ट्रंप को तो अपनो ने ही लूट लिया! उनके ही मंत्री ने मारिया को नोबेल देने की सिफारिश की थी
2025 का नोबेल पीस प्राइज़ मारिया कोरिना मचाडो को मिला है. अब उन्होंने ये पुरस्कार डॉनल्ड ट्रंप को समर्पित किया है.

इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप 2025 के नोबेल पीस प्राइज के लिए खूब ताल ठोंकते रहे. उधर, वेनेजुएला की विपक्षी नेता मारिया कोरिना मचाडो को ये पुरस्कार दे दिया गया. इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति के ऑफिस वॉइट हाउस की तरफ से भी बयान आया. उन्होंने इसे ‘शांति पर राजनीति’ की जीत करार दे दिया. इसी बीच एक ऐसी खबर आई है, जिसे सुन ट्रंप के लिए ‘दुश्मन न करे, दोस्त ने जो काम किया है.’ ‘दोस्त, दोस्त न रहा’ वाले गाने सुनने लगेंगे.
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और मारिया कोरिना मचाडो के बीच के 'पुराने रिश्ते' सामने आए हैं. वो भी ऐसे कि मार्को रुबियो ने मारिया को ‘वेनेजुएला की आयरन लेडी’ कह दिया. इतना ही नहीं नोबेल शांति पुरस्कार की जिस रेस में ट्रंप भी शामिल थे, रूबियो ने मारिया के नॉमिनेशन का समर्थन किया था.
Nobel Committee को लिखा लेटरअमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, मार्को रुबियो नोबेल पीस प्राइज जीतने वालीं मचाडो के सार्वजनिक समर्थक रहे हैं. बीते साल जब रुबियो सीनेटर थे, तब उन्होंने नोबेल शांति पुरस्कार के लिए मारिया के नॉमिनेशन का समर्थन करने के लिए अन्य अमेरिकी सांसदों के साथ मिलकर काम किया था.
मार्को रुबियो ने नॉर्वे की नोबेल कमेटी को भेजे जाने वाले एक लेटर पर साइन किया था. इस लेटर में वेनेजुएला की मादुरो सरकार के भारी दबाव के बावजूद, लोकतंत्र को बढ़ावा देने के मारिया के प्रयासों की तारीफ की गई थी. इस लेटर में फ्लोरिडा के सीनेटर रिक स्कॉट और कांग्रेस के अन्य रिपब्लिकन मेंबर्स के भी साइन थे.
Time Magazine में क्या लिखा?इसके बाद, मार्को रुबियो ने मारिया के बारे में बात करते हुए उन्हें ‘वेनेजुएला की आयरन लेडी’ कहा था. इस साल टाइम मैगजीन ने विश्व के सबसे प्रभावशाली 100 लोगों की जो लिस्ट बनाई, उसमें मारिया कोरिना मचाडो का नाम भी रखा. इस मौके पर जारी एक प्रोफाइल में अमेरिकी विदेश मंत्री ने मारिया को ‘दृढ़ता और देशभक्ति का प्रतीक’ और ‘आशा की किरण’ बताया था. ये बात उन्होंने X पर भी लिखी.
मार्को रुबियो के पोस्ट को शेयर करते हुए मारिया ने उन्हें धन्यवाद दिया. उन्होंने लिखा,
White House ने क्या कहा?आपके (मार्को रुबियो) द्वारा लिखे गए हर शब्द मेरे लिए एक सम्मान हैं, जिन्हें मैं गहरी कृतज्ञता और भावना के साथ स्वीकार करती हूं. ये उन लाखों वेनेज़ुएला के लोगों के लिए ट्रिब्यूट है, जिन्होंने सम्मान, स्वतंत्रता और न्याय के लिए लड़ाई लड़ी है.
वॉइट हाउस ने नोबेल पुरस्कार देने वाली संस्था के उस फैसले की आलोचना की है, जिसमें डॉनल्ड ट्रंप के बजाय वेनेजुएला के विपक्षी नेता को नोबेल पीस प्राइज देना चुना गया. वॉइट हाउस के मुताबिक, नोबेल समिति ने साबित कर दिया है कि वे शांति से ज्यादा राजनीति को अहमियत देते हैं. वॉइट हाउस के प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने X पर एक पोस्ट में लिखा,
राष्ट्रपति ट्रंप शांति समझौते करना, युद्ध समाप्त करना और लोगों की जान बचाना जारी रखेंगे. उनका दिल मानवतावादी है. और उनके जैसा कोई भी व्यक्ति कभी नहीं होगा, जो अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर पहाड़ों को हिला सकता है.
जबकि नोबेल समिति के अध्यक्ष योर्गेन वाटने फ्राइडनेस ने कहा कि नोबेल शांति पुरस्कार के लंबे इतिहास में इस समिति ने हर तरह के कैंपेन और मीडिया एटेंशन को देखा है… लेकिन निर्णय हमेशा काम के आधार पर लिये जाते हैं.
वहीं, पुरस्कार जीतने वालीं मारिया कोरिना मचाडो ने ये पुरस्कार डॉनल्ड ट्रंप को समर्पित किया. उन्होंने वेनेजुएला के लोगों के प्रति ट्रंप के ‘निर्णायक समर्थन’ के लिए उनकी प्रशंसा की. एक X पोस्ट में उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता और लोकतंत्र हासिल करने के लिए वो अमेरिका पर अपने प्रमुख सहयोगियों के रूप में भरोसा करते हैं.
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