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पड़ोसी ने दी लंबाई बढ़ने की गोली, खाकर मर गया लड़का

अपने शरीर को सुंदर बनाने के लिए शॉर्टकट नहीं अपनाने चाहिए. बात बोरिंग सी लगती है, पर असली कहानियों से इसे समझिए तो कलेजा धक्क से हो जाता है.

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अविनाश जानू
23 जून 2016 (Updated: 22 जून 2016, 04:15 AM IST) कॉमेंट्स
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शरीर को सुंदर, लंबा या स्वस्थ बनाने के लिए शॉर्टकट नहीं अपनाने चाहिए. बात बोरिंग सी लगती है, पर असली कहानियों से इसे समझिए तो कलेजा धक्क से हो जाता है. गाजियाबाद के साहिबाबाद में रहता था 13 साल का आमुख. मां-बाप की इकलौती संतान. सोमवार को वो क्रिकेट खेलने गया तो भला-चंगा था. लेकिन कुछ देर में खून की उल्टी हुई. घर वाले अस्पताल लेकर भागे. पर थोड़ी देर में उसकी मौत हो गई. आमुख के घर वाले बता रहे हैं कि आमुख की लंबाई थोड़ी कम थी, जिससे वो परेशान रहता था. सोमवार शाम जब वो गली में खेल रहा था, पड़ोस की महिला सुनीता ने उसे खाने के लिए एक टैबलेट दी. और कहा कि इसे खाकर वो लंबा हो जाएगा. लंबाई बढ़ाने के लालच में आमुख ने टैबलेट खा ली. आमुख के पिता का कहना है कि दो-तीन दिन पहले उनकी सुनीता से किसी बात पर कहासुनी हो गई थी. उन्हें शक है कि इसी वजह से सुनीता ने ऐसा किया है. घरवालों की शिकायत पर पुलिस ने गैर इरादतन हत्या का केस दर्ज कर लिया है और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. पुलिस के मुताबिक, सुनीता ने दवा देने की बात से इंकार किया है. आमुख की मौत के बाद से ही सुनीता के घर पर ताला लगा है. आमुख के घरवाले जल्द कार्रवाई चाहते हैं. पर पुलिस का कहना है कि जब तक पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट नहीं आती तब तक कार्रवाई नहीं की जा सकती. खैर आमुख तो फिर भी बच्चा था. हम बड़े क्या कम गलतियां करते हैं? तमाम दवाइयां बिना पूरी जांच के अजीब-गरीब कारणों से खाया करते हैं. शरीर को फुलाने, बॉडी बनाने और बाल उगाने के लिए जाने कौन-कौन सी टैबलेट निगलते रहते हैं. हमारे एक मित्र, अपने एक मित्र की कहानी सुनाते हैं. वे शरीर से दुबले थे तो शादी से पहले मोटे होना चाहते थे. किसी ने उन्हें यूपी में बड़ौत के पास एक वैद्य जी का पता बता दिया और वे पहुंच गए. वो घर पर बना च्यवनप्राश बेचते थे, जिससे महीने भर में वजन बढ़ने लगता था. तो ये साहब भी डोज लेने लगे. एक चम्मच बोला था, दो-दो चम्मच लेने लगे और पूरे दो डिब्बे खा गए. उनका वजन तो बढ़ गया, लेकिन आज की डेट में हालत ये है कि कूल्हे की हड्डी गल चुकी है. ठीक से चल नहीं पाते हैं. क्यों? क्योंकि वैद्यजी अपने च्यवनप्राश में धकापेल स्टेरॉयड मिलाया करते थे. खाने वाला आयुर्वेदिक के नाम पर खाए रहता था. अभी कुछ दिन पहले ही तो खबर आई थी, जब एक शख्स हेयर ट्रांसप्लांट के चक्कर में जान खो बैठा था. 73 हजार रुपये खर्च करके 1200 बाल लगवाए थे, लेकिन डॉक्टर अनट्रेंड था. उसके बाद दो दिन बुखार रहा और तीसरे दिन मौत हो गई. संभल कर रहिए. शरीर जैसा भी है, सुंदर है. उसे स्वीकारिए. अगर कुछ बदलना ही है तो मेहनत और खान-पान से दुरुस्त कीजिए.

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