पृथ्वी के कितने करीब आ पहुंचा चांद? इतनी चमक के पीछे का ये रहा पूरा ज्ञान
इस साल 30 अगस्त की रात से 31 अगस्त की सुबह के बीच चांद बिल्कुल अलग तरह दिखाई दिया
Advertisement
इस साल 30 अगस्त की रात से 31 अगस्त की सुबह के बीच चांद बिल्कुल अलग तरह दिखाई दिया. चांद सामान्य से कहीं बड़ा और चमकीला था. ऐसा तब होता है जब चांद और पृथ्वी दोनों एक-दूसरे के सबसे नजदीक आ जाते हैं. इसे सुपरमून कहते हैं. और जब एक ही महीने में में दूसरा सुपरमून बनता है तो उसे सुपर ब्लू मून कहते हैं. कल दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में सुपर ब्लू मून देखा गया. आपको दिखाएंगे, कहां कैसा चांद दिखा, लेकिन पहले ये समझ लें कि सुपरमून बनता कैसे है. देखें वीडियो.