शाबाश नीरज...74 सालों में पहली बार ओलंपिक्स में आया ऐसा सोना!
नीरज ने कमाल ही नहीं किया है, इतिहास रच दिया है.
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नीरज चोपड़ा भारत के टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट. फोटो: AP
नीरज के अलावा चेक रिपब्लिक के जेकब 86.67m की थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे. जबकि चेक रिपब्लिक के ही वेसले 85.44m की थ्रो के साथ तीसरे स्थान पर आए. इस मुकाबले के फेवरेट्स में शुमार और गोल्ड के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे जोहान्स वेटर फाइनल राउंड में भी नहीं पहुंच पाए. उन्होंने नौवें स्थान पर रहते हुए अपना कैम्पेन खत्म किया. इस मुकाबले से पहले बुधवार को क्वालीफिकेशन राउंड में नीरज चोपड़ा ने 86.65m की थ्रो के साथ फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करके इतिहास रचा था. वो जैवलीन थ्रो के फाइनल्स में पहुंचने वाले पहले भारतीय हैं. टोक्यो में ओलंपिक्स का भारतीय रिकॉर्ड: टोक्यो ओलंपिक्स में सात अगस्त के दिन नीरज चोपड़ा से पहले बजरंग पूनिया ने ब्रॉन्ज़ मेडल जीता था. इन दोनों की जीत के साथ टोक्यो में भारत के कुल सात मेडल हो गए हैं. जो कि ओलंपिक्स के इतिहास में किसी भी एक ओलंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. इससे पहले भारत ने लंदन ओलंपिक्स में छह मेडल जीते थे. ये रही टोक्यो की लिस्ट:जैवलीन थ्रो: नीरज चोपड़ा, गोल्ड वेटलिफ्टिंग: मीराबाई चानू, सिल्वरकुश्ती: रवि कुमार दहिया, सिल्वरबॉक्सिंग: लवलीना बोरगोहेन, ब्रॉन्ज़बैडमिंटन: पीवी सिंधू, ब्रॉन्ज़कुश्ती: बजरंग पूनिया, ब्रॉन्ज़हॉकी: पुरुष हॉकी टीम, ब्रॉन्ज़THE THROW THAT WON #IND A #GOLD MEDAL 😍#Tokyo2020 | #StrongerTogether | #UnitedByEmotion @Neeraj_chopra1 pic.twitter.com/F6xr6yFe8J
— #Tokyo2020 for India (@Tokyo2020hi) August 7, 2021