शिव जी के एक आंख ज्यादा है. उनको भगवान माना जाता है. 4 हाथ वाले विष्णु और 4 मुंडी वाले ब्रह्मा भी भगवान हैं. लेकिन एक इंसान अगर 4 पैरों के साथ पैदा हो तो? तो उसको भगवान तो क्या इंसान भी मानने में तकलीफ है लोगों को. उसको राक्षस घोषित कर रखा है. जिंदगी तबाह कर रखी है लोगों ने उसकी.
इस लड़के का नाम है अरुण राजपूत. उम्र 20 साल. ठिकाना यूपी का जिला फर्रुखाबाद. एक छोटा सा गांव. इनको पैदाइश से बीमारी है पॉलीमेलिया की. इस बीमारी में पैदा हुए बच्चे को एक्स्ट्रा अंग मिले होते हैं. जो कभी कभी उम्र के साथ गायब हो जाते हैं. कभी नहीं होते.
अरुण के 2 अविकसित पैर निकले हैं पीछे. ये पैर उसकी जान के दुश्मन बने हैं. गांव वाले इन पैरों की वजह से उसे दैत्य मानते हैं. उसका हुक्का पानी बंद कर दिया. जाति से निकाल दिया. अब गांव से निकालने में लगे हैं. फैमिली का जीना हराम है. वह सर्जरी करके उनको निकलवाना चाहता है लेकिन इत्ता पैसा नहीं उसके पास.
घर वाले तमाम शहर तमाम अस्पताल घूम चुके हैं. लेकिन कहीं से हेल्प नहीं मिली. इन पैरों से अरुण को खासी परेशानी है. रोज के कामों में प्रॉब्लम. अलग टाइप की पैंट चाहिए पहनने के लिए. घरवाले उसके फ्यूचर को लेकर हैरान परेशान हैं. चार भाई बहनों में सबसे बड़ा अरुण बनना चाहता है टीचर.
लखनऊ दिल्ली तक चक्कर लगा चुकी अरुण की फैमिली बहुत परेशान है. डॉक्टर कहते हैं कि देखने में अजीब लगता है. परेशानी तो लाजिम है. लेकिन साइंस रोज का रोज तरक्की कर रहा है. उम्मीद है जल्दी ही इसका इलाज मिल जाएगा.
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