फांसी पर लटकाए इस आतंकी के साथ क्यों सेल्फी ले रहा है PAK?
इंडिया में जो इंदिरा गांधी के साथ हुआ था. वैसा ही कुछ पाकिस्तान में भी हुआ था. जानिए पूरा मामला.
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फोटो - thelallantop
कितना खतरनाक है ये सोचना कि जो हमारी हिफाजत के लिए है, वही हमारी मौत की वजह बन जाए. 1984 में इंडियन प्राइमनिस्टर इंदिरा गांधी के साथ यही तो हुआ था. अपने ही बॉडीगार्ड ने गोलियों से भून दिया था. लेकिन ये इंडिया की बात है. पर पाकिस्तान में भी बॉडीगार्ड के कातिल बनने का एक किस्सा है, जिसके खतरनाक सूत्रधार मुमताज कादरी को सोमवार को फांसी पर लटका दिया गया.
मुमताज कादरी
इंडिया जब बजट की तैयारियों और दुनिया ऑस्कर की तरफ एकटक आंखों से देख रही थी, तब रावलपिंडी की अदियाला जेल में सुबह साढ़े 4 बजे कादरी की आंखें हमेशा के लिए बंद हो गईं. मुमताज कादरी ने 4 जनवरी 2011 को पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिया था. जगह थी इस्लामाबाद की कोहसाल मार्केट में. इसी साल एक अक्टूबर को कादरी को फांसी की सजा सुनाई गई.
खुदा की खुदाई मार गई पाकिस्तान में ईशनिंदा कानून है. यानी खुदा की खुदाई में अड़ंगा न डाले कोई, इसको लेकर रूल रेलुगेलशन है. पंजाब के पूर्व गवर्नर सलमान तासीर इस कानून के विरोधी थे. कहते थे, ये कानून सही नहीं है. इसके पीछे एक लॉजिक भी है, साल 1990 से लेकर अब तक खुदा की बुराई करने के आरोप में 62 लोगों का मर्डर किया जा चुका है. कुछ दिन पहले मासूम बच्चा मौलवी की बात सही से नहीं समझ पाया तो उसे इस कदर बेइज्जत किया गया कि घर जाकर उसने अपने हाथ काट लिए.
सलमान का बॉडीगार्ड कादरी इसी बात से भड़क गया अपने बॉस से. बस फिर क्या. भरे बाजार अपनी एके-47 निकाली और कादरी के सीने में 28 गोली दाग दी. सलमान तासीर की हत्या के एक हफ्ते के भीतर एक बड़ा कांड भी हुआ. पाकिस्तानी कैबिनेट के इकलौते क्रिश्चियन मिनिस्टर शाहबाज भट्टी को की इस्लामाबाद में हत्या कर दी जाती है. भट्टी साहेब भी ईशनिंदा कानून के विरोधी थे.

सलमान तासीर
कादरी के सपोर्ट में थे कट्टर मुस्लिम मुमताज कादरी की फांसी के विरोध में कट्टर मुस्लिम भी थे. कह रहे थे कि कादरी को रिहा किया जाए. फांसी न दी जाए. इस्लामाबाद एक्सप्रेस हाइवे और जीटी रोड को ब्लॉक कर दिया गया. रेंजर्स और कादरी के सपोर्ट्स के बीच कई जगहें झड़पें हुईं. कादरी की दया याचिका प्रेसिडेंट ममनून हुसैन ने खारिज कर दी थी.
सलमान तासीर के बारे में बताओ सलमान तासीर बेनजीर भुट्टो के खास आदमी थे. सुख दुख के साथी. एक इंडियन जर्नलिस्ट हैं तवलीन सिंह. 1980 में सलमान की तवलीन से एक बुक लॉन्च प्रोग्राम में मुलाकात हुई. मुहब्बत हुई. एक बालक हुआ आतिश तासीर, वो अब यूके में जर्नलिस्ट है. सलमान तासीर उस वक्त लाहौर में इंवेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनी चलाने वाली आमना तासीर के साथ मैरिड थे.
बाद में सलमान तासीर की मुहब्बत बनी इंडियन एक्ट्रेस सिमी ग्रेवाल. लंबे वक्त तक दोनों के बीच 'चोरी-चोरी तेरी मेरी लव स्टोरी चलने दे' चलता रहा. सलमान तासीर नवाज शरीफ के क्लासमेट भी थे.
मुमताज कादरी की लाश के साथ सेल्फी?
मुमताज कादरी का जनाजा कुछ लोगों के लिए एक मौका बन गया, सेल्फी लेने का. लाश मुमताज कादरी के घरवालों को दे दी गई है. लेकिन जो लोग मुमताज कादरी की फांसी का विरोध कर रहे थे, वही लोग अब उसकी लाश के साथ सेल्फी ले रहे हैं. ट्विटर पर लोग ऐसे लोगों से मजे ले रहे हैं. गुस्सा हो रहे हैं. जनाजे में लोगों की काफी भीड़ भी जुट रही है.
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