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पुलिस ने यूं ही श्रीकांत त्यागी को नहीं कहा 'शातिर', बचने के लिए अपनाए थे कई तरीके

नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने बताया था कि पुलिस टीमों ने कैसे त्यागी को पकड़ा.

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श्रीकांत त्यागी गिरफ्तार (फोटो- आजतक)
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ज्योति जोशी
10 अगस्त 2022 (Updated: 10 अगस्त 2022, 07:52 PM IST)
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मंगलवार, 9 अगस्त की शाम को आखिरकार श्रीकांत त्यागी (Shrikant Tyagi) पुलिस की गिरफ्त में आ गया. 4 दिन तक पुलिस से बचने के लिए श्रीकांत ने कई शातिर तरीके अपनाए. फरारी के दौरान उसने 15 गाड़ियां बदलीं. इसके अलावा दो मोबाइल फोन भी बदले, जबकि एक फोन वह अपने घर पर छोड़ कर गया था. बताया जा रहा है कि वो नोएडा से हरिद्वार, फिर सहारनपुर, बागपत और मेरठ तक गया. पुलिस की आठ और STF की चार टीमें श्रीकांत त्यागी की तलाश में जुटी थीं. नोएडा के पुलिस कमिश्नर आलोक सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया था कि कैसे श्रीकांत त्यागी को गिरफ्तार किया गया.

पुलिस ने श्रीकांत को कैसे पकड़ा?

इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस को त्यागी के ठिकाने के बारे में गुप्त सूचना मिली थी. वो लगातार अपनी पत्नी और वकील से संपर्क करने की कोशिश कर रहा था.

कब-कब, कहां-कहां छिपा त्यागी?

सोमवार को आरोपी की लोकेशन उत्तराखंड में ऋषिकेश और हरिद्वार के बीच कहीं ट्रेस हुई थी. पुलिस टीम वहां पहुंची, लेकिन उसे नहीं पकड़ सकी क्योंकि वो वहां से भागकर रात में सहारनपुर पहुंच गया था. फिर मंगलवार की सुबह को वो मेरठ गया जहां पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. बुधवार को श्रीकांत ने अपने करीबी लोगों से मिलने के बाद कोर्ट के सामने सरेंडर करने का फैसला किया.

छिपने के लिए अपनाए शातिर तरीके

श्रीकांत ने घर से निकलते वक्त अपना असली मोबाइल फोन घर पर ही छोड़ दिया था, लेकिन उसके पास दो अन्य फोन भी थे जिनके जरिए उसने अपने वकील और सहयोगियों से संपर्क किया था. बताया जा रहा है कि श्रीकांत दिल्ली एयरपोर्ट से फ्लाइट लेकर भागने की फिराक में था. लेकिन बाद में पहचाने जाने के डर के चलते उसने अपना प्लान बदल लिया.

जांच में हुए नए खुलासे

मामले में हुई जांच में पता चला है कि 8 अक्टूबर 2018 को श्रीकांत त्यागी को सुरक्षा के रूप में गाजियाबाद से तीन सरकारी गनर मुहैया कराए गए थे. जांच की जा रही है कि ये सुरक्षा किस खतरे के मद्देनजर मुहैया कराई गई थी. उस वक्त उत्तर प्रदेश गृह विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी अरविंद कुमार हुआ करते थे जबकि गाजियाबाद के एसएसपी वैभव कृष्ण थे.

अवैध खनन से भी जुड़े हैं त्यागी के तार

आजतक के संवाददाता तनसीम हैदर की रिपोर्ट के मुताबिक श्रीकांत त्यागी का खनन माफियाओं के साथ भी कनेक्शन बताया जा रहा है. सोनभद्र मिर्जापुर इलाके में श्रीकांत का खनन का बड़ा कारोबार है. त्यागी पर लगभग आधा दर्जन से ज़्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं. 2012 में उस पर हत्या की कोशिश का भी मामला दर्ज हुआ था.

देखें वीडियो- वाराणसी में भी सामने आया श्रीकांत त्यागी जैसा मामला

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