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ईरान को घुटनों पर लाने के लिए इजरायल को बस ये बम चाहिए, लेकिन एक 'दिक्कत' है, अमेरिका!

Massive Ordnance Penetrator बम (GBU-57A/B) का वजन लगभग 14,000 किलोग्राम है और यह 200 फीट तक गहरे बंकरों और चट्टानों को तोड़ सकता है. इसका खास डिजाइन इसे जमीन की गहराई में जाकर फटने की ताकत देता है.

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अमेरिका के GBU-57A/B बम का वजन करीब 14000 किलोग्राम है. (US Air Force via AP)
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मौ. जिशान
17 जून 2025 (Updated: 18 जून 2025, 01:58 PM IST) कॉमेंट्स
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GBU-57A/B Bunker Buster Bomb: ईरान के परमाणु ठिकानों को बर्बाद करने में इजरायल कोई कसर नहीं छोड़ना चाहता है. ईरान की अलग-अलग न्यूक्लियर साइट्स पर इजरायल स्ट्राइक कर रहा है. लेकिन ईरान का एक परमाणु ठिकाना ऐसा है, जिसके आगे इजरायल एकदम बेबस है. वो चाहकर भी इस ठिकाने का खात्मा नहीं कर सकता है. ईरान का ये सबसे सुरक्षित न्यूक्लियर प्लांट है, 'फोर्डो न्यूक्लियर प्लांट' (Fordow Fuel Enrichment Plan). इसे खत्म करने के लिए एक खास बम की जरूरत है, जो सिर्फ अमेरिका के पास है.

MOP यानी 'मैसिव ऑर्डनेंस पेनेट्रेटर' (Massive Ordnance Penetrator) अमेरिका का सबसे ताकतवर बंकर बस्टर बम है. NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, ये बम लगभग 14,000 किलोग्राम वजन का है. MOP का आधिकारिक नाम GBU-57A/B है.

GBU-57A/B बंकर बस्टर बम

GBU-57A/B बंकर बस्टर बम 200 फीट गहरी सख्त चट्टानों और कंक्रीट से बने ठिकानों को भी आसानी से तबाह कर सकता है. अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) का कहना है कि ईरान ने फोर्डो प्लांट में 83.7 फीसदी शुद्धता तक यूरेनियम प्यूरिफाई किया है, जो परमाणु हथियार बनाने के लिए जरूरी 90 फीसदी से थोड़ा कम है. ये न्यूक्लियर साइट जाग्रोस माउंटेन रेंज के नीचे 80 से 100 मीटर गहरी सुरंग में है, जो सामान्य हवाई हमलों से नष्ट नहीं हो सकता.

Bunker Buster Bomb
(तस्वीर: इंडिया टुडे)

यूरेनियम-235 आइसोटोप को यूरेनियम-238 से अलग करने वाले सेंट्रीफ्यूज फोर्डो परमाणु केंद्र पहाड़ों के नीचे लगभग 90 मीटर की गहराई पर मौजूद हैं. इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इजराइल ने इस साइट पर 230 किलोग्राम के MPR 500 कठोर सतह में जाने वाले बम का इस्तेमाल किया है. लेकिन ये बम 1 मीटर तक के कंक्रीट को भेद सकते हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि केवल अमेरिका के GBU-57A/B बंकर बस्टर बम ही इस साइट को कोई नुकसान पहुंचा सकते हैं.

MOP बम की ताकत

यह एक तरह का टाइम बम है, जो सिर्फ तब फटता है जब यह टारगेट के अंदर गहराई तक पहुंच जाता है. इसका स्टील अलॉय स्ट्रक्चर इतना मजबूत है कि यह चट्टानों और कंक्रीट की मोटी परतों को तोड़ने में सक्षम है. इसके अंदर 2,400 किलोग्राम के विस्फोटक होते हैं, जो हर कोने में तबाही मचाते हैं.

कैसे काम करता है MOP?

MOP को GPS और इनर्शियल नेविगेशन सिस्टम से लैस किया गया है, जिससे यह काफी सटीक तरीके से अपने टारगेट को ढूंढ सकता है. इस बम का मुख्य काम गहरे बंकरों और सुरंगों को तबाह करना है. इस बम को केवल B-2 स्पिरिट स्टील्थ बॉम्बर प्लेन से ही लॉन्च किया जा सकता है, जो अमेरिका का ऐसा इकलौता प्लेन है.

B-2 Stealth Bomber Plane
B-2 स्टील्थ बॉम्बर प्लेन. (US Air Force)

क्या इजरायल इसे हासिल कर पाएगा?

इजरायल के पास इस बम को लॉन्च करने की क्षमता नहीं है. यह बम केवल अमेरिका के पास है. इकोनॉमिक्स टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इजरायल की सरकार लंबे समय से अमेरिका से इसे लेने की कोशिश कर रही है. लेकिन अमेरिका इसे इजरायल को देने से इनकार करता आया है. अमेरिका ने किसी भी मित्र देश के साथ इसकी टेक्नोलॉजी शेयर नहीं की है.

GBU-57 A/B पर सिर्फ अमेरिका का कंट्रोल है. इससे अमेरिका को इजरायल समेत पूरा मिडिल ईस्ट को साधने में मदद मिलती है. इस बम के बिना इजरायल के लिए ईरान के फोर्डो जैसे परमाणु ठिकाने को खत्म करना लगभग नामुमकिन है.

वीडियो: किस देश के पास हैं सबसे अधिक न्यूक्लियर हथियार? जानिए भारत की पोजिशन

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