अगस्त 2012 में चालू हुए यमुना एक्सप्रेस-वे के बिकने की नौबत आ गई है. और इसको बेचने वाला है कर्ज में डूबा हुआ जेपी ग्रुप.
लाइव मिंट की एक खबर के मुताबिक नोएडा और आगरा के बीच बना यमुना एक्सप्रेस-वे बिक सकता है. ये एक्सप्रेस-वे जेपी ग्रुप ने सरकार के साथ पार्टनरशिप में बनवाया था. एक्सप्रेस-वे से लगी हुई जमीन के पांच बड़े टुकड़ों पर जेपी ग्रुप ने पांच टाउनशिप बनवाना तय किया था.
जेपी ग्रुप, जिसमें जयप्रकाश पावर, जयप्रकाश एसोसिएट्स और जेपी इन्फ्राटेक शामिल हैं, इस समय 60 हजार करोड़ रूपए के कर्ज में धंसा हुआ है. असल में एक्सप्रेस-वे बनवाने के पहले अंदाजा लगाया गया था कि कंपनी को हर साल लगभग 1000 करोड़ रूपए टैक्स मिलेगा. पर पिछले 4 सालों में किसी भी साल 200 करोड़ से ज्यादा कमाई नहीं हुई.
वैसे यमुना एक्सप्रेस-वे दुर्घटनाओं के लिए बदनाम है. जुलाई 2015 तक यहां 2000 से भी ज्यादा एक्सीडेंट हो चुके थे और 319 जानें जा चुकी थीं.