स्विटजरलैंड इतराता है न अपने बैंक पर. जिसमें सब करिया पैसा अंदर जाता है. इस बार उनको उनकी टक्कर का आदमी मिल गया. और वो हैं जनाब शेख हमद बिन खलीफा अल थानी. लंबा नाम लेने में परेशानी हो तो सिर्फ शेख कहो. कतर के राजा हैं ये. इनकी टांग टूटी और कतर के अमीरों को अपनी वफादारी दिखाने का मौका मिला. साथ ही अपनी अमीरी भी.
पूरा किस्सा यूं है. कतर के भूतपूर्व राजा शेख हमद पिछले मंगलवार को ज्यूरिख पहुंचे. टांग टूटी हुई थी उसी की सर्जरी कराने. कैसे लगी चोट ये न पूछिए. 63 साल की उम्र है दादा की. कहीं फिसल गए होंगे.
फिर उसके बाद तो जो हुआ साहब कि पूछो मत. 25-26 दिसंबर की बीच रात में ज्यूरिख के क्लोटेन एयरपोर्ट पर एक बड़ा जहाज उतरा. फिर 5 बजे भोर में एक और आया. 15 मिनट बाद फिर एक. एक के बाद एक दनादन आ रहे थे. कुल 9 प्लेन पहुंचे. कहां से आ रहे हैं किसके हैं कुछ अता पता नहीं था. ये सब कतर की रॉयल फ्लीट के प्लेन थे. उनकी इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी.
तो भैया ये हाल है. अमीरों का काफिला भी अमीर होता है. सिंघम पिच्चर में जयकांत सिकरे 7-8 SUV का काफिला लेकर चलता है. उसको नहीं पता कि कहीं उससे भी बड़े वाले हैं. शेख हमद साहब राज करते थे कतर में. जहां गैस और तेल का भंडार है. उसी के दम पर बम बम है. 2013 में पावर ऑफ अटार्नी अपने बेटे शेख तमीम को सौंप दी.