डॉक्टर ने कही 'जादू' ना होने की बात तो पिटवाने का आरोप, कानपुर के करौली 'बाबा' पर केस दर्ज
'बाबा' ने इन आरोपों से इनकार कर दिया है.

कानपुर के करौली आश्रम (Kanpur Karauli Ashram) के प्रमुख संतोष सिंह भदौरिया (Santosh Singh Bhadauria) पर आरोप है कि उन्होंने एक शख्स को पिटवा दिया. ये शख्स उनके दर्शन करने आया था. आरोप लगाने वाले शख्स का नाम सिद्धार्थ चौधरी है और वो पेशे से डॉक्टर हैं. सिद्धार्थ अपने पिता और पत्नी के साथ संतोष सिंग भदौरिया के दर्शन के लिए नोएडा से कानपुर पहुंचे थे. आरोप है कि बाबा ने अपने बाउंसरों से उन्हें पिटवाया. इधर, ‘बाबा’ ने ऐसी किसी भी घटना से इनकार किया है.
क्या है पूरा मामला?कानपुर के रामादेवी चौराहे के पास पीपरगवां इलाके में करौली आश्रम मौजूद है. सोशल मीडिया पर करौली आश्रम के प्रमुख संतोष सिंह भदौरिया के वीडियो जमकर वायरल होते रहते हैं. संतोष सिंह खुद को बाबा कहते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कई लोग संतोष सिंह से प्रभावित होकर उनके दर्शन करने आते हैं. इन लोगों का मानना है कि बाबा उनकी समस्यायों का हल निकाल देंगे.
आज तक से जुड़े रंजय सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक, ऐसे ही वीडियो से प्रभावित होकर नोएडा के रहने वाले डॉक्टर सिद्धार्थ अपने पिता और पत्नी के साथ संतोष सिंह के आश्रम पहुंचे थे. यहां उन्होंने बाबा से उनकी समस्या दूर करने को कहा. कथित जादू करने को कहा. रिपोर्ट के मुताबिक, बाबा ने कोई मंत्र फूंका. लेकिन डॉक्टर सिद्धार्थ इससे संतुष्ट नहीं हु्ए. उन्होंने बाबा से कहा कि कथित जादू काम नहीं कर रहा है. इसके बाद संतोष सिंह को गुस्सा आ गया. रिपोर्ट के मुताबिक, आरोप है कि संतोष सिंह ने अपने बाउंसरों से डॉक्टर सिद्धार्थ को आश्रम से बाहर फेंकने को कहा.
रिपोर्ट के अनुसार, डॉक्टर सिद्धार्थ ने बताया कि 22 फरवरी को वो 66 हजार रुपये की रशीद कटवाकर संतोष सिंह के पास आए थे. उन्होंने आगे बताया कि जब बाउंसर उन्हें बाहर ले जा रहे थे, तब उनके पिता और पत्नी ने उन्हें बचाने की कोशिश की. इस दौरान बाउंसरों ने उन्हें भी पीटा. उन्होंने आगे बताया कि बाद में बाउंसरों ने उन्हें अलग कमरे में ले जाकर पीटा. पिटाई से उनकी नाक टूट गई और सिर समेत कई जगह चोट आई.
रिपोर्ट के अनुसार, सिद्धार्थ के पिता ने कानपुर में उनका प्राथमिक उपचार करवाया. बाद में वो उन्हें घायल अवस्था में नोएडा लाए और यहां उनका इलाज कराया गया. 19 मार्च को डॉक्टर ने कानपुर के कमिश्नर बीपी जोगदंड को FIR लिखने की एप्लीकेशन दी. इसके बाद बिधनू थाने में उन्होंने अपनी FIR दर्ज कराई. पुलिस ने संतोष सिंह भदौरिया और उनके साथियों के खिलाफ IPC की धाराओं 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), 504 (जानबूझकर अपमान करना) और 325 (जानबूझकर गंभीर चोट पहुंचाना) के तहत FIR दर्ज कराई.
इधर संतोष सिंह का कहना है उनके दर्शन करने आए लोग उनके केबिन से 25 फुट दूर बैठते हैं. ऐसे में उन्हें कोई छू भी नहीं सकता है. उनका कहना है कि उनपर लगाए गए आरोप झूठे हैं. पुलिस जैसे चाहे वैसे जांच कर ले. हम लोग कानून के कायदे से ही चलते हैं.
क्या है कानपुर वाला करौली धाम?कानपुर में स्थित ये आश्रम करीब चौदह एकड़ में फैला है. ये आश्रम अपने आप में एक छोटे से शहर से कम नहीं है. इस आश्रम में रोजाना चार-पांच हजार लोग तो आ ही जाते हैं. अमावस वाले दिन तो यहां आने वालों की संख्या 20 हजार को भी पार कर जाती है. दिन-रात का हिसाब तो रहने ही दिया जाए. आश्रम के अंदर चौबीसों घंटे हवन होता रहता है. इसके लिए लोगों को बकायदा हवन किट भी दी जाती है. यहां संतोष सिंह अपने कांच के केबिन के अंदर बैठते हैं और लोगों को उनसे मिलने के लिए कुछ रुपये देने पड़ते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस आश्रम में कथित तौर पर लोगों का इलाज भी होता है और इसके लिए पैसे देने पड़ते हैं.
वीडियो: पड़ताल: करौली दंगे से पहले मस्जिद पर भगवा लहराने का वीडियो कहां का निकला?

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