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नेताजी आगे-आगे, पुलिस पीछे-पीछे, किस तरह लखीमपुर जाने से पहले ही पकड़े गए तमाम नेता

रात भर की लुका-छिपी, बैरिकेड तोड़ने से भी काम नहीं बना.

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Lakhimpur Kheri जाने से रोकने पर अखिलेश यादव समर्थकों ने लखनऊ में पुलिस जीप को आग लगा दी. वहीं, शिवपाल को पुलिस ने घर से कुछ दूर जाने पर हिरासत में ले लिया.
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4 अक्तूबर 2021 (Updated: 4 अक्तूबर 2021, 08:16 IST)
Updated: 4 अक्तूबर 2021 08:16 IST
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उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हुए बवाल में 8 लोगों की जान जा चुकी है. सियासी पार्टियों के नेता लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें बीच रास्ते रोक लिया जा रहा है. कुछ को हिरासत में भी लिया गया है. आइए बताते हैं, किस नेता को कहां-कहां कैसे डिटेन किया गया. समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव 4 अक्टूबर सोमवार को लखनऊ से लखीमपुर खीरी जाने के लिए अपने आवास से निकले, लेकिन पुलिस बल ने उनको घर से बाहर 100 मीटर दूर ही रोक लिया. उसके बाद अखिलेश वहीं सड़क पर धरने पर बैठ गए. अखिलेश के आवास के बाहर भारी संख्या में मौजूद SP कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान पुलिस की एक जीप को भी आग के हवाले कर दिया गया. पुलिस ने अखिलेश यादव के अलावा सपा महासचिव राम गोपाल यादव को भी हिरासत में ले लिया. लखनऊ के पुलिस कमिश्नर के मुताबिक, धारा 144 का उल्लंघन करने की वजह से इन्हें हिरासत में लिया गया. साथ ही जीप जलाने के मामले में CCTV फुटेज देखकर केस दर्ज किया जाएगा. हिरासत में लिए जाने से पहले अखिलेश यादव ने कहा कि किसानों पर जुल्म हो रहा है. उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की भी मांग की. इसके अलावा मृतक किसानों के परिवारों को 2-2 करोड़ रुपये की मदद, CBI जांच की मांग भी उठाई. अखिलेश यादव ने कहा,
'इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया, जितना BJP की सरकार किसानों पर कर रही है. गृह राज्य मंत्री को इस्तीफ़ा देना चाहिए और उपमुख्यमंत्री जिनका कार्यक्रम था, उन्हें भी इस्तीफ़ा देना चाहिए. जिन किसानों की जान गई है, उन्हें 2-2 करोड़ रुपये की मदद हो, परिवार की सरकारी नौकरी हो.'
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी यूपी पुलिस की हिरासत में हैं. रात भर पुलिस को छकाने के बाद सुबह लगभग 5:30 बजे हरगांव थाना क्षेत्र में प्रियंका गांधी को हिरासत में ले लिया गया. प्रियंका गांधी लखीमपुर में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रही थीं. इससे पहले रात 12:00 से लेकर सुबह 5:30 तक प्रियंका और प्रशासन में लुका छुपी का खेल चलता रहा. फिलहाल प्रियंका को सेकेंड बटालियन गेस्ट हाउस में रखा गया है. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के विमान को लखनऊ एयरपोर्ट पर उतरने की इजाजत नहीं मिली. इसके बाद अब वह रायपुर एयरपोर्ट से सीधे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट आएंगे. फिर दोपहर 2:00 बजे तक नई दिल्ली में बने छत्तीसगढ़ सदन जाएंगे. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट किया,
'उत्तर प्रदेश की सरकार मुझे राज्य में न आने देने का फरमान जारी कर रही है. क्या उत्तर प्रदेश में नागरिक अधिकार स्थगित कर दिए गए हैं? अगर धारा 144 लखीमपुर में है तो लखनऊ में उतरने से क्यों रोक रही है तानाशाह सरकार?'
पंजाब और हरियाणा से भी किसानों के जत्थे लखीमपुर कूच कर चुके हैं. उत्तर प्रदेश सरकार ने पंजाब के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर राज्य से किसी को भी लखीमपुर खीरी नहीं जाने देने का अनुरोध किया है. हालांकि पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने कहा कि वह किसानों की हिमायत में लखीमपुर खीरी जा रहे हैं. और उन्होंने उत्तर प्रदेश प्रशासन से हेलिकॉप्टर लैंड करने की इजाज़त भी मांगी है. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के नेता और अखिलेश यादवा के चाचा शिवपाल यादव भी लखीमपुर खीरी के लिए घर की दीवार फांदकर निकले तो थे लेकिन बहुत आगे नहीं जा पाए. उनको इंजीनियरिंग कॉलेज, जानकीपुरम में प्रशासन ने रोक लिया. शिवपाल को अब उनके कार्यकर्ताओं सहित हिरासत में ले लिया गया है. आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह को लखीमपुर जाते समय सीतापुर में रोका गया. सीतापुर के लहरपुर इलाके में उन्हें रोका गया है. फिलहाल वह भी पुलिस हिरासत में हैं. राष्ट्रीय लोक दल के जयंत चौधरी लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए. उनके काफिले ने हापुड़ के ब्रजघाट टोल प्लाजा पर पुलिस बेरिकेडिंग तोड़ दी. जयंत ने एक वीडियो रीट्वीट किया है जिसमें वो पैदल चलते नज़र आ रहे हैं.

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