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कूनो नेशनल पार्क में अब चीते के शावक की मौत, मदर्स डे पर तस्वीर आई थी

इससे पहले तीन चीतों की मौत हो चुकी है.

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2 month old cheetah cub dies
पार्क में मार्च में 4 शावकों का जन्म हुआ था. (फोटो: आजतक)
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मनीषा शर्मा
23 मई 2023 (Updated: 23 मई 2023, 05:18 PM IST) कॉमेंट्स
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Kuno National Park में अब एक चीते के शावक की मौत हो गई है. नामीबियाई चीता सियाया (भारतीय नाम ज्वाला) ने मार्च में शावकों को जन्म दिया था. इन्हीं में से एक की मौत हुई है. वो कुछ दिनों से बीमार चल रहा था जिसका मंगलवार, 23 मई को ही पता चला. इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. इससे पहले कूनो पार्क में तीन चीतों की मौत हो चुकी है.

आजतक से जुडे़ खेमराज़ दुबे की रिपोर्ट के मुताबिक, 24 मार्च को नामीबियाई चीता सियाया ने 4 शावकों को जन्म दिया था. 8 सप्ताह बाद सभी शावकों ने आंखें खोलना शुरू किया था. इस पल की तस्वीरें मदर्स डे पर कूनो नेशनल पार्क के प्रबंधन ने शेयर की थीं. बुधवार को चीता मॉनिटरिंग टीम ने एक शावक को बीमार देखा. उसका इलाज शुरू किया गया. ड्रिप लगाई गई. बाद में उसे पार्क के हॉस्पिटल ले जाया जा रहा था. उसी दौरान उसकी मौत हो गई.

आजतक से बातचीत करते हुए पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ जसवीर सिंह चौहान ने शावक की मौत की पुष्टि की है.

पिछले साल नामीबिया से लाए गए 8 चीतों को पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन यानी 17 सितंबर को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा गया था. बाद में अफ्रीका से लाए गए और चीतों को इस राष्ट्रीय उद्यान में बसाया गया. लेकिन कुछ ही समय बाद एक-एक कर चीतों के मारे जाने की खबरें आने लगीं. सबसे पहले 26 मार्च को शासा नाम की मादा चीता की मौत हुई थी. बताया गया था कि भारत लाए जाने से पहले ही शासा किडनी की बीमारी से पीड़ित थी. 23 जनवरी को उसमें थकान और कमजोरी के लक्षण दिखे थे, जिसके बाद उसे इलाज के लिए क्वारंटीन बाड़े में भेज दिया गया था.

उसके बाद अप्रैल में दूसरे चीते उदय की मौत हुई थी. मध्य प्रदेश के मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने 6 साल के चीते की मौत की पुष्टि की थी. उन्होंने बताया था कि 22 अप्रैल तक उदय बिल्कुल ठीक था. लेकिन 23 अप्रैल की सुबह वन विभाग की टीम ने देखा कि उदय की तबीयत खराब होने लगी थी. उसे ट्रैंकुलाइज कर मेडिकल सेंटर ले जाया गया. फिर शाम करीब 4 बजे इलाज के दौरान ही उदय ने दम तोड़ दिया.

इसके बाद 9 मई को मादा चीता दक्षा की मौत हुई थी. हालांकि इसकी वजह कोई बीमारी नहीं, बल्कि दक्षा के लिए झगड़ पड़े दो चीतों की लड़ाई में मादा चीता की मौत हुई. इन दोनों चीतों के नाम वायु और अग्नि हैं. इन्हें व्हाइट वॉकर के रूप में भी जाना जाता है. अब एक शावक की मौत के बाद कूनो नेशनल पार्क में तीन शावक और 17 चीते हैं. 

वीडियो: आसान भाषा में: अफ्रीकी चीता की भारत में दोबारा एंट्री, 65 साल पहले देखा गया था

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