The Lallantop
Advertisement
  • Home
  • News
  • Highest grossing film of the y...

वो चाइनीज़ फिल्म, जिसने कमाई के मामले में हॉलीवुड फिल्मों को कोसों पीछे छोड़ दिया है

'द बैटल एट लेक चैंगजिन' नाम की ये फिल्म इस साल 6600 करोड़ रुपए से ज़्यादा कमा चुकी है. ऐसा क्या खास है इसमें?

Advertisement
Img The Lallantop
'द बैटल एट लेक चैंगजिन'.
pic
शुभम्
29 नवंबर 2021 (Updated: 29 नवंबर 2021, 12:20 PM IST) कॉमेंट्स
font-size
Small
Medium
Large
font-size
Small
Medium
Large
whatsapp share
दुनियाभर में सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्मों में हर साल मोस्टली अमेरिकन फ़िल्मों का नाम शामिल होता है. लेकिन 2021 में ये स्ट्रीक टूट गई है. क्योंकि इस साल की सबसे ज़्यादा कमाई करने वाली फिल्म हॉलीवुड की नहीं है. 2021 की सबसे सफल यानी कमाऊ  फ़िल्म का नाम है 'द बैटल एट लेक चैंगजिन'. जो कि एक  चाइनीज़ फ़िल्म है. खबरों के मुताबिक़ ये फ़िल्म चाइना की कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा कमीशन्ड है. ये फ़िल्म चाइना में बनी अब तक कि सबसे महंगी फ़िल्म है जिसका बजट 200 मिलियन डॉलर यानी 1500 करोड़ रुपए से ऊपर का है. अब तक ' द बैटल एट लेक चैंगजिन' ने कुल 6682 करोड़ रुपयों की कमाई कर ली है. इस फ़िल्म को चेन काइगे, डेंटे लैम और सुई हार्क ने डायरेक्ट किया है. मूवी में वू जिंग और जैक्सन यी लीड रोल्स में हैं. हालांकि इस फ़िल्म को एंटरटेनमेंट से ज़्यादा प्रोपोगैंडा फैलाने वाली फिल्म बताया जा रहा है. जानकारों के मुताबिक इस फ़िल्म में कोरियाई युद्ध के दौरान चीनी आर्मी और अमेरिकन फोर्सेज़ के बीच लड़ाई को दिखाया गया है. इसे दुनिया में द बैटल एट लेक चैंगजिन के नाम से भी जाना जाता है. इसमें चीनी आर्मी, अमेरिकन फोर्सेज़ को हराती दिखती है. जबकि इतिहासकारों के मुताबिक असलियत इससे एकदम उलट थी. दुनियाभर के कई बड़े पब्लिकेशन ने अपने रिव्यू में फ़िल्म में दिखाए गए 'फिक्शनल' युद्ध की खुलकर आलोचना भी की है. 'द गार्डियन' में छपी फ़िल्म की समीक्षा में लिखा गया,
"सरकार द्वारा निर्मित फ़िल्म चीनी सैनिकों को मॉरली सुपीरियर दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ती."
'द हॉलीवुड रिपोर्टर' की समीक्षक एलिज़ाबेथ केरर ने लिखती हैं-
"वैसे तो ज़्यादातर युद्ध पर बनी फ़िल्मों में हिस्टॉरिकल ऑथेंटिसिटी कम और प्रोपोगेंडा ज़्यादा होता है. लेकिन 'द बैटल एट लेक चैंगजिन' में तो ये चीज़ें बहुत ही बढ़ा-चढ़ाकर दिखाई गई हैं."
बरसों से हॉलीवुड फिल्मों का बहुत बड़ा मार्केट चीन रहा है. मार्वल-डीसी जैसे बड़े बैनर की फ़िल्में भी कई बार अमेरिका से पहले चाइना में रिलीज़ की जाती हैं. ताकि फ़िल्मों को अच्छा बूस्ट मिल जाए. लेकिन पॉलिटिकल मतभेदों के चलते 2019 के बाद से कोई भी हॉलीवुड फिल्म चाइना में रिलीज़ नहीं हुई है. चाइना में लगी आखिरी अमेरिकन फ़िल्म मार्वल की 'स्पाइडरमैन: फार फ्रॉम होम' थी. यहां तक कि 'शैंग ची- द लीजेंड ऑफ द टेन रिंग्स' जो असल में मार्वल द्वारा चाइना मार्केट को ध्यान में रखते हुए बनाई गईं थीं, वो भी चीनी ज़मीन पर रिलीज़ नहीं हो पाईं. मीडिया के मुताबिक चाइनीज़ अथॉरिटी सेंसरशिप और अनेकों नियम-कायदों के पेंच में फंसाकर अमेरिकन स्टूडियोज़ को चीन में फ़िल्में रिलीज़ नहीं करने दे रही हैं. इस साल कमाई के मामले में नंबर एक पर ही नहीं, दूसरे नंबर भी चाइनीज़ फ़िल्म- 'हाय मॉम' है. जिसने अबतक कुल 6 हज़ार करोड़ से ऊपर की कमाई कर ली है. अमेरिकन फ़िल्म 'नो टाइम टू डाई' 758 डॉलर की कमाई कर तीसरे स्थान पर है. यानी फिल्म ने 'द बैटल एट लेक चैंगजिन' से करीब 120 मिलियन डॉलर कम की कमाई की है.

Subscribe

to our Newsletter

NOTE: By entering your email ID, you authorise thelallantop.com to send newsletters to your email.

Advertisement