पाकिस्तान को डर है कि भारत एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक कर सकता है. हिंदुस्तान टाइम्स की एक ख़बर के मुताबिक ये बात वहां के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने ही कही है. वो भी बाकायदा प्रेस कॉन्फ्रेंस में. कुरैशी का कहना है कि पाकिस्तान के पास ये पक्की खुफिया जानकारी है कि भारत अपने घरेलू मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए उनपर एक सर्जिकल स्ट्राइक करना चाह रहा है और इसकी प्लानिंग कर रहा है. कुरैशी ने कथित तौर पर ये भी कहा कि भारत इस स्ट्राइक के लिए अपने ‘सहयोगियों’ से रणनीतिक अप्रूवल ले रहा है. हालांकि कुरैशी ने ये स्पष्ट नहीं किया कि वे कौन से सहयोगी और किस तरह की अप्रूवल की बात कर रहे हैं.
शाह महमूद कुरैशी 17 और 18 दिसंबर को संयुक्त अरब अमीरात के दो-दिवसीय दौरे पर थे. 18 दिसंबर को इसी दौरे के पूरे होने पर वे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे, जिसमें ये सारी बातें कहीं. हालांकि ये पहली बार नहीं है, जब पाकिस्तान ने इंटरनेशनल कम्युनिटी का ध्यान भटकाने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का डर जताया है. पहले भी वहां के नेता ऐसी बातें कर चुके हैं.
बताते चलें कि 2016 में भारत ने उरी आतंकी हमले के बाद पीओके में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, कई आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था. इसके बाद 2019 में भी पुलवामा हमले के बाद भारत ने एयरस्ट्राइक के जरिए बालाकोट में आतंकी ठिकाने पर हमला किया था.
उल्टा भारत पर ही आरोप लगाया
शाह महमूद कुरैशी ने पहले तो भारत सरकार पर निशाना साधा. कहा कि भारत में अभी तमाम समस्याएं चल रही हैं. जैसे कि किसान आंदोलन, कोरोना वायरस महामारी. साथ ही कुरैशी ने अल्पसंख्यकों की स्थिति और कश्मीर के मुद्दे का भी एक बार फिर राग अलापा. कहा कि इन सब बातों के बीच भारत सरकार जनता का ध्यान भटकाना चाहती है.
दुनियाभर में आतंकवाद को पनाह देने वाले मुल्क के तौर पर बदनाम पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने उल्टा भारत पर ही आरोप लगाते हुए कहा कि पाकिस्तान ने इंटरनेशनल कम्युनिटी के साथ एक डोज़ियर शेयर किया है, जिसके मुताबिक भारत, पाकिस्तान में आतंकवादी भेज रहा है.
कुरैशी ने EU Disinfo Lab की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि भारत में फेक वेबसाइट्स और फेक एनजीओ का एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है, जिसका उद्देश्य है पाकिस्तान की छवि खराब करना. पाकिस्तानी विदेश मंत्री के इस बयान पर अभी तक भारत की तरफ से कोई टिप्पणी नहीं आई है.