1 जून 2016 (Updated: 1 जून 2016, 09:47 AM IST) कॉमेंट्स
Small
Medium
Large
Small
Medium
Large
फिल्मों से लेकर गली मुहल्लों में एक लाइन हमेशा सुनने को मिल जाती है. पुलिस हमेशा देर से आती है. पर अब ये लाइन सवाल बनकर दिल्ली हाईकोर्ट पहुंच गई है. महिलाओं की सुरक्षा से जुड़ी एक याचिका की सुनवाई करते हुए बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट के जज ने दिल्ली पुलिस से पूछा,
'अगर 100 नंबर पर कोई फोन करता है तो आपके पहुंचने का मिनिमम और मैक्सिमम टाइम क्या है. PCR वैन घटनास्थल तक पहुंचने में कम से कम और ज्यादा से ज्यादा कितना वक्त लगता है.'
कोर्ट ने कहा, 'न्यूयॉर्क में पुलिस 3 मिनट में पहुंच जाती है. दिल्ली में पुलिस 10 से 15 मिनट में पहुंचती है. पर कोर्ट पुलिस से एक्यूरेट टाइम जानना चाहती है.'
'अस्पतालों में क्यों नहीं होते फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स'
हाईकोर्ट ने केंद्र, दिल्ली सरकार और दिल्ली पुलिस को नोटिस भेजा. कोर्ट ने पूछा कि अस्पतालों में फॉरेंसिक एक्सपर्ट क्यों नहीं होते, ताकि सैंपल लेकर कोर्ट में वक्त से भेजा जा सके. और उसी के आधार पर कोर्ट में मामलों का जल्दी निपटारा हो सके. कुछ रोज पहले दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को बताया था कि 3 साल के करीब 11 हजार सैंपल फॉरेंसिक लैब में पेंडिंग हैं. कोर्ट ने सुझाव दिया कि रेप पीड़िता का डीएनए सैंपल क्यों न मोबाइल वैन में ही ले लिया जाए.