करीना कपूर को ब्रांड एंबेसेडर बनाकर हिंदू लड़कियों को मुस्लिम साज़िश से बचाया जा रहा है
ख़ुद करीना को भी पता नहीं होगा कि वे कुछ हिंदू समूहों के कितने काम आ रही हैं.
Advertisement

करीना कपूर की इमेज ऐसे यूज़ हो रही है. सैफ़ अली ख़ान, आमिर ख़ान और किरण राव की छवियों का भी इस्तेमाल हो रहा है. (फोटोः सोशल मीडिया)
आमिर ख़ान और किरण राव. सैफ़ अली ख़ान और करीना कपूर.बॉलीवुड के ये दो दंपत्ति ऐसे हैं जिनके खिलाफ हाल के टाइम में कुछ धार्मिक कट्टरता वाले लोगों और जातिवादी समूहों ने फर्जी कैंपेन चलाए. अब फिर जानकारी में आया है कि करीना के नाम का इस्तेमाल ऐसे ही एक बुरे और फर्जी प्रोपगैंडा में किया जा रहा है. बात ये है कि हिंदू स्पिरिचुएलिटी एंड सर्विस फ़ाउंडेशन नाम के एक समूह ने जयपुर (राजस्थान) के एसएमएस इनवेस्टमेंट ग्राउंड में एक प्रदर्शनी लगाई. कथित तौर पर राजस्थान सरकार ने भी स्कूलों से कहा कि वे बच्चों को इस एग्जिबीशन में लेकर आएं.
यहां बजरंग दल का स्टॉल लगा था जिस पर ऐसी किताबें रखी गईं जिनमें बताया गया है कि कैसे लड़कियां ख़ुद को 'लव जिहाद' से बचा सकती हैं. चलो, सबको अपनी सोच रखने की आज़ादी है. लेकिन आपकी आज़ादी वहां खत्म होती है जहां आप दूसरे के अधिकारों पर दख़ल देने लगो. दूसरे धर्म में प्रेम विवाह करने वाले हिंदू-मुस्लिम युवाओं को रोकने के लिए यहां पर प्रोपगैंडा किया जा रहा था. आपत्ति ये है कि यहां करीना कपूर की फोटो का इस्तेमाल ये मैसेज देने में किया जा रहा था. उनकी फ़ोटोशॉप करके यूज़ की जा रही तस्वीर के ज़रिए हिंदू लड़कियों को समझाया गया कि कैसे मुस्लिम पुरुष अपने प्यार के जाल में फंसाते हैं हिंदू लड़कियों को और ये मुस्लिमों की हज़ारों साल से चली आ रही चाल है, जिसके जरिए वो हिंदू महिलाओं का धर्म परिवर्तन करवाते हैं.
ऐसे समूहों ने पहले आमिर का उदाहरण देकर अपना झूठा एजेंडा फैलाया है कि आमिर मुसलमान हैं और हिंदू लड़की रीमा दत्ता को प्यार में जाल में फंसाकर शादी. उसके बाद तलाक देकर दूसरी हिंदू लड़की किरण से शादी कर ली. कथित तौर पर ये ऐसे मुसलमानों की सदियों से चली आ रही चाल है. करीना का फोटो लगाया गया तो संकेत ये था कि सैफ अली खान, जो एक मुसलमान है, उन्होंने अमृता नाम की हिंदू लड़की से शादी की और बाद में छोड़ दिया. फिर दूसरी हिंदू लड़की करीना कपूर से शादी कर ली.
जयपुर में करीना कपूर के जो पोस्टर बनाए गए उन पर क्या लिखा था पढ़िए, "मुस्लिम लड़के बार-बार हिंदुओं के घर जाते हैं. उनकी बेटियों से लगातार बात करने की कोशिश करते रहते हैं. लड़की के घरवालों को माताजी-पिताजी कहते हैं. ये सब इनकी चाल होती है. लड़की और लड़के के बीच बातचीत जल्द ही प्यार में बदल जाती है और फिर लड़की उसी लड़के से शादी करने की ज़िद पकड़ लेती है. जब लड़की के घरवाले नहीं मानते तो वो इस्लाम अपनाकर इस्लामिक तौर-तरीके से लड़के से शादी कर लेती है. इनके यहां दूसरों का धर्म इस्लाम में बदलवाना सेवा मानी जाती है."
बताया जाता है कि प्रदर्शनी में एक किताब ऐसी थी जिसमें एक अजीब से शब्द को समझाया गया कि 'हिंसक जिहाद' क्या होता है. किताब में बताया गया कि इसमें मुस्लिम लड़के हिंदू लड़कियों से शादी कर उन्हें देह व्यापार के दलदल में धकेल देते हैं.
वो पोस्टर जिसमें गिनती भी दी है कि कौन जाति की कितनी महिलाएं लव जिहाद में फंसी; करीना की फोटोशॉप्ड फोटो. (फोटोः सोशल मीडिया)
एक और किताब में बिंदी लगाई एक महिला को सलाखों के पीछे दिखाया गया. उस पर लिखा था, "प्यार, धोखाधड़ी, निकाह और धर्म परिवर्तन, इनका नतीजा दर्दनाक होता है."
2015 में दुर्गा वाहिनी की प्रकाशित मैगज़ीन 'हिमालय ध्वनि' में भी करीना कपूर की फ़ोटोशॉप की तस्वीर छापी गई थी. उसमें उनका आधा चेहरा नकाब से ढ़का हुआ था.
कहने की ज़रूरत नहीं कि ये सारा प्रोपगैंडा गंदे किस्म का कूड़ा है. इस पर ज़रा भी ध्यान न दें.Also Read:इस सवाल का जवाब बताकर मिस वर्ल्ड बनीं मानुषी छिल्लर
अब जयपुर पुलिस किस मामले में पूछताछ कर रही है कैदी राम रहीम से?
'पद्मावती' के बाद अब कंगना की इस फ़िल्म पर विवाद के बादल मंडरा रहे हैं
सुशील कुमार तीन साल बाद कुश्ती करने उतरे, बिना लड़े गोल्ड जीत गए!
गुजरात चुनाव: जानिए बीजेपी की पहली लिस्ट में किसे टिकट मिला है
Video: लल्लनटॉप की गुजरात चुनाव कवरेज से आप भी जुड़ सकते हैं