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'1971 का बदला लिया, हसीना को हटवाकर... ' पाकिस्तानी आतंकियों ने बांग्लादेश में बवाल करवाया था?

Hafiz Saeed के आतंकी संगठन के नेताओं ने कहा है कि उन्होंने पिछले साल बांग्लादेश में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भूमिका निभाई थी. जिसकी वजह से Sheikh Hasina को सत्ता से बाहर होना पड़ा था. आतंकियों ने इस मामले पर बड़े दावे किए हैं.

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Hafiz Saeed organization leaders on Sheikh Hasina bangladesh 1971 and operation sindoor
आतंकियों ने दावा किया है कि उन्होंने बांग्लादेश में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भूमिका निभाई थी (फोटो: आजतक)
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अर्पित कटियार
1 जून 2025 (Published: 08:58 AM IST) कॉमेंट्स
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मुंबई आतंकवादी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के आतंकी संगठन जमात-उद-दावा (JUD) ने बड़ा दावा किया है. संगठन के नेताओं का कहना है कि उन्होंने पिछले साल बांग्लादेश में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों में भूमिका निभाई थी. जिसकी वजह से शेख हसीना को सत्ता से बाहर होना पड़ा था. JUD के नेता सैफुल्लाह कसूरी और आतंकवादी मुजम्मिल हाशमी ने हाल ही में ये दावे अपने भड़काऊ भाषण के दौरान किए.

‘1971 का बदला ले लिया’

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, सैफुल्लाह कसूरी ने लाहौर से करीब 500 किलोमीटर दूर रहीमयार खान में अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 

मैं चार साल का था जब 1971 में पाकिस्तान का विभाजन हुआ था. तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने एलान किया था कि उन्होंने खलीज (बंगाल की खाड़ी) में दो-राष्ट्र सिद्धांत को डुबो दिया है. 10 मई को... हमने 1971 का बदला ले लिया है.

'ऑपरेशन सिंदूर में मेरा साथी मारा गया, मैं खूब रोया'

JUD नेता कसूरी 1971 में बांग्लादेश (तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान) में हुए मुक्ति संग्राम का जिक्र कर रहा था. तब पाकिस्तान ने भारत के सामने घुटने टेक दिए थे और पाकिस्तानी सेना ने स्वतंत्रता सेनानियों और भारतीय सैनिकों से बनी मित्र सेनाओं के समक्ष ढाका में बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया था. इस दौरान उसने यह भी कबूल किया कि उसका एक साथी मुदस्सर 7 मई को मुरीदके में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हवाई हमले में मारा गया था. कसूरी ने कहा, 

मुझे उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति नहीं दी गई. उसके अंतिम संस्कार के दिन मैं खूब रोया.

हालांकि, उसने यह नहीं बताया कि उसे मुदस्सर के अंतिम संस्कार में शामिल होने से किसने रोका था. जबकि, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शीर्ष सेना और पुलिस अधिकारी उन लोगों में शामिल थे, जो मुदस्सर के अंतिम संस्कार में शामिल हुए थे. जिसकी तस्वीरें भी सामने आई थी. कसूरी ने कहा,

जब पहलगाम की घटना हुई, तब मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों से मिल रहा था. भारत ने मुझे इस हमले का मास्टरमाइंड बनाया. भारत ने मेरे शहर “कसूर” को दुनिया भर में मशहूर कर दिया… हम अगली पीढ़ी को जिहाद के लिए तैयार कर रहे हैं. हमें मरने का डर नहीं है.

ये भी पढ़ें: हाफिज सईद के इस गुर्गे ने बनाया पहलगाम हमले का प्लान, पूरी कुंडली जान लें

शेख हसीना को लेकर क्या कहा?

लाहौर से करीब 80 किलोमीटर दूर गुजरांवाला में कुछ दिन पहले ही आतंकी हाशमी ने भी एक भाषण दिया था. तब उसने भारतीय नेतृत्व का जिक्र करते हुए कहा था, 

हमने पिछले साल बांग्लादेश में आपको हराया था.

दरअसल, आतंकी हाशमी पिछले साल 5 अगस्त को बांग्लादेश में हुए सरकार विरोधी प्रदर्शनों का जिक्र कर रहा था. जो छात्रों के नेतृत्व में हुआ था और जिसकी वजह से हसीना को सत्ता से हटा दिया गया था. हसीना के हटने के बाद से बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच संबंधों में भारी उछाल आया है. 

वीडियो: लाहौर में हाफिज सईद के घर के पास धमाके के बाद इमरान खान ISI हेडक्वार्टर क्यों गए थे?

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