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अगर आज लोकसभा चुनाव हुए तो किसकी सरकार बनेगी? लोगों ने बता दिया

किन राज्यों में बीजेपी की मुश्किल बढ़ने वाली है?

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Mood of the Nation Survey for Lok Sabha elections
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (फाइल फोटो: PTI)
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26 जनवरी 2023 (Updated: 26 जनवरी 2023, 20:30 IST)
Updated: 26 जनवरी 2023 20:30 IST
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अगले साल यानी 2024 में 18वीं लोकसभा का चुनाव होना है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) जीत के लिए हर बूथ को मजबूत करने पर जोर दे रही है. विपक्षी दल भी जुटे हुए हैं. कांग्रेस ने पार्टी की मजबूती के लिए भारत जोड़ो यात्रा का सहारा लिया है. वहीं अगले आम चुनाव के नतीजे इस पर भी निर्भर करेंगे कि BJP के खिलाफ विपक्ष कितना एकजुट हो पाएगा. लेकिन आज अगर चुनाव हो जाएं, तो कौन सी पार्टी जीत का परचम लहराएगी? इस पर देश का मिजाज क्या है? इसका जवाब इंडिया टुडे-सीवोटर मूड ऑफ द नेशन (MOTN) सर्वे में सामने आया है. जनवरी 2023 के ताजा MOTN सर्वे में आगामी लोकसभा चुनाव के लिए BJP का पलड़ा भारी नजर आ रहा है.

किसकी सरकार?

सर्वे के अनुमान बताते हैं कि अगर आज चुनाव हों तो BJP के नेतृत्व वाली NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) 298 सीटें जीत सकती है. कांग्रेस नेतृत्व वाली UPA (संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन) को 153 सीटें मिल सकती हैं. वहीं अन्य दूसरी पार्टियों के खाते में 92 सीटें जा सकती हैं. वोट फीसदी की बात करें तो NDA को 43, UPA को 30 और अन्य को 27 फीसदी वोट मिल सकते हैं. 

भले ही नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में NDA 2024 का आम चुनाव जीतने की स्थिति में नज़र आ रहा है. लेकिन घटती सीट संख्या NDA के लिए चिंता का विषय होनी चाहिए. NDA के लिए 298 सीटों का आंकड़ा 6 महीने पहले हुए इसी सर्वे अनुमान की तुलना में 9 कम है. वहीं 2019 के लोकसभा चुनावों में सत्ता में लौटने के दौरान NDA को हासिल हुई सीटों की तुलना में 50 से ज्यादा सीटें घटती हुई दिखती है.

अगर पार्टी के हिसाब से सीटों पर गौर करें तो सर्वे में BJP को 285 सीटें, कांग्रेस को 68 और बाकी अन्य पार्टियों को 191 सीटें मिलने का अनुमान है. इस तरह सर्वे में BJP को अपने दम पर सरकार बनाने के लिए जरूरी 272 सीटों के स्पष्ट बहुमत की तुलना में 12 सीटें अधिक मिलती दिख रही हैं. इससे पता चलता है कि पार्टी अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम साल में भी विपक्ष के साथ एक बड़ा अंतराल बनाए रखने की स्थिति में है.

BJP की मुश्किलें

वैसे तो, मोदी और उनकी सरकार के पास खुश होने के लिए बहुत कुछ है, लेकिन इस बार उनकी जीत दूसरी पारी की तरह सुनिश्चित नहीं है. जनवरी 2023 का MOTN सर्वे उनका बहुमत लगातार घटता दिखा रहा है. वहीं कई राज्यों में BJP के लिए मुश्किलें भी खड़ी हो सकती हैं.

पश्चिम बंगाल में BJP की सीटों की संख्या अभी अनुमानित 20 सीटों (42 में से) की तुलना में घट सकती हैं, अगर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री पद की दावेदार बनीं और बंगाली अस्मिता को चुनावी मुद्दा बनाए. वहीं, तेलंगाना में भी कुछ ऐसी ही सूरत दिख सकती है, बशर्ते मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव प्रधानमंत्री पद की रेस में उतरें. ऐसे में BJP को अभी अनुमानित 6 सीटें (राज्य के 17 निर्वाचन क्षेत्रों में) मिलनी मुश्किल होगी.

उत्तर प्रदेश में भी 80 में से 70 सीटों पर जीत हासिल करना मुश्किल हो सकता है, अगर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी राज्य के सियासी परिदृश्य में फिर से उभरकर अपनी सीट संख्या बढ़ाने में सफल रहे.

BJP को दो अन्य बड़े राज्यों महाराष्ट्र (48 सीटें) और बिहार (40 सीटों) में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. अगर शिवसेना का उद्धव ठाकरे गुट, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) और कांग्रेस गठबंधन के तौर पर लोकसभा चुनाव में उतरे तो BJP को सीटों का खासा नुकसान उठाना पड़ सकता है. बिहार में भी इस बार BJP को नीतीश कुमार की JDU का साथ नहीं मिल रहा है. वहीं पिछली बार कर्नाटक में 28 में से 25 सीटें जीतने के बाद इस बार यहां BJP पहले से ही बैकफुट पर नज़र आ रही है.

यह सर्वे C-Voter ने करवाया है. 15 दिसंबर से 15 जनवरी के बीच कराए गए इस सर्वे में करीब 36 हजार लोगों से उनकी राय ली गई. वहीं C-Voter के रेगुलर ट्रैकर डेटा से भी एक लाख 5 हजार लोगों के सैंपल का विश्लेषण किया गया. इस तरह इस सर्वे में करीब एक लाख 40 हजार लोगों की राय शामिल है.

वीडियो: पीएम मोदी पर बनी बीबीसी डॉक्यूमेंट्री पर विदेशी मीडिया में क्या छप रहा है?

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