लखीमपुर हिंसा: वरुण गांधी और प्रियंका गांधी ने मोदी को लेटर लिख क्या मांग कर दी है?
दोनों नेताओं ने अलग-अलग लेटर लिखा है.
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वरुण गांधी और प्रियंका गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी को लेटर लिख लखीमपुर हिंसा में मारे गए किसानों को न्याय दिलाने की मांग की (साभार: ट्विटर)
आपने तीन कानूनों को रद्द करने की घोषणा की है, उसके लिए मैं आपको साधूवाद देता हूं. पिछले एक साल में 700 से ज्यादा किसान भाइयों की शहादत हो चुकी है.मेरा मानना है कि यह फैसला पहले ही हो जाता तो इतनी जनहानि नहीं होती. मेरी मांग है कि इन किसानों के परिजनों को एक-एक करोड़ का मुआवजा दिया जाए. आंदोलन के दैरान दर्ज मुकदमें रद्द किए जाएं. तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा का मैं स्वागत करता हूँ। मेरा विनम्र निवेदन है कि एमएसपी पर कानून बनाने की मांग व अन्य मुद्दों पर भी अब तत्काल निर्णय होना चाहिए, जिससे किसान भाई आंदोलन समाप्त कर ससम्मान घर लौट जाएं।
आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नाम इस विषय में मेरा पत्र: pic.twitter.com/ndnL1xIx2c — Varun Gandhi (@varungandhi80) November 20, 2021लखीमपुर हिंसा पर क्या लिखा है? वरुण ने लिखा है,
तीन अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में पांच किसान भाइयों की गाड़ियों से कुचलकर निर्मम हत्या कर दी गई. यह हृदय विदारक घटना हमारे लोकतंत्र पर काले धब्बे के समान है. मेरा आपसे निवेदन है कि इस घटना की निष्पक्ष जांच और न्याय के लिए इसमें लिप्त एक केंद्रीय मंत्री पर भी सख्त कार्रवाई होनी चाहिए.अपने पत्र में उन्होंने आगे लिखा है कि सरकार को न्यूनतम समर्थन मूल्य पर तत्काल फैसला लेना चाहिए ताकि किसान अपने घर लौट सकें. वरुण ने कहा,
‘यह आंदोलन इस मांग के निस्तारण के बिना समाप्त नहीं होगा और किसानों में एक व्यापक रोष बना रहेगा, जो किसी न किसी रूप में सामने आता रहेगा. अतः किसानों को फसलों की एमएसपी की वैधानिक गारंटी मिलना अत्यंत आवश्यक है. सरकार को राष्ट्रहित में इस मांग को भी तत्काल मान लेना चाहिए.प्रियंका ने की मंत्री को बर्खास्त करने की मांग कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने एक तरफ केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है, वहीं दूसरी ओर पीएम मोदी को चिट्ठी लिखकर लखीमपुर खीरी कांड में पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग की है. प्रियंका ने लिखा है,
आज आप लखनऊ में होने वाली डीजीपी कॉन्फ्रेंस में कानून व्यवस्था संभालने वाले अधिकारियों के साथ चर्चा करेंगे. लखीमपुर नरसंहार में किसानों के साथ हुई क्रूरता को पूरे देश ने देखा. आपको ये भी जानकारी होगी कि किसानों को कुचनले का मुख्य आरोपी आपकी सरकार के केंद्रीय गृहराज्य मंत्री का बेटा है. लेकिन केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी अभी भी आपके मंत्रिमंडल में बने हुए हैं. यदि आप इस कॉन्फ्रेंस में आरोपी के पिता के साथ मंच साझा करते हैं तो पीड़ित परिवारों को साफ संदेश जाएगा कि आप अब भी कातिलों का संरक्षण करने वालों के साथ हैं. यह 700 शहीद किसानों का घोर अपमान होगा.
प्रियंका गांधी ने अपने लेटर में पीएम मोदी को अजय मिश्रा के साथ मंच साझा नहीं करने और उन्हें बर्खास्त करने की मांग की है...@narendramodi जी अगर देश के किसानों के प्रति आपकी नीयत सचमुच साफ है तो आज अपने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के साथ मंच पर विराजमान मत होईये, उनको बर्खास्त कीजिये।
प्रधानमंत्री जी को मेरा पत्र। pic.twitter.com/5XNAmAjmvN — Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 20, 2021