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कार वर्कशॉप में नाबालिग के साथ टॉर्चर, प्राइवेट पार्ट में वैक्यूम क्लीनर डाला, हालत गंभीर

मामला Lucknow का है. वर्कशॉप कर्मचारियों ने कथित तौर पर नाबालिग लड़के के हाथ पैर बांधे और फिर प्राइवेट पार्ट में तेज एयर प्रेशर वाली वैक्यूम क्लीनर मशीन डाल दी.

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घरवालों ने पुलिस में शिकायत कराई, फिर समझौता हुआ (सांकेतिक फोटो- पेक्सेल)
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ज्योति जोशी
3 मई 2024 (Published: 11:12 AM IST)
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उत्तर प्रदेश के लखनऊ में एक नाबालिग के साथ दुर्व्यवहार और टॉर्चर का मामला सामने आया है (Minor Tortured Lucknow). आरोप है कि साथ काम करने वाले लोगों ने 16 साल के लड़के के प्राइवेट पार्ट में वैक्यूम क्लीनर डाल दिया. एयर प्रेशर के चलते नाबालिग बेहोश हो गया. पता चला कि पीड़ित के अंदरूनी हिस्सों में कई गंभीर चोटें आई हैं. उसकी हालत गंभीर बनी हुई है.

आजतक से जुड़े सत्यम मिश्रा की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना हुसैनगंज थाना क्षेत्र के हुंडई कार वर्कशॉप की है. आरोप है कि 29 अप्रैल की शाम को यहां काम करने वाले विकास शर्मा ने चार अन्य कर्मियों के साथ मिलकर नाबालिग को टॉर्चर किया. उन्होंने कथित तौर पर लड़के के हाथ पैर बांधे और फिर प्राइवेट पार्ट में तेज एयर प्रेशर वाली वैक्यूम क्लीनर मशीन डाल दी. लड़का बेहोश गया.

इसके बाद आरोपी ही डर के मारे नाबालिग को सिविल अस्पताल ले गए. वहां डॉक्टर ने पीड़ित को इंजेक्शन लगाकर घर भेज दिया. उसी रात पीड़ित की तबीयत फिर से बिगड़ने लग. दर्द की हालत में घरवाले उसे लोकबंधु अस्पताल लेकर गए. डॉक्टरों ने लड़के की हालत देखकर उसे तुरंत ही KGMU अस्पताल रेफर कर दिया. जांच में पता चला कि पीड़ित की आंतों और प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोट आई हैं. इसके बाद 30 अप्रैल को पीड़ित का ऑपरेशन किया गया.

नाबालिक के बड़े भाई विकास त्रिवेदी ने बताया कि सहकर्मी अक्सर उसके भाई को परेशान किया करते थे.

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दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़ित के घरवालों ने मामले की शिकायत पुलिस से की. कार्रवाई करते हुए पुलिस ने आरोपियों को पकड़ लिया. पूछताछ में पता चला कि उन्होंने ये सब मजाक-मजाक में किया गया था. पीड़ित के घरवालों ने आरोपियों से इलाज का खर्च देने की बात कही और आरोपी मान भी गए. खबर है कि उन्होंने पीड़ित के परिवार को ऑपरेशन के तीस हजार रुपये दे दिए हैं. आगे के इलाज के लिए भी पैसे देने को तैयार हैं. दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया है.

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