The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Kash Patel Agroterrorism Chine...

अमेरिका में पकड़े गए 'चाइनीज एजेंट', FBI चीफ बोले- 'एग्रो टेररिस्ट' हैं दोनों

Kash Patel on Agroterrorism: FBI डायरेक्टर काश पटेल ने कहा कि ये एक गंभीर चेतावनी है. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अमेरिकी संस्थानों में घुसपैठ करने की कोशिश कर रही है. अमेरिका में फ़ूड सप्लाई को टारगेट करने के लिए गुर्गों और रिसर्चर्स को तैनात कर रही है.

Advertisement
Kash Patel on Agroterrorism
काश पटेल का दावा है कि दोनों को चीनी सरकार से पैसे मिल रहे थे. (फ़ोटो- X/@FBIDirectorKash)
pic
हरीश
4 जून 2025 (Updated: 4 जून 2025, 02:17 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share

अमेरिका में दो चीनी नागरिकों को गिरफ़्तार किया गया है. बताया गया कि दोनों गर्लफ़्रेंड-बॉयफ़्रेंड हैं. आरोप है कि दोनों ने अमेरिका में एक खतरनाक तरह के जैविक रोगाणु की तस्करी की, जिसके चलते अमेरिका को अरबों का आर्थिक नुक़सान हो सकता था. FBI के डायरेक्टर काश पटेल ने दोनों को कृषि आतंकवाद (Kash Patel on Agro Terrorism) का एजेंट बताया है.

रोगाणु की पहचान फ्यूज़ेरियम ग्रैमिनेरम के रूप में की गई है. आगे बढ़ें, उससे पहले इसे आसान शब्दों में समझ लेते हैं. ये फ्यूज़ेरियम ग्रैमिनेरम फसलों में 'हेड ब्लाइट' नाम की बीमार का कारण बन सकता है. ये बीमारी गेहूं, जौ, मक्का और चावल में फैलती है.

फ्यूजेरियम ग्रैमिनेरम के जहर से इसानों और पशुओं में उल्टी, लिवर डैमेज और प्रजनन संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. ये हर साल दुनियाभर में अरबों डॉलर के आर्थिक नुक़सान के लिए ज़िम्मेदार है. अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट ने इसे साइंटिफिक भाषा में कृषि-आतंकवाद का हथियार माना है.

किन्हें गिरफ़्तार किया गया?

FBI की आपराधिक शिकायत के मुताबिक़, एक गिरफ़्तार व्यक्ति 34 साल का ज़ुनयोंग लियू है. वो वर्तमान में चीन में एक रिसर्चर है. जुलाई, 2024 में वो अपनी 33 साल की प्रेमिका युनकिंग जियान से मिलने अमेरिका पहुंचा था. इसी दौरान वो फ्यूजेरियम ग्रैमिनेरम को अमेरिका ले गया था. तब युनकिंग जियान रिसर्च के लिए अमेरिकी की मिशिगन यूनिवर्सिटी मौजूद थी.

अमेरिकी पुलिस के मुताबिक़, दोनों के बीच इलेक्ट्रॉनिक संचार ने उनके बयानों की पुष्टि की. उन पर साजिश रचने, अमेरिका में माल की तस्करी करने, झूठे बयान देने और वीज़ा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. आरोपों के मुताबिक़, दोनों को इस काम के लिए चीनी सरकार से पैसे भी मिले थे. उनके इलेक्ट्रॉनिक्स में उनके चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) से जुड़े होने की जानकारी भी है.

ये भी पढ़ें- काश पटेल और एलन मस्क में खींचतान!

FBI डायरेक्टर काश पटेल ने भी इस घटना के बारे में बात की. कहा कि ये एक गंभीर चेतावनी है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अमेरिकी संस्थानों में घुसपैठ करने की कोशिश कर रही है. अमेरिका में फ़ूड सप्लाई को टारगेट करने के लिए गुर्गों और रिसर्चर्स को तैनात करने के लिए काम कर रही है.

अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी एक बयान जारी किया. कहा कि इसके तार चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े हुए हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अमेरिका आगे से चीन और हांगकांग से वहां पहुंचने वालों के वीज़ा एप्लिकेशंस की जांच तेज़ करेगा.

Agro Terrorism क्या है?

सरल शब्दों में कहें, तो बायोलॉजिकल एजेंटों का इस्तेमाल करके खेतों को हथियार बनाया जाना. फिर दूसरे देशों फसलों को बर्बाद करना मोटे तौर पर 'कृषि-आतंकवाद' कहलाता है. इसका टारगेट सरल है- अर्थव्यवस्था को तबाह करना और सामाजिक अशांति पैदा करना.

आमतौर पर इसमें पकड़े जाने की संभावना कम होती है. द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी ने ब्रिटेन में आलू की फसलों को "कोलोराडो आलू बीटल" से निशाना बनाया था. ये बीटल 1943 में इंग्लैंड में पाए गए थे. जिससे संकेत मिलता है कि एक छोटे पैमाने पर हमला हुआ था.

वीडियो: एलन मस्क और काश पटेल क्यों आए आमने सामने?

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement