हरियाणा के डिप्टी सीएम को पता भी नहीं चला और उन पर लिखने के कारण किसी की नौकरी चली गई
सरकारी दफ्तर में ड्राइवर को फेसबुक कमेंट करना भारी पड़ गया.
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दुष्यंत चौटाला हरियाणा के डिप्टी सीएम हैं. (फाइल फोटो- PTI)
दुष्यंत चौटाला. हरियाणा के उप-मुख्यमंत्री हैं. इनका मज़ाक उड़ाते हुए हरियाणा के एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर कुछ लिख दिया. वो व्यक्ति एक सरकारी दफ्तर में ही ड्राइवर की नौकरी करता था. फेसबुक पोस्ट के बदले में बाकायदा सरकारी फरमान निकालकर उसकी सेवाएं समाप्त कर दी गईं. अब दुष्यंत की पार्टी जेजीपी ने कहा है कि इस बारे में डिप्टी सीएम की ओर से कोई आदेश नहीं दिया गया था, न ही उनकी जानकारी में ये मामला है.पन्नालाल नाम के व्यक्ति हरियाणा के हिसार जिले की हांसी तहसील कार्यालय में ड्राइवर के तौर पर काम कर रहे थे. दि लल्लनटॉप ने पूरा मामला समझने के लिए उनसे ही बात की. पन्नालाल ने बताया कि आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत उन्हें नौकरी पर रखा गया था. लेकिन अभी बीते 15 दिसंबर को नौकरी से हटा दिया गया. बुलाकर कहा गया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर कुछ ऐसे पोस्ट शेयर किए, जो डिप्टी सीएम का मजाक उड़ा रहे हैं. इसलिए उन्हें सेवामुक्त किया जा रहा है. आदेश में कहा गया है कि ये गंभीर अपराध है, नियमों के ख़िलाफ है. इसलिए जांच में दोषी पाए जाने के बाद ड्राइवर को हटाया जा रहा है.
क्या पोस्ट किया था?हरियाणा सरकार की बोखलाहट का स्तर, किसान आंदोलन के चलते उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट डालने पर आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत तहलील कार्यालय में चालक पन्नालाल को नौकरी से हटाया। #farmersrprotest
— Raman Dhaka #Farmers (@RamanDhaka) December 19, 2020
pic.twitter.com/Egls6n8QQO
दरअसल आशीष राठी नाम के एक फेसबुक यूज़र हैं. पोस्ट वगैरह से JJP के समर्थक लगते हैं. इन्होंने 18 जुलाई को एक पोस्ट किया. दुष्यंत चौटाला की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव आने की खुशी जताते हुए. लेकिन जब हम उस पोस्ट के कॉमेंट्स में गए तो समझ आया कि आशीष राठी ने इज़हार-ए-खुशी में पहले ‘नेगेटिव’ की जगह ‘पॉज़िटिव’ लिख दिया था. माने ऐसा कुछ लिख दिया था –
आपकी दिल से निकली दुआ रंग लाई,लोग कॉमेंट बॉक्स में इसका स्क्रीनशॉट डाल रहे थे. बाद में संभवतः आशीष राठी ने इसे एडिट करके सही किया होगा. उनका फेसबुक पोस्ट आप यहां देख सकते हैं.
भाई की रिपोर्ट कोरोना पॉज़िटिव पाई
आशीष राठी के इसी मिस्टेक वाले फेसबुक पोस्ट का स्क्रीनशॉट पन्नालाल ने शेयर किया था. और साथ में लिखा था –
“JJP आईटी सेल वालों का हाल. दुष्यंत चौटाला की कोरोना रिपोर्ट को पॉज़िटिव बताकर लोगों का धन्यवाद कर रहे हैं.”पन्नालाल ने बताया कि फेसबुक पर उनका अकाउंट सोनू बूरा नाम से है. उन्होंने अपने उन पोस्ट के स्क्रीनशॉट्स दि लल्लनटॉप के साथ शेयर किए, जिनके आधार पर उन पर कार्रवाई हुई.

उनके इसी पोस्ट की स्क्रीनशॉट जब 'साहब' तक पहुंची तो नौकरी चली गई.
जेजेपी का क्या कहना है?
द लल्लनटॉप में खबर छपने के बाद दुष्यंत चौटाला की पार्टी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने प्रवक्ता वीरेंदर सिंधु ने अपनी बात सामने रखी. उन्होंने ट्वीट करके कहा कि
बहरहाल पन्नालाल ने बताया था कि उनके पिता का निधन हो चुका है. घर में मां हैं, एक बड़ा भाई है, जिसके बीवी-बच्चे हैं, पन्नालाल की पत्नी हैं और 14 महीने का बच्चा है. नौकरी से करीब 18 हजार रुपए मिल जाते थे. अब नौकरी नहीं है. क्या करेंगे? जवाब देते हैं- "नई नौकरी तो ढूढेंगे ही. एक जो थी, वो तो हरियाणा सरकार ने ले ली. नहीं मिली तो खेती-किसानी करेंगे."हांसी में हटाए गए कच्चे कर्मचारी (ड्राईवर) के मामले में आदरणीय उपमुख्यमंत्री @Dchautala
— Virender Sindhu (@Virendersindhu) December 21, 2020
जी द्वारा कोई आदेश, सुझाव आदि नहीं दिया गया है. यह मामला उनके संज्ञान में भी नहीं है. https://t.co/tImKEWXn95