RSS के पहले प्रवक्ता बाबूराव वैद्य नहीं रहे, पीएम मोदी ने दुख जताया
हाल ही में कोविड-19 से रिकवर हुए थे.

Shri M. G. Vaidya, my father breathed his last today at 3.35pm at Nagpur after completing 97 years of active, meaningful and inspiring life. He was a veteran journalist, a Hndutva "Bhashyakar" and active Sangh (RSS) Swayamsevak for 9 decades. pic.twitter.com/Gp6QPMsabW
— Dr. Manmohan Vaidya (@ManmohanVaidya) December 19, 2020
उनके निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी दुख जताया है. ट्वीट किया -RSS ideologue MG Vaidya (in file photo) passes away in Nagpur, Maharashtra. pic.twitter.com/fXa23ZR7GL
— ANI (@ANI) December 19, 2020
"श्री एमजी वैद्य एक जाने-माने लेखक और पत्रकार थे. उन्होंने दशकों तक RSS के लिए योगदान दिया. BJP को मजबूत करने के लिए काम किया. उनके निधन से दुखी हूं. परिवार के साथ संवेदनाएं."
नौ दशक तक RSS के साथ बाबूरावजी वैद्य करीब नौ दशक तक RSS के साथ जुड़े रहे. उनके निधन पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मराठी में ट्वीट करके संवेदना व्यक्त की. लिखा –Shri MG Vaidya Ji was a distinguished writer and journalist. He contributed extensively to the RSS for decades. He also worked to strengthen the BJP. Saddened by his demise. Condolences to his family and admirers. Om Shanti.
— Narendra Modi (@narendramodi) December 19, 2020
“राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक, वरिष्ठ संपादक और विचारवान बाबूराव वैद्य जी को मेरी विनम्र श्रद्धांजलि. पूज्यनीय गुरुजी के अलावा सभी सरसंघचालकों के साथ काम करने का, उनको करीब से देखने का भाग्य बाबूराव जी को मिला था.”
RSS के सरसंघचालक मोहन भागवत और सरकार्यवाहक भइयाजी जोशी ने भी एक पेज का श्रद्धांजलि संदेश जारी किया है, जिसे RSS ने ट्वीट किया. इसमें लिखा कि –संस्कृत के प्रगाढ़ विद्दान, उत्तम पत्रकार, विधान परिषद के सक्रिय सदस्य, उत्कृष्ट साहित्यिक ऐसी सारी बहुमुखी प्रतिभा के धनी बाबूराव जी ने यह सारी गुणसंपदा संघ में समर्पित कर रखी थी. वे संघ कार्य विकास के सक्रिय साक्षी रहे.राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघाचे जेष्ठ स्वयंसेवक, जेष्ठ संपादक आणि विचारवंत मा. गो. उपाख्य बाबूराव वैद्य यांना माझी विनम्र श्रद्धांजली. पूज्य गुरुजी यांच्यासह सर्व सरसंघचालकांसोबत काम करण्याचे, त्यांना जवळून अनुभवण्याचे भाग्य बाबुरावांना लाभले होते.
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) December 19, 2020
RSS की स्थापना 1925 में हुई थी. एमजी वैद्य 1940 के करीब से RSS से जुड़े थे. नागपुर से ही निकलने वाले प्रो-RSS अख़बार तरुण भारत के वे संपादक भी रहे.“श्री बाबूरावजी वैद्य का जीवन व्यक्तिगत, पारिवारिक, सामाजिक तथा आजीविका इन चतुर्विध आयामों में संघ संस्कारों की अभिव्यक्ति करने वाला संघानुलक्षी, संपन्न व सुंदर गृहस्थ जीवन था।”
श्री बाबूराव वैद्य जी के दुःखद निधन पर परमपूजनीय सरसंघचालक और माननीय सरकार्यवाह जी का शोक सन्देश : pic.twitter.com/4cZBe3SWjG — RSS (@RSSorg) December 19, 2020