी मनु महाराज के कहने पर छापा मारा. इसी शुक्रवार को, महेंद्रू के रानीघाट में उसका ऑफिस था. छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कल्लिया. ऑफिस से पांच बोतल शराब, 10 हजार रुपिया कैश, एक कंप्यूटर, एक कलर प्रिंटर मिला. कई अधिकारियों की मुहर भी मिली. कंप्यूटर में पासवर्ड डला था. पुलिस उसको खखोर रही है.
असल बात ये कि पुलिस को अविनाश के मोबाइल और दफ्तर से कुछ फोटोज मिले हैं. जाहे में वो साड़ी, सलवार-सूट पहिने लेडीज नजर आ रहा है.
ये पुनीत कार्य वो तीन वर्षों से कर रहा था. समाजसेवा में ऐसा तल्लीन था कि ओरिजनल वोटर आई कार्ड, आधार कार्ड और सर्टिफिकेट की स्कैनिंग नकली तैयार कर देता था. अहो कितनों को सरकारी दफ्तर में घसने से बचा लीस. बस इसके एवज में वो 500 की एक हरी पत्ती से लेकर 20,000 तक लेता था. उसके कस्टमर मैट्रिक, इंटर, बीए, डिप्लोमा, बीएड वाले थे. जेई, आईटीआई वाले भी उसकी सेवाओं का लाभ लेते. विदेश में नौकरी के इच्छुक उसके पास दुःख लेके आते और उसके पहुंच रजधानी ते लैके गांवन तक थी.
यह अद्भुत विचार अविनाश एकेए गोल्डी फेकेए मोनिका को तब आया जब वो तिरुपति बालाजी घूमने गया था, लड़के वहां औरतें बनकर पूजा कर रहे थे. फिर क्या आईडिया था जो दिमाग में खुंद पड़ा. इसके अलावा वो 'सोशल सर्विस. भी करता. कुछ नहीं बेई... सोशल नेट्वर्किंग साइट पर फेक प्रोफाइल बनाए रहा. मोनिका कुमारी के नाम से. लोगों से चैटियाता, फंसाता. उसके मोबाइल से कई समलैंगिक टाइप्स नंगू-पूंगू वीडियो भी मिले हैं.
अविनाश के तीन भाई है और तीनों अभी कुंवारे हैं. इस फैक्ट का केस से कोई कनेक्शन नहीं है. पता लगा तो बता दिए. तीन साल पहले वह घर से गायब हो गया था. जब वापस आया तो उसका गेटअप चेंज था. उसके बाद से ही अविनाश इसी रूप में गोरखधंधा करने लगा.
.webp?width=60)

