'सब ठीक है लेकिन...', कैमरे के सामने भारत के बारे में पुतिन से क्या बोले शहबाज शरीफ?
Pakistani PM Shehbaz Sharif और Russia के राष्ट्रपति Vladimir Putin चीन की World War II की वर्षगांठ परेड में हिस्सा लेंगे. इससे पहले दोनों नेताओं के बीच भारत-रूस संबंधों का जिक्र हुआ.

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के साथ मुलाकात में भारत-रूस संबंधों का जिक्र किया है. रूस के साथ मजबूत संबंध बनाने की जुगत में जुटे पीएम शरीफ ने राष्ट्रपति पुतिन से कहा कि वे भारत-रूस संबधों का सम्मान करते हैं. उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि इस्लामाबाद भी मॉस्को के साथ मिलकर काम करना चाहता है.
इस दौरान शहबाज शरीफ और व्लादिमीर पुतिन ने चीन की बड़ी मिलिट्री परेड में हिस्सा लेने पर रजामंदी जताई है. यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार की 80वीं सालगिरह की याद में बुधवार, 3 सितंबर को होगी.
इससे पहले मंगलवार, 2 सितंबर को चीन की राजधानी बीजिंग में दोनों नेताओं की बीच मुलाकात हुई. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, बातचीत के दौरान शरीफ ने पुतिन से कहा,
"मैं आपका धन्यवाद करना चाहता हूं कि आपने पाकिस्तान का साथ दिया और इस क्षेत्र में संतुलन बनाए रखने की कोशिश की. हम भारत के साथ रूस के रिश्तों का सम्मान करते हैं. ये बिल्कुल ठीक है, लेकिन हम भी आपके साथ मजबूत रिश्ता बनाना चाहते हैं. ये रिश्ते एक दूसरे के लिए सहायक होंगे और पूरी क्षेत्र की तरक्की और खुशहाली के लिए मददगार साबित होंगे."
शरीफ ने पुतिन की तारीफों के पुल बांधते हुए आगे कहा,
"मुझे आप में एक बहुत ऊर्जावान और दूरदर्शी नेता दिखाई देता है. मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि मैं आपके साथ करीबी के तौर पर काम करना चाहता हूं."
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने रूस को भरोसा दिलाने की कोशिश की कि उन्हें भारत के साथ रूस के रिश्तों को लेकर कोई दिक्कत नहीं है. इसी कड़ी में वो पाकिस्तान-रूस संबंधों को मजबूत करने के लिए बेचैन नजर आए.
इससे पहले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन में शहबाज शरीफ को पुतिन का ध्यान खींचने और उनसे हाथ मिलाने की कोशिश में जल्दबाजी में उनके पीछे जाते देखा गया था. जबकि पुतिन ग्रुप फोटो के बाद चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ चल रहे थे. इस सम्मेलन में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे.
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