किसान आंदोलनः 'भारत बंद' में क्या बंद क्या खुला रहेगा, जान लीजिए
कल भारत बंद का ऐलान किया गया है
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किसान आंदोलन (फोटो-पीटीआई)
दिल्ली में ऑटो-टैक्सी सर्विस पर असर दिल्ली में कुछ ऑटो और टैक्सी यूनियनों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन करने का ऐलान किया है. इससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि, कई यूनियनों ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन देने के बावजूद सेवाएं सामान्य तौर पर जारी रखने का निर्णय लिया है. उनका कहना है कि कोरोना के चलते उन्हें पहले ही बहुत नुकसान हो चुका है, ऐसे में वह भारत बंद के दौरान काम नहीं रोक सकते.
दिल्ली टैक्सी टूरिस्ट ट्रांसपोर्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सम्राट ने एक बयान में कहा कि दिल्ली स्टेट टैक्सी कोऑपरेटिव सोसाइटी और कौमी एकता वेलफेयर एसोसिएशन भी 8 दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करेंगे. सर्वोदय ड्राइवर एसोसिएशन में कई ओला-उबर के ड्राइवर भी जुड़े हुए हैं, ऐसे में इस सेवा पर भी असर पड़ सकता है. हालांकि दिल्ली पुलिस के पीआरओ ईश सिंघल का कहना है कि भारत बंद को लेकर पूरे इंतजाम किए गए हैं. अगर कोई जबरदस्ती दुकानें बंद कराने या रास्ते रोकने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा.

दिल्ली में कुछ टैक्सी यूनियनें भारत बंद का समर्थन कर रही हैं. हालांकि कुछ का कहना है कि वो सर्विस जारी रखेंगी. (सांकेतिक तस्वीर)
व्यापारियों के कई संगठन भारत बंद से अलग
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के अलावा ट्रांसपोर्टर्स के बड़े संगठन ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (ऐटवा) ने कहा है कि हम 8 दिसंबर को होने वाे भारत बंद में शामिल नहीं हैं. मंगलवार को दिल्ली सहित देशभर के बाज़ार खुले रहेंगे. कारोबारी गतिविधियां सामान्य रूप से चालू रहेंगी. ट्रांसपोर्ट सेक्टर भी काम करता रहेगा और माल की आवाजाही भी पूरी तरह चालू रहेगी.
व्यापारियों के संगठन कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के सेक्रेटरी जनरल प्रवीण खंडेलवाल ने कहा,
मंगलवार के भारत बंद में हमारे ट्रेडर और ट्रांसपोर्टर शामिल नहीं होंगे. किसानों की ओर से बुलाए गए भारत बंद को लेकर हमसे किसी तरह का समर्थन नहीं मांगा गया है. वैसे भी जब केंद्र और किसान नेताओं की वार्ता चल रही है, तो बंद का कोई औचित्य नहीं है. किसानों के साथ व्यापारियों और ट्रांसपोर्टरों की सहानुभूति है क्योंकि वे देश की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा हैं, लेकिन हमें भरोसा है कि सरकार और किसान नेताओं के बीच जारी वार्ता का सकारात्मक परिणाम आएगा.
पंजाब में पेट्रोल पंप बंद रहेंगेConfederation of All India Traders (CAIT) has stated that India’s traders & transporters are not participating in Bharat bandh tomorrow. We have full faith in the ongoing dialogue process: CAIT Secretary-General Praveen Khandelwal pic.twitter.com/6bc4dYqS2l
— ANI (@ANI) December 7, 2020
महाराष्ट्र और असम की सरकारों ने भी 8 दिसंबर के बंद का समर्थन किया है. राज्य के 14 विपक्षी दलों ने मंगलवार को सभी कारखानों, कार्यालयों, बैंकों, अदालतों, शैक्षिक संस्थानों और यातायात को बंद करने की अपील की है. पंजाब में पेट्रोल पंप डीलर्स एसोसिएशन ऑफ पंजाब ने भी किसान संगठनों के भारत बंद को समर्थन देने की घोषणा की है. मंगलवार को राज्य के सभी पंप बंद रहेंगे. तेल केवल आपातकालीन सेवाओं के लिए उपलब्ध होगा.

भारत बंद के दौरान पंजाब में पेट्रोल पंप बद रहेंगे. (फोटो- PTI)
नोएडा में धारा 144 लागू
उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में पहले ही 2 जनवरी, 2021 तक धारा 144 लागू की जा चुकी है. इसके तहत एक जगह पर 5 या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी है. पुलिस कमिश्नर (कानून एवं व्यवस्था) आशुतोष द्विवेदी के अनुसार, यूपी आपदा प्रबंधन अधिनियम 2005 के मुताबिक कोविड-19 के कारण फैल रही महामारी को आपदा घोषित किया गया है.
भारतीय किसान यूनियन सिर्फ 4 घंटे का बंद करेगा
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राजेश टिकैत ने कहा कि हमारा विरोध शांतिपूर्ण है. हम इस तरह ही इसे जारी रखेंगे. 8 दिसंबर का भारत बंद सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक है. यह हमारा विरोध दर्ज करने का सांकेतिक तरीका है. उन्होंने कहा कि हमें ये दिखाना है कि हम भारत सरकार की कुछ नीतियों का समर्थन नहीं करते हैं. हम आम आदमी के लिए समस्याएं पैदा नहीं करना चाहते, इसलिए हम सुबह 11 बजे बंद शुरू करेंगे ताकि लोग समय पर ऑफिस पहुंच सकें. कार्यालयों में काम के घंटे दोपहर 3 बजे तक समाप्त हो जाएंगे. एंबुलेंस और शादियों जैसी सेवाएं भी हमेशा की तरह चल सकती हैं. शादी में जाने वाला कार्ड दिखाकर जा सकेगा.
We don't want to cause problems for common man. Therefore, we will begin at 11 am, so that they could leave for office on time. Work hours in offices will end by 3 pm. Services such as ambulance, even weddings, can go on as usual. People can show their card & leave: Rakesh Tikait https://t.co/50iVECB09cहरियाणा, पंजाब, राजस्थान में मंडियां बंद रहेंगी किसानों के समर्थन में भारत बंद के दौरान हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में मंडियां बंद रहेंगी. किसान नेता बलदेव सिंह यादव ने सभी से यह सुनिश्चित करने की अपील की कि भारत बंद शांतिपूर्ण रहे. इन राज्यों में सभी मंडियां बंद रहेंगी, लेकिन शादियों को बंद से छूट दी गयी है. कई राजनीतिक दलों ने इसका समर्थन किया है.
— ANI (@ANI) December 7, 2020
पंजाब के होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन का समर्थन किसानों के आंदोलन का समर्थन देने वालों में इंडियन नेशनल ट्रेड यूनियन कांग्रेस (INTUC), ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (AITUC), हिंद मज़दूर सभा (HMS), सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन(CITU), ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर (AIUTUC) और ट्रेड यूनियन कोऑर्डिनेशन सेंटर (TUCC) शामिल हैं. पंजाब के होटल और रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने कहा है कि पहले से बुक की गई शादियों और बैंक्वेट हॉल्स को छोड़कर सभी होटल, रिसॉर्ट्स और बार 8 दिसंबर को बंद रहेंगे.
महाराष्ट्र में मंडियां बंद, टैक्सी और बसें चलेंगी महाराष्ट्र में किसान आंदोलन के समर्थन में सभी मंडी समितियां बंद रहेंगी. मंडी समिति के अध्यक्ष राजेंद्र शेल्क के मुताबिक नवी मुंबई और वाशी की हर तरह की मंडियां बंद रहेंगी. हालांकि मुंबई की टैक्सी यूनियन ने भारत बंद में शामिल न होने का फैसला लिया है. इस वजह से टैक्सी सर्विस पर असर नहीं पड़ेगा. मुंबई की रोडवेज बस सर्विस BEST के पीआरओ के मुताबिक, बस सर्विस भी सुचारु रूप से चलेगी. भारत बंद में रोडवेज सर्विस प्रभावित नहीं होंगी.

मुंबई में BEST की रोडवेज बस सर्विस मंगलवार को भी चालू रहेगी.
बैंकिंग सर्विसेज पर हो सकता है असर कई बैंकिंग यूनियनों की ओर से किसान आंदोलन के समर्थन की वजह से 8 दिसंबर को बैंकिंग सेवाएं प्रभावित रह सकती हैं. इन यूनियनों ने सरकार से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द किसानों की समस्या को खत्म किया जाए. ऑल इंडिया बैंक एम्प्लॉई एसोसिएशन (AIBEA) ने एक बयान में कहा कि सरकार को आगे आकर किसानों की मांग पूरी करनी चाहिए. ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स कॉन्फेडरेशन (AIBOC), ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (AIBOA) और इंडियन नेशनल बैंक ऑफिसर्स कांग्रेस (INBOC) ने सरकार से किसानों की समस्या दूर करने की अपील की है.
राजनीतिक दलों का भारत बंद पर क्या स्टैंड है?
# तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत राय ने कहा कि पार्टी आंदोलनकारी किसानों के साथ है लेकिन पश्चिम बंगाल में भारत बंद को हम अपना समर्थन नहीं देंगे. यह हमारे सिद्धांतों के खिलाफ है.
# द्रमुक अध्यक्ष एम के स्टालिन ने कहा कि तमिलनाडु में आंदोलनकारी किसानों को गिरफ्तार कर लिया गया था. सलेम में हो रहे आंदोलन में मैं भी शामिल था. पलानीस्वामी सरकार आंदोलनकारियों के खिलाफ है. हम 8 दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करेंगे और इसमें शामिल होंगे.
# राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ या आरएसएस से जुड़े भारतीय किसान संघ ने आंदोलनकारी किसानों की ओर से बुलाए गए 8 दिसंबर के भारत बंद से दूरी बना ली है. भारतीय किसान संघ ने इसकी वजह राजनीतिक पार्टियों के इस आंदोलन में शामिल होने को बताया है. संघ का कहना है कि किसान संगठनों को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात सरकार के सामने रखनी चाहिए.