गजब! बिना ड्राइवर ट्रेन 84 किमी चलकर जम्मू से पंजाब पहुंच गई, रेलवे की सफाई तो और दिमाग हिला देगी
Jammu के Kathua में एक मालगाड़ी बिना लोको पायलट के 84 किलोमीटर चली गई. फिर पंजाब में कैसे इसे रोका गया? रेलवे ने क्या सफाई दी है?
![Train runs for 84 km without driver](https://static.thelallantop.com/images/post/1708840452474_untitled_project_(58).webp?width=540)
जम्मू-कश्मीर में एक ट्रेन बिना ड्राइवर के लगभग 84 किलोमीटर चली गई. रेलवे अथॉरिटी को जानकारी मिलने के बाद ट्रेन को पंजाब में रोका गया. घटना रविवार 25 फरवरी की सुबह की है. ट्रेन जम्मू के कठुआ स्टेशन पर रुकी थी, जिसके बाद वो चलकर पंजाब पहुंच गई. घटना को लेकर जम्मू रेलवे के डिवीजनल ट्रैफिक मैनेजर ने जांच के आदेश भी दिए हैं (Jammu kashmir train runs withour driver).
बिना ड्राइवर ट्रेन कैसे चली?इंडिया टुडे से जुड़े मनजीत की रिपोर्ट के मुताबिक 25 फरवरी की सुबह गाड़ी नंबर 14806R जम्मू के कठुआ स्टेशन पर रुकी थी. ये एक मालवाहक ट्रेन थी. सुबह ड्राइवर जब कथित तौर पर चाय-नाश्ते के लिए कठुआ स्टेशन पर रुके, तो वो उतरने से पहले हैंडब्रेक लगाना भूल गए थे. साथ ही उतरते वक्त ट्रेन का इंजन भी चालू था. इस बीच सुबह करीब 7:10 पर ट्रेन अपने आप चलने लगी. और लगभग 84 किलोमीटर दूर पंजाब के दौसा के करीब ऊंची बस्सी पहुंची.
यहां एक पैसेंजर ट्रेन के स्टाफ ने काफी मशक्कत कर ट्रेन को रोका. गनीमत ये रही कि ये ट्रेन जिस रूट से जा रही थी, उस रूट पर कोई दूसरी ट्रेन नहीं थी. इस वजह से बड़ी दुर्घटना टल गई. घटना में किसी भी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है.
ANI की रिपोर्ट के मुताबिक घटना को लेकर जम्मू रेलवे के डिवीजनल ट्रैफिक मैनेजर ने बताया कि एक मालवाहक गाड़ी कठुआ स्टेशन पर रुकी थी. और अचानक ढलान होने की वजह से बना ड्राइवर पठानकोट की तरफ बढ़ने लगी. ट्रेन को पंजाब के उच्ची बस्सी के पास रोक लिया गया था. घटना को लेकर उक्त एजेंसियों को जांच के आदेश दे दिए गए हैं.
पहले भी ऐसा कुछ!डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक 10 नवंबर 2017 को मुंबई में भी एक ट्रेन बिना लोको पायलट 13 किलोमीटर दौड़ गई थी. जिसके बाद स्टाफ मेंबर ने फिल्मी अंदाज में बाइक पर ट्रेन का पीछा कर उसे रोका था. दरअसल ट्रेन में इलेक्ट्रिक इंजन लगा था. इंजन बदलने के लिए ट्रेन वाडी स्टेशन पर रुकी थी. जिस दौरान ये घटना हुई.